Rev. Paul C. Jong
विषय सूची
प्रस्तावना
1. प्रभु पापों से किसका उद्धार करता है? (लूका २३:३२-४३)
2. हम यीशु मसीह की दुल्हने कैसे बन सकते है? (यूहन्ना २:१-११)
3. हमें जो उद्धार दिया गया है उसका सांसारिक धर्म से कोई लेनादेना नहीं है (यूहन्ना ४:१९-२६)
4. क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर मनुष्यजाति को दया नहीं आनी चाहिए (लूका २३:२६-३१)
5. पवित्र आत्मा ही मनुष्यजाति की एकमात्र आशा है (यशायाह ६:१-१३)
6. प्रभु ने हमें फिर कभी प्यासे न होने के लिए जीवन का जल दिया है (यूहन्ना ४:४-१४)
7. जब हम सुखी हड्डियों की तरह थे तब परमेश्वर ने हम पर जीवन की सांस फूंकी और हमें फिर से जीवित किया (यहेजकेल ३७:१-१४)
यह पुस्तक समझाती है कि उत्तर प्राचीन काल में नीकिया की परिषद में निर्मित निकेन पंथ का आज के ईसाइयों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ा है।
इस युग में, नया जन्म प्राप्त करने के सत्य को पूरा करने के लिए, आपको थोड़ा और अध्ययन करना चाहिए। और आपको विश्वास के उस कथन के बारे में और गहराई से जानने की आवश्यकता है जिस पर आप अब तक विश्वास करते आए हो।
अब आपको इस पुस्तक में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने लिए हुए बपतिस्मा का अर्थ खोजना चाहिए जिसे निकेन के विश्वासक कथन से हटा दिया गया था। इसलिए, यह आपके हृदय में सच्चा उद्धार और शांति प्राप्त करने का अवसर होना चाहिए।
अब आप उस बपतिस्मा में पानी और आत्मा के सुसमाचार के सच्चे मूल्य को जानेंगे जो यीशु ने प्राप्त किया था। आप अधिक गहराई से और स्पष्ट रूप से जानेंगे कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त यीशु के बपतिस्मा के वचन ने आपकी आत्मा को कैसे प्रभावित किया है और इसलिए आप विश्वास के द्वारा परमेश्वर की महिमा करेंगे।