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キリスト教信仰に関するFAQ

主題3: 黙示録

3-12. क्या “बड़ी भीड़ जिसे कोई गिन नहीं सकता (प्रकाशितवाक्य ७:९)” रेप्चर हुए संतों को संदर्भित करता है?

हाँ यह सही है। प्रकाशितवाक्य ७:९ कहता है, “इसके बाद मैं ने दृष्‍टि की, और देखो, हर एक जाति और कुल और लोग और भाषा में से एक ऐसी बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था, श्‍वेत वस्त्र पहिने और अपने हाथों में खजूर की डालियाँ लिये हुए सिंहासन के सामने और मेम्ने के सामने खड़ी है।” इस वाक्यांश से, "हर एक जाति और कुल और लोग और भाषा में से… श्वेत वस्त्र पहिने,” हम देख सकते हैं कि पानी और आत्मा के सुसमाचार में उनके विश्वास के साथ, अन्यजातियों के बीच एक अनगिनत भीड़ मसीह विरोधी के विरुद्ध लड़ेगी और जय प्राप्त करेगी, शहीद होंगे, और पहले पुनरुत्थान और रेप्चर में भाग लें। 
यद्यपि इन अंतिम दिनों में मसीह विरोधी छुटकारे के लिए पागलों की तरह भागता है तब हम यह भी पहचान सकते हैं कि साथ ही और भी अधिक लोग उठेंगे जो परमेश्वर के द्वारा दिए गए पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वास करते हैं। इस प्रकार, अन्यजातियों के बीच भी एक बड़ी भीड़ उठेगी, इतनी बड़ी भीड़ कि कोई भी गिन नहीं सकता, जो पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वास करके पाप से बचाए जाएंगे और अपने विश्वास के साथ उनकी शहादत को गले लगाएंगे। 
प्रकाशितवाक्य ७:१४ कहता है, “उसने मुझ से कहा, “ये वे हैं, जो उस महाक्लेश में से निकलकर आए हैं; इन्होंने अपने–अपने वस्त्र मेम्ने के लहू में धोकर श्‍वेत किए हैं।” जब इस पृथ्वी पर महान क्लेश आया तब यह लोग परमेश्वर की कलीसिया के द्वारा प्रचारित पानी और आत्मा के सुसमाचार पर अपने पूरे ह्रदय से विश्वास करने के द्वारा अपने पापों से बचाए गए। इसलिए वे शहीद हो गए, क्योंकि उन्होंने न तो मसीह विरोधी की पूजा की और न ही अपने दाहिने हाथ या माथे पर पशु का निशान प्राप्त किया, और इस तरह संतों के पुनरुत्थान और रेप्चर में शामिल हुए। इस कारण वे सिंहासन के साम्हने और मेम्ने के साम्हने खड़े होकर स्तुति करते हैं; "उद्धार हमारे परमेश्वर का है जो सिंहासन पर विराजमान है, और मेम्ने का है!"
इसलिए, परमेश्वर न केवल यहूदी लोगों का परमेश्वर है, बल्कि वह अन्यजातियों का भी परमेश्वर है। इस प्रकार, वह सुनिश्चित करेगा कि जब महान क्लेश के अंतिम दिन आएंगे, तो हर एक जाति और कुल और लोग और भाषा में से अन्यजाति की बड़ी भीड़ निकलेगी जो पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वास करेंगे, पाप की क्षमा प्राप्त करेंगे, और शहीदों के झूंड के बिच खड़े हो जाएंगे।