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Fragen und Antworten zum christlichen Glauben

Thema 4: FAQ von den Lesern unserer Bücher

4-12. आप आजके मसीही चमत्कारों के बारे में क्या सोचते है? क्या वे पवित्र आत्मा के कार्य नहीं है? मुझे लगता है की पवित्र आत्मा आज भी परमेश्वर की कलीसिया में कार्य करता है?

आज के मसीही चमत्कारों के बारे में आपके प्रश्न में, आप कुछ हद तक सही है।
लेकिन आपको यह याद रखना है की सारे दैवीय चमत्कार यीशु मसीह पर विश्वास करनेवाले लोगों को दिए गए है (यूहन्ना २:११)।
हम प्रेरितों और यीशु के चेलों के द्वारा किए गए बहुत सारे चमत्कारों को पाते है, खासतौर पर प्रेरितों के काम की किताब में। चमत्कारों के द्वारा, वे सत्य पर अपने विश्वास की गवाही दे पाए की यीशु ही परमेश्वर है, उसने अपने बपतिस्मा के द्वारा हमारे सारे पापों को ले लिया, और क्रूस पर अपना लहू बहाने के द्वारा हमारे पापों का मूल्य चुकाने वह मरा।
लेकिन, परमेश्वर के लिखे हुए वचन को परिपूर्ण करने के बाद। परमेश्वर पिता चाहते है की हम चमत्कारिक प्रमाण ढूँढने की बजाए उसके वचन का पालन करे। इसी लिए बाइबल में लिखा है, “प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियाँ हों, तो समाप्‍त हो जाएँगी; भाषाएँ हों, तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा। 9क्योंकि हमारा ज्ञान अधूरा है, और हमारी भविष्यद्वाणी अधूरी; 10परन्तु जब सर्वसिद्ध आएगा, तो अधूरा मिट जाएगा” (१ कुरिन्थियों १३:८-१०)।
यीशु ने अपने एक चेले से कहा, “थोमा, तू ने मुझे देखा है, क्या इसलिये विश्‍वास किया है? धन्य वे हैं जिन्होंने बिना देखे विश्‍वास किया” (यूहन्ना २०:२९)।
सच्चा विश्वास आपने जिन चमत्कारों का अनिभव किया है उसके ऊपर निर्भर नहीं है, लेकिन आपने जो पहले ही प्रभु से परमेश्वर के वचन को प्राप्त किया है उसके ऊपर निर्भर है।