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説教集

विषय ११ : मिलापवाला तम्बू

[11-19] सोने की दीवट (निर्गमन २५:३१-४०)

सोने की दीवट
(निर्गमन २५:३१-४०)
“फिर चोखे सोने की एक दीवट बनवाना। सोना ढलवाकर वह दीवट पाये और डण्डी सहित बनाया जाए; उसके पुष्पकोष, गाँठ और फूल, सब एक ही टुकड़े के बनें; और उसके किनारों से छ: डालियाँ निकलें, तीन डालियाँ तो दीवट के एक ओर से और तीन डालियाँ उसके दूसरी ओर से निकली हुई हों; एक एक डाली में बादाम के फूल के समान तीन तीन पुष्पकोष, एक एक गाँठ, और एक एक फूल हों; दीवट से निकली हुई छहों डालियों का यही आकार या रूप हो; और दीवट की डण्डी में बादाम के फूल के समान चार पुष्पकोष अपनी अपनी गाँठ और फूल समेत हों; और दीवट से निकली हुई छहों डालियों में से दो दो डालियों के नीचे एक एक गाँठ हो, वे दीवट समेत एक ही टुकड़े के बने हुए हों। उनकी गाँठें और डालियाँ, सब दीवट समेत एक ही टुकड़े की हों, चोखा सोना ढलवाकर पूरा दीवट एक ही टुकड़े का बनवाना। और सात दीपक बनवाना; और दीपक जलाए जाएँ कि वे दीवट के सामने प्रकाश दें। उसके गुलतराश और गुलदान सब चोखे सोने के हों। वह सब इन समस्त सामान समेत किक्‍कार भर चोखे सोने का बने। और सावधान रहकर इन सब वस्तुओं को उस नमूने के समान बनवाना, जो तुझे इस पर्वत पर दिखाया गया है।”
 
 
सोने की दीवट
सोने की दीवट को चोखे सोने के एक ही तुकडे से बनाया गया था। चोखा सोना ढालकर पूरा दीवट एक ही तुकडे का बनाया गया था, जिसके दोनों बाजू से तिन डालियाँ निकली हुई थी, और सात दीपक को पुष्पकोष और उसकी छह डालियों के ऊपर रखा गया था। जैसे सोने की दीवट को चोखे सोने से बनाया गया था, इसलिए वह देखने में बहुत ही मोहक था।
सोने की दीवट के सबसे ऊपर, तेल को रखने के लिए सात दीपक रखे गए थे, जिसे हर समय पवित्र स्थान में प्रकाश फ़ैलाने के लिए जलाया जाता था। व्यक्ति केवल नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से बुने तम्बू के द्वार को उठाकर और खोलने के द्वारा ही पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकता है। जो लोग इस स्थान में प्रवेश कर सकते है वे वही लोग है जो नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े में प्रगट हुए उद्धार के कार्य में विश्वास करते है। उसी रूप से, कोई भी व्यक्ति इस विश्वास के बगैर पवित्र स्थान में प्रवेश नहीं कर सकता, क्योंकि यह वो जगह है जहाँ केवल उन लोगों को प्रवेश करने की अनुमति है जो तम्बू के द्वार के परदे में प्रगट हुए नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े के रहस्य को जानते है।
इसलिए, जो लोग नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से बने अद्भुत उद्धार पर विश्वास करते है केवल वे ही परमेश्वर की कलीसिया के सदस्य बन सकते है। तम्बू के द्वार के परदे के चार रंग पानी और आत्मा के सुसमाचार का प्रतिबिम्ब है, यीशु के आगमन की भविष्यवाणी, जिसने बपतिस्मा लेने के द्वारा जगत के हमारे पापों को ले लिया और क्रूस पर चढ़कर और अपना लहू बहाने के द्वारा हमारे पापों का दण्ड सहा।
पानी और आत्मा के इस सुसमाचार के अलावा ओर कोई सुसमाचार पाप की सच्ची माफ़ी का सुसमाचार नहीं है जो प्रभु ने हमें दिया है। पानी और आत्मा का सुसमाचार बपतिस्मा से बना है जो यीशु ने प्राप्त किया था और क्रूस के न्याय से बना है जो हमें पाप की माफ़ी की आशीष देने के लिए उसने सहा था। उसी रूप से, जो लोग पूरे हृदय से इस सत्य पर विश्वास करते है केवल वेही अपने सारे पापों की माफ़ी पा सकते है। दुसरे शब्दों में, परमश्वर केवल उन लोगों को पवित्र स्थान में प्रवेश करने की अनुमति देते है जो नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े की सच्चाई में विश्वास करते है।
जिस तरह पवित्र स्थान में सोने की दीवट हमेशा अपना प्रकाश फैलाता था, उसी तरह जो लोग पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा परमश्वर की संतान बने है वे भी उद्धार के प्रकाश से पूरी दुनिया में उजियाला फैलाएंगे जो लोगों को उन एके पापों से बचाता है। दुसरे शब्दों में, जिन्होंने पानी और आत्मा के सुसमाचार के द्वारा पाप की माफ़ी पाई है केवल वही लोग दीवट की भूमिका को परिपूर्ण कर सकते है जो उद्धार के प्रकाश को फैलाते है, ताकि दुसरे लोग भी इस सत्य को जाने और अपने पापों की माफ़ी पाए।
सोने की दीवट में फूल, गांठ और पुष्पकोष थे। जैसे परमेश्वर ने आदेश दिया था की दीवट पर सात दीपक रखे, और जब दीवट को जलाया जाए, तब पवित्र स्थान हमेशा के लिए प्रकाशित हो। इसका मतलब है की धर्मी लोग जो पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा अपने पापों से शुध्ध हुए है वे इकठ्ठा होंगे, परमेश्वर की कलीसिया का निर्माण करेंगे, और इस दुनिया को प्रकाशित करेंगे। दीवट का प्रकाश जो पवित्र स्थान में उजियाला देता था वह पानी और आत्मा का सुसमाचार है, जो इस दुनिया के अन्धकार को दूर करता है।
हमें पापों से बचाने के लिए, यीशु मसीह इस पृथ्वी पर आए, मनुष्य की देह में जन्म लिया। और हमारे पापों को उठाने के लिए उसने यूहन्ना से बपतिस्मा लिया, और हमारे पापों का दण्ड सहने के लिए वह क्रूस पर चढ़ा। इस तरह यीशु उद्धार का प्रकाश बना। मिलापवाले तम्बू के आँगन में पापी बलिदान के सिर पर हाथ रखने के द्वारा अपने पाप उसके ऊपर डालते थे और बलिदान को मारने के द्वारा अपने पापों का दण्ड उसे देते थे।
उसी तरह, यीशु मसीह ने परमेश्वर की व्यवस्था के मुताबिक़ बपतिस्मा लेकर और क्रूस पर मरकर हमारे उद्धार को परिपूर्ण किया है, और वह पूरी मनुष्यजाति के लिए उद्धार की ज्योति बना है। नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुई सेवकाई के साथ यीशु मसीह ने मनुष्यजाति के उद्धार को परिपूर्ण किया है। इस प्रकार हम यीशु मसीह के द्वारा दिए गए उद्धार और लहू के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा उद्धार पाए है। जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता है उन्हें सत्य के इस प्रकाश को ढूँढना चाहिए।
यीशु मसीह ने इस दुनिया को उद्धार की ज्योति दी है ताकि जो लोग पानी और आत्मा से नया जन्म पाए है केवल वे ही परमेश्वर के राज्य में प्रवेश कर सके। उसी रूप से, जो लोग पानी और आत्मा से नया जन्म पाए है केवल वे ही परमेश्वर की कलीसिया का हिस्सा बन सकते है और पूरी दुनिया में पानी और आत्मा के प्रकाश को फैलाने के लिए योग्य बन सकते है। क्योंकि वे केवल पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करते है और उसका प्रसार करते है, इसलिए परमेश्वर ने पानी और आत्मा का यह सुसमाचार ख़ास तौर पर उन्हें दिया है और उन्हें अनुमति दी है की वे सच्चे सुसमाचार का प्रकाश फैलाए।
उसी रूप से, हमें यह समझना चाहिए की पूरी दुनिया में सुसमाचार का प्रसार करने का काम केवल वे लोग ही कर सकते है जो पानी और आत्मा के सुसमाचार पर सच्चाई के रूप में विश्वास करते है। पापी पवित्र स्थान में प्रवेश नहीं कर सकते। जो लोग तम्बू के द्वार के नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े में प्रगट हुए सुसमाचार पर विश्वास करते है केवल वे ही प्रवेश कर सकते है। इसलिए, जो लोग नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े के सत्य को जानते है और अपन हृदय में विश्वास करते है केवल वे लोग ही मिलापवाले तम्बू के अन्दर आ सकते है और उद्धार की ज्योति को फैलाने का कार्य कर सकते है।
मिलापवाले तम्बू के आँगन के द्वार के पास, नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े से बना पर्दा भी रखा हुआ है। जो लोग अपना बलिदान अर्पण करने के लिए मिलापवाले तम्बू को ढूँढ रहे है, उनके लिए परमेश्वर ने उन्ही चार रंगों से आँगन के द्वार को बनाया था। लेकिन पुराने नियम के समय के लोग अपने हरदिन के अर्पण के द्वारा हमेशा के लिए सम्पूर्ण नहीं बने थे। इसलिए उन्हें मसीहा का इंतज़ार करना पडा। हालाँकि, जब यीशु मसीहा वास्तव में आया, तब वे यह पहचानने में विफल रहे की वह मिलापवाले तम्बू के परदे के प्रकाशन के मुताबिक़ अनंतकाल का बलिदान देकर मसीहा बना है।
यह आज को उन मसीहियों के जैसे ही थे, जो यीशु का नाम तो लेते है, लेकिन वे यह नहीं जानते की वह नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े से आया और उसने हमें सम्पूर्ण रीति से बचाया है। जब पुराने नियम के लोग हरदिन बलिदान के सिर पर अपने हाथ रखने के द्वारा बलिदान और उसके लहू का अर्पण करते थे, तब उन्हें विश्वास करना पड़ता था की उद्धारकर्ता उनके लिए बलिदान के रूप में इसी रूप से प्रगट होगा।
इसी तरह, इस जगत के लोगों को भी विश्वास करना चाहिए की यीशु मसीह उद्धारकर्ता इस पृथ्वी पर आए, हाथ रखने की पुरानी नियम की बलिदान की पध्धति के मुताबिक़ बपतिस्मा लेकर जगत के पापों को उठाया, क्रूस पर चढ़ा और अपना लहू बहाया, और इस प्रकार अपने लोगों को पाप से बचाया। लेकिन क्योंकि वे लोग पुराने नियम की बलिदान की पध्धति को भी नहीं जानते, इसलिए उन्हें ये पता ही नहीं है की यीशु अपने बपतिस्मा और लहू से आया की केवल क्रूस के लहू से आया है, या स्पष्ट रूप से उद्धारकर्ता है।
परमेश्वर की नज़र में, आज के मसीही जो पुराने नियम की बलिदान की पध्धति पर विश्वास करते है वह इस्राएल के लोगों के विश्वास की तरह दोषपूर्ण है। क्योंकि उनके पास उ मसीहा पर सच्चा विश्वास नहीं है जो बलिदान की पध्धति में प्रगट हुआ, इसलिए वे विश्वास नहीं कर पाते की मसीहा आया, बपतिस्मा लिया, और अपना लहू बहाया। लेकिन इस जगत के सारे लोगों को, जिसमे इस्राएल के लोग भी सम्मिलित है, पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करना चाहिए, की यीशु ने अपने बपतिस्मा और क्रूस पर चढ़ने की सेवकाई के द्वारा उन्हें उनके पापों से बचाया है।
आपको और मुझे हमारे सारे पाप और दण्ड से बचाने के लिए, यीशु मसीह ने बपतिस्मा लिया और अपना लहू बहाया। मिलापवाले तम्बू के द्वार में प्रगट हुए नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े म निहित सत्य के द्वारा जो पानी और आत्मा के सुसमाचार का प्रतिबिम्ब है, हम यीशु मसीह को जानने के लिए सक्षम बने है। इस उध्दार के सत्य क द्वारा लोग अपने हृदय में सच्चे सुसमाचार पर विश्वास करने से अपने पापों की माफ़ी पा सकते है। पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा जो यीशु मसीह ने वास्तव में इस पृथ्वी पर आकर, बपतिस्मा लेकर और क्रूस पर मरने के द्वारा हमें दिया है, आपको अपने हृदय में वह विश्वास पाना चाहिए जो आपको उद्धार दे। इस सत्य ने आपको आपके सारे पापों से बचाया है।
परमश्वर के पवित्र घर में, तिन परदों के द्वार है। यह सारे द्वार नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से बुने हुए है। जैसे मैंने बार बार आपसे कहा है, यह चार रंग वास्तव में परमेश्वर के उद्धार को प्रगट करते है: हमें हमारे पापों से बचने के लिए, परमश्वर ने नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े को परिपूर्ण करके पाप की माफ़ी की व्यवस्था कोम स्थापित किया। इसलिए, यदि हम इस पाप की माफ़ी की व्यवस्था के मुताबिक़ विश्वास करते है, तो परमेश्वर हमारे विश्वास का स्वीकार करता है और हमें हमारे पापों से हमेशा के लिए बचाता है।
नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े में प्रगट हुए सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा हममें से कोई भी व्यक्ति हमारे सारे पापों से हमेशा के लिए बच सकते है। परमेश्वर के द्वारा दी गई बलिदान की पद्धति के सही महत्त्व को जानकर और विश्वास करने के द्वारा कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के पास जा सकता है। पवित्र स्थान यानी की परमेश्वर के घर के प्रवेश द्वार पर, पाँच खम्भे थे, और नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से बुना पर्दा इन खम्भों पर लटकाया गया था। हमारे लिए परमेश्वर के पास जानेके लिए, हमारे पास चार रंगों के परदे में प्रगट हुआ विश्वास होना चाहिए।
नीले कपड़े में दिखाया गया विश्वास यह है की यीशु मसीह ने बपतिस्मा लेने के द्वारा हमारे पापों का स्वीकार किया, और लाल कपड़े में दिखाया गया विश्वास यह है की यीशु ने क्रूस पर चढ़कर और अपना लहू बहाकर पाप के दण्ड को सहा। बैंजनी रंग में प्रगट हुआ विश्वास यह मानता है की यीशु खुद परमेश्वर है, और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुआ विश्वास उसके विस्तृत वचन पर विश्वास करता है की परमेश्वर न पूर्वोक्त कपड़ों के द्वारा हमारे पापों को मिटाकर हमें पापरहित बनाया है – अर्थात्, नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े से। इस सत्य को पानी और आत्मा का सुसमाचार कहा जाता है। उसी रूप से, यीशु ने हमें पानी और आत्मा से बचाया है यह विश्वास करने के द्वारा, हम परमेश्वर के राज्य में प्रवेश कर सकते है। यह उन लोगों का विश्वास है जो मिलापवाले तम्बू का द्वार खोल सकते है और पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकते है।
मिलापवाले तम्बू के आँगन का द्वार नीले और लाल कापसे से बुना था जो हमें परमेश्वर की उस योजना को समझने के लिए सक्षम बनाता है की वह हमें कैसे बचाएगा, हमें दिखाता है की हमारा उद्धार, परमेश्वर के द्वारा स्थापित पाप की माफ़ी के द्वारा आएगा, वह हमारी मनुष्य निर्मित कोशिशों से प्राप्त नहीं किया जा सकता। यद्यपि हम हरदिन पाप के प्रायश्चित के लिए बलिदान के अर्पण के बगैर यानी की हाथ रखने के द्वारा पापों को पारित किए बिना और लहू को बहाए बगैर हमारे पाप की माफ़ी मांगे, तो हम हमारे अनन्त पाप से उद्धार नहीं पा सकते। जब बलिदान का अर्पण जो जगत के हमारे अनन्त पापों को अपने ऊपर उठाकर हमें पाप से बचाने के लिए आएगा कवल तब हम इस सत्य पर विश्वास करने के द्वारा सम्पूर्ण रीति से बचेंगे और इस प्रकार पाप की माफ़ी को प्राप्त करेंगे।
यदि हमारे हृदय में यह विश्वास है जो इस सत्य के सुसमाचार पर विश्वास करता है, तो हम उद्धार के सुसमाचार को फैलाने के लिए योग्य बनेंगे जो हर एक खोई हुई आत्मा के लिए अनन्त जीवन लाता है। नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े में प्रगट हुई यीशु की सेवकाई पर विश्वास करने के द्वारा, हम पाप की माफ़ी के सत्य से इस जगत को प्रकाशित कर सकते है। पवित्र स्थान की दीवट के सात दीपक थे, इसलिए जब इन दीपक को जलाया जाता था, जब उनका प्रकाश सोने से मढ़ी हुई तम्बू की दीवार पर प्रतिबिम्ब डालती थी, इस प्रकार पवित्र स्थान के अन्दर का पूरा भाग प्रकाशित हो जाता था। यदि पवित्र स्थान में दीवट नहीं होती, तो वहाँ केवल अन्धेरा होता। यही कारण है की परमेश्वर ने इस अंधकारमय दुनिया में अपने संतों और सेवकों को रखा है जो पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करते है।
 
 

सोने की दीवट की भूमिका क्या थी?

 
सोने की दीवट हमें दिखाता था की परमेश्वर ने हमें ऐसा विश्वास दिया है जो सत्य पर विश्वास करता है, जो जगत की ज्योति बना है। हमारा विश्वास यह है की हमें विश्वास करना है की यीशु मसीह इस पृथ्वी पर पैदा हुए थे, बपतिस्मा लिया, और क्रूस पर अपना लहू बहाया। दुसरे शब्दों में, परमेश्वर हमें इस विश्वास के साथ उद्धार की ज्योति को प्रकाशित करने के लिए कह रहा है। जब हम अपने हृदय में उद्धार के सुसमाचार को थामे रहते है और इस सत्य का प्रसार करते है, उसी पल सत्य का प्रकाश प्रकाशित होता है। तब लोग इस प्रकाशित उजियाले को देखेंगे, और समझेंगे की परमेश्वर ने उन्हें नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपडे से बचाया है, और परमेश्वर की निज प्रजा बने है। सत्य का यह प्रकाश पानी और आत्मा का सुसमाचार है जो परमेश्वर पिता, पुत्र, औत्र पवित्र आत्मा के द्वारा आयोजित और परिपूर्ण किया गया।
यीशु इस पृथ्वी पर आया, बपतिस्मा लिया और क्रूस पर चढ़ा, अपना लहू बहाया और मरा, और हमें हमारे सारे पापों से माफ़ी देने के लिए मृत्यु से जीवित हुआ इस सत्य पर हमारे विश्वास के द्वारा हम उन लोगों तक सुसमाचार फैला रहे है जिन्होंने अभी तक उद्धार नहीं पाया। अगर यीशु ने बपतिस्मा नहीं लिया होता और हमारे लिए बलिदान नहीं हुआ होता, तो आप और मैं कभी भी हमारे पापों से बचे नहीं होते।
क्योंकि यीशु ने बपतिस्मा लिया, अपना लहू बहाया, आर हमारे लिए बलिदान हुआ, इसलिए वह सरे पापियों को विश्वास दे पाया जो उन्हें बचाता है। हम यहाँ पर कोई भ्रामक सिध्धांत नहीं फैला रहे। पूरी दुनिया में हम नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुए उद्धार के प्रकाश को फैला रहे है। क्योंकि हमारे पास वह विश्वास है जो यीशु के बपतिस्मा और क्रूस के बलिदान को जानता और विश्वास करता है इसलिए हम उन लोगों को जीवन का प्रकाश फैला सकते है जो अँधेरे में रहते है। वह सारे लोग जो इस प्रकाश से प्रकाशित हुए है वे यह अद्भुत गवाही देंगे की उनके हृदय के सारे पाप दूर हो गए है। दुनिया के सारे लोग भी यीशु के बपतिस्मा और क्रूस को बलिदान को जानेंगे जो उसने जगत के पापों को मिटाने के लिए सहा था, और इन्हें अपने खुद की पापों की माफ़ी के रूप में विश्वास करने के द्वारा, वे सत्य के प्रकाश को ढूँढ पाएंगे।
क्यों यीशु मसीह को इस पृथ्वी पर आना पडा? क्यों उसे बपतिस्मा लेना पडा? क्यों उसे क्रूस पर मरना पडा? क्यों उसे तिन दिनों में मृत्यु से जीवित होना पडा? इन सबका करण यह है क्योंकि यीशु मसीहा था। मसीहा के रूप में उद्धार के सारे कार्यों को परिपूर्ण करने के लिए, यीशु ने बपतिस्मा लिया और अपना लहू बहाया, और इस प्रकार उसने पापियों को उद्धार की ज्योति दिखाई। इसलिए, पूरी दुनिया में उद्धार का प्रकाश फैलाने के द्वारा, हम कई लोगों को यह सत्य जानने, उस पर विश्वास करने, और अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए सक्षम बना सकते है।
आप और मैं दीवट है जो पानी और आत्मा के सुसमाचार से पूरी दुनिया को प्रकाशित कर रहे है। हम जिस सुसमाचार का प्रसार कर रहे है उसके द्वारा, लोग सत्य के प्रकाश को जानेंगे जो उन्हें बचाता है। जो लोग इसं अंधकारमय दुनिया में प्रकाश को ढूँढ रहे है वे इस प्रकाशित ज्योति को देखेंगे जिसे हम फैला रहे है, सत्य के प्रकाश के पास आएँगे, और अपने सारे पापों से उद्धार पाएंगे। इस सत्य पर विश्वास करनेवाले विश्वास के पास आने के द्वारा, सारे मनुष्य उद्धार पा सकते है।
यह सुसमाचार कोई काल्पनिक बात नहीं है। उसी रूप से, हमें हमारे सच्चे हृदय से विश्वास करना चाहिए। जब हम नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुई यीशु की सेवकाई पर विश्वास करते है केवल तभी हम सुसमाचार को फैलाने का कार्य कर सकते है। लेकिन यद्यपि हमने तेल रखे हुए दीपक के बिना पाप की माफ़ी को प्राप्त किया है, तो हम हमेशा के लिए प्रकाशित नहीं रह सकते, और इसलिए परमेश्वर ने हमें परमेश्वर की कलीसिया दी है, जो हमारी दीवट है। दीवट की प्रत्येक डालियाँ पर पुष्पकोष थे, और इन पुष्पकोष के निचे गाँठ थी। इसका मतलब यह है की कलीसिया का निर्माण विश्वास से होता है।
एसी जगह जहाँ लोग अपने हृदय में विश्वास करने के द्वारा वास्तव में पाप की माफ़ी पाते है वह परमेश्वर की कलीसिया है। कलीसिया का सिर यीशु मसीह है, और कलीसिया उसकी देह है। जैसे सिर आदेश देता है उसी प्रकार देह कार्य करता है, वैसे ही कलीसिया यीशु मसीह की आज्ञा के अनुसार अपने हाथ और पैर हिलाते है। इसी तरह सुसमाचार की सेवकाई की जाति है। तो फिर परमेश्वर की कलीसिया क्या देख रही है? अंधकारमय पाप में व्याप्त, पूरी दुनिया मर रही है, और कलीसिया इन के बिच आत्माओं को देख रहीं है जो नरक में बंधी हुई है। परमेश्वर की कलीसिया उन्हें उद्धार के प्रकाश से प्रकाशित कर रही है। यही है जो आप और मैं सुसमाचार पर हमारे विश्वास के द्वारा उसकी कलीसिया में करते है।
ऐसे देश में जहाँ मसीहियत का लंबा इतिहास है, बहुत सारे लोग है जो बहुत पढ़े लिखे और बाइबल के ज्ञानी है। मैं विश्वास करता हूँ की उनमें से जो लोग निरंतर सच्चाई को ढूँढ रहे है उनका सामना इस सत्य से होगा, वे एक ही बार में अपने पापों की माफ़ी पाएंगे। इसलिए ऐसे लोगों को पानी और आत्मा के सुसमाचार का प्रसार करने के लिए, मैं विश्वास से नए जन्म पाए हुए सारे संतों के साथ जुड़कर कार्य कर रहा हूँ।
क्योंकि मसीहियत ने दुसरे धर्मों से विपरीत अपनी विश्वास की नींव वचन में राखी है, इसलिए यदि हम वचन को सही रीति से फैलाएंगे केवल तभी लोग पाप की माफ़ी पाएंगे। लेकिन ऐसे भी लोग है जो इस सत्य के विरुध्ध में उग्र रूप से खड़े है, केवल इसका मज़ाक उड़ाते है और विश्वास नहीं करते, भले ही चाहे जीतना भी उसे प्रचार किया जाए। ख़ास तौर पर, कुछ ऐसे धर्मनिष्ठ है जो परमेश्वर क वचन पर विश्वास नहीं करते, और ऐसे लोग कभी भी पानी और आत्मा के सत्य पर विश्वास नहीं करेंगे। लेकिन उनके बारे में क्या जो बाइबल को परमेश्वर के वचन के रूप में स्वीकार करते है? ऐसे अनगिनत लोग इस सुसमाचार को सुनने और विश्वास करने क द्वारा पाप की माफ़ी पाएंगे।
क्योंकि मेरे पास यह विश्वास है इसलिए मैं आपके साथ मिलकर आज तक परमेश्वर की सेवकाई करता आया हूँ। आनेवाले दिनों में, यह सुसमाचार अनगिनत लोगों तक फ़ैल जाएगा और परमेश्वर के महान सेवक खड़े होंगे। ऐसा भी हो सकता है की जहाँ हम देख नहीं सकते वहाँ परमेश्वर कार्य कर रहा है और वास्तव में हजारों लोग हररोज पापों की माफ़ी प्राप्त कर रहे है। और आपके और मेरे जैसे, लाखों लोग दीपक बनेंगे और दुनिया भर के लोगों तक अपने हृदय के विश्वास को फैलाएंगे जो नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुए उद्धार पर विश्वास करता है। मैं विश्वास करता हूँ की जैसे वे पूरी दुनिया को प्रकाशित करते है, वैसे नए विश्वासी निरंतर उठ खड़े होंगे, और वे भी तालीम प्राप्त करेंगे और बदले में इस सुसमाचार का प्रसार करेंगे।
हम जो अब परमेश्वर के दीपक बन गए है वे अपने विश्वास से उद्धार की ज्योति को प्रकाशित कर रहे है जो नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुए सत्य पर विश्वास करते है। नीला कपड़ा यीशु के बपतिस्मा के सत्य का प्रकाश फैलाता है – अर्थात्, यीशु ने यूहन्ना से बपतिस्मा लेने के द्वारा जगत के पापों को उठाया; बैंजनी कपड़ा इस सत्य की ज्योति को प्रकाशित कर रहा है की यीशु मसीह राजाओं का राजा है; लाल कपड़ा सत्य की यह ज्योति को प्रकाशित कर रहा है की यीशु जगत के पापों को उठाकर क्रूस के पास गया और उसके ऊपर अपने लहू को बहाया; और बटी हुई सनी का कपड़ा सत्य की उस ज्योति से चमक रहा है की परमेश्वर के वचन ने पापियों को धर्मी बनाया है। परमेश्वर के द्वारा दिया गया पानी और आत्मा के सुसमाचार का वचन नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुआ सत्य का प्रकाश है।
यह सुसमाचार हमें यह भी कहता है की वह दुसरे आगमन के प्रभु के रूप में इस पृथ्वी पर वापस आनेवाला है, हमें फिर से जीवित करेगा, हजार साल के राज्य में हमें उसके साथ राज करने देगा, और हमें परमेश्वर के अनंतकाल के राज्य में प्रवेश करने और हमेशा वहाँ जीवन जीने के लिए सक्षम बनाएगा। क्या आप कल्पना कर सकते है की अनन्त जीवन क्या है?
यश ब्रह्मांड इतना फैला हुआ और बड़ा है की वैज्ञानिक कहते है की हमारे सूअर मण्डल और आकाश गंगा के परे बहुत सारी ओर भी आकाश गंगाए है जिसमे बहुत सारे तारामंडल है। ब्रह्मांड का क्षेत्र जो परमेश्वर ने बनाया है वह आश्चर्यजनक रूप से चमत्कारपूर्ण है। पूरे आकाश गंगा में हमारे ब्रह्मांड के अलावा अनगिनत दूसरी आकाश गंगाए भी है जिसके बारें में हम जानते भी नहीं है। गिरता हुआ तारा वास्तव में गृह का टूटा हुआ भाग है जो लाखों साल पहले आकाश गंगा से दूर हो गया था, केवल अभी वह पृथ्वी के स्टार तक पहुँचा है और जल रहा है।
दुसरे शब्दों में, हम केवल अभी इस बात की पुष्टि कर सकते है की लाखों साल पहले क्या हुआ था। इसी तरह, परमेश्वर के द्वारा बनाया गया ब्रह्मांड का यह व्यापक क्षेत्र आज भी अनजाना है। लेकिन भले ही ब्रह्मांड हमारे लिए अनजाना है, लेकिन परमेश्वर के लिए यह केवल हाथ की हथेली जितना छोटा है। परमेश्वर सर्वज्ञानी और सर्वसामर्थी है जिसने सारी चीजो की सृष्टि की और ब्रह्मांड की व्यवस्था को स्थापित किया।
हम सत्य के प्रकाश से दुनिया को प्रकाशित कर सकते है, पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा कोई भी पाप की अनंतकाल की माफ़ी को प्राप्त कर सकता है और अनन्त जीवन का आनन्द ले सकता है। परमेश्वर की संतान के पास जीवन की चमकती हुई ज्योति है जो उन्हें हमेशा के लिए यीशु मसीह के साथ जीवन जीने के लिए अनुमति देती है। परमेश्वर हमेशा हमारे साथ है, और हमें उसकी प्रसन्नता का आनन्द उठाने की अनुमति देता है और हमें अपनी महिमा से भरता है। क्यों? क्योंकि हम उसकी सामर्थ्य के सुसमाचार की ज्योति में विश्वास करते है। एक बार जब हम इस ज्योति को ढूँढ लेते है जो हमें सत्य जानने के लिए सक्षम बनाती है, फिर हम इस ज्योति को दूसरों तक फैलाते है।
और जब हम पर्मेह्वर के विधि को देखते है जो पूरे ब्रह्मांड में कार्य कराती है, तब उसके कार्य में हमारा विश्वास बढ़ जाता है। कुछ तारे लाखो साल पहले गायब हो गए, लेकिन फिर भी हमारी आँखे उसे अभी भी देखती है क्योंकि वे इस गृह से लाखो प्रकाशवर्ष दूर थे! जब हम ब्रह्मांड की अनंतता के बारे में सोचत है तब हम केवल “अनंतकाल” के विषय की केवल कल्पना कर सकते है।
हम जो अब परमेश्वर की कलीसिया का हिस्सा बने है वे अब नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े में प्रगट हुआ सच्चे सुसमाचार के प्रकाश को फैलाकर अपना जीवन जी रहे है। हम विश्वास करते है की यह उद्धार हमें हमारे पिता के राज्य में अनन्त और आशीषित जीवन की निश्चितता देता है। और हम जानते है की परमेश्वर चाहता है की सारे मनुष्य उद्धार पाए और सत्य के ज्ञान को प्राप्त करे (१ तीमुथियुस २:४)। इसलिए, जो लोग उद्धार के प्रकाश को जानते है उन्हें पानी और आत्मा के सुसमाचार को फैलाना चाहिए, एक ऐसा कार्य जो परमेश्वर ने उन्हें दिया है।
परमेश्वर ने हमें आशीष दी है ताकि हम यह कार्य को कर पाए। यह सच है की यश आशीष कितनी बड़ी है यह जानने के बाद हमें विश्वास के द्वारा हमें दिया गया कार्य करना चाहिए। मैं आशा करता हूँ की आप सब उस प्रकाश से अपने हृदय को भर देंगे जो परमेश्वर के सत्य को जानता है। परमेश्वर के अनुग्रह से, आप और मैं नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े में प्रगट हुई उद्धार की सेवकाई पर विश्वास करते है, और हम पूरी दुनिया के लिए उद्धार की ज्योति बन गए है, इसे व्यक्ति जो पूरी दुनिया को प्रकाशित करते है। हाल्लेलूया! मैं अपना सारा धन्यवाद परमेश्वर को देता हूँ।