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3-13. दो गवाहों को उनकी गवाही पूरी करने के बाद पुनरुत्थित किया जाता है और स्वर्ग में ऊपर उठा दिया जाता है। यह कैसे मसीह के दूसरे आगमन के साथ संतों के रेप्चर से भिन्न है?
जैसा कि मैंने प्रश्न २ के अपने उत्तर के साथ समझाया, ये दो गवाह परमेश्वर के विशेष सेवक हैं जिन्हें वह इस्राएलियों को बचाने के लिए इस्राएल के लोगों में से उठाएगा। एक ऐसा महत्वपूर्ण कार्य है जो परमेश्वर को इस संसार को नष्ट करने से पहले करना चाहिए, और वह है इस्राएल के लोगों को पाप से बचाना और उन्हें पहले पुनरुत्थान और रेप्चर में भाग लेना। प्रेरित पौलुस ने रोमियों ३:२९-३० में कहा, “क्या परमेश्वर केवल यहूदियों ही का है? क्या अन्यजातियों का नहीं? हाँ, अन्यजातियों का भी है। 30क्योंकि एक ही परमेश्वर है, जो खतनावालों को विश्वास से और खतनारहितों को भी विश्वास के द्वारा धर्मी ठहराएगा।” परमेश्वर के सामने पाप से बचने का मार्ग यहूदियों और अन्यजातियों दोनों के लिए समान है। यहूदियों और अन्यजातियों दोनों के लिए, धर्मी ठहराना केवल पानी और आत्मा के सुसमाचार में उनके विश्वास के द्वारा ही आता है। अपने सभी पापों से बचने के लिए, यहूदी लोगों को भी यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करना चाहिए और विश्वास करना चाहिए, जैसा कि अन्यजाति भी विश्वास करती है कि यीशु मसीह ने अपने बपतिस्मा के साथ उनके सभी पापों को अपने ऊपर ले लिया, और उनके बदले में इन पापों का न्याय प्राप्त करने के लिए वह क्रूस पर मर गया। परमेश्वर यहूदियों और अन्यजातियों दोनों के साथ समान व्यवहार करता है, और विश्वास के द्वारा उन दोनों को एक ही उद्धार की अनुमति दी है। यही कारण है कि परमेश्वर ने बड़े क्लेश के पहले साढ़े तीन वर्षों के दौरान यहूदी लोगों को अपने दो गवाहों की अनुमति दी, और उसने इन गवाहों को पानी और आत्मा के सुसमाचार का प्रचार करने की अनुमति दी। इन दो गवाहों के संबंध में, प्रकाशितवाक्य का अध्याय ११ जैतून के दो पेड़ों और दो दीवटों का उल्लेख करता है। दो जैतून के पेड़ परमेश्वर के इन दो सेवकों को संदर्भित करते हैं जिन्हें वह इस्राएलियों के उद्धार के लिए अनुमति देगा, और दो दीवट परमेश्वर की दो कलीसिया को संदर्भित करते हैं, जो इस्राएलियों और अन्यजातियों की हैं। दूसरे शब्दों में, परमेश्वर बड़े क्लेश के पहले साढ़े तीन वर्षों के दौरान एक दुसरे के साथ इस्राएलियों और अन्यजातियों को पानी और आत्मा के सुसमाचार का प्रचार करने के लिए अपनी दो कलीसिया को अनुमति देगा। अभी, परमेश्वर की कलीसिया इस्राएलियों के बीच नहीं पाई जाती है। परन्तु जब परमेश्वर उनके हृदयों को खोजेगा और जब उसका समय आएगा, तो वह उनके हृदयों को अपना वचन प्राप्त करने के लिए तैयार करेगा, उनके लिए दो सेवकों को खड़ा करेगा, और उन्हें यीशु मसीह को अपना उद्धारकर्ता स्वीकार करने के लिए तैयार करेगा। इसलिए परमेश्वर बड़े क्लेश के समय में इस्राएलियों और अन्यजातियों दोनों को बचाएगा। वह इस्राएलियों और अन्यजातियों दोनों को समान रूप से नया जन्म प्राप्त करनेवाले संतों के उत्पीड़न और शहादत की अनुमति देगा। तथ्य यह है कि दो गवाह अपनी गवाही को पूरा करने के बाद शहीद हो जाते हैं और फिर उन्हें साढ़े तीन दिनों में पुनरुत्थित कर और स्वर्ग में उठा लिया जाता है - इसमें अंततः यह तथ्य शामिल है कि इन दो गवाहों की तरह, परमेश्वर के सेवक और अन्यजातियों के बीच उनके वो लोग होंगे जो मसीह विरोधी के खिलाफ लड़ेंगे, शहीद होंगे, और इस तरह अपने पुनरुत्थान और रेप्चर में भाग लेंगे।