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विषय १२: यदि आपके ह्रदय में भ्रम और खालीपन है, तो सत्य के प्रकाश की खोज करे

[12-4] क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर मनुष्यजाति को दया नहीं आनी चाहिए (लूका २३:२६-३१)

क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर मनुष्यजाति को दया नहीं आनी चाहिए
(लूका २३:२६-३१)
“जब वे उसे लिए जा रहे थे, तो उन्होंने शमौन नामक एक कुरेनी को जो गाँव से आ रहा था, पकड़कर उस पर क्रूस लाद दिया कि उसे यीशु के पीछे–पीछे ले चले। लोगों की बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली और उसमें बहुत सी स्त्रियाँ भी थीं जो उसके लिये छाती–पीटती और विलाप करती थीं। यीशु ने उनकी ओर मुड़कर कहा, “हे यरूशलेम की पुत्रियो, मेरे लिये मत रोओ; परन्तु अपने और अपने बालकों के लिये रोओ। क्योंकि देखो, वे दिन आते हैं, जिनमें लोग कहेंगे, ‘धन्य हैं वे जो बाँझ हैं और वे गर्भ जो न जने और वे स्तन जिन्होंने दूध न पिलाया।’ उस समय ‘वे पहाड़ों से कहने लगेंगे कि हम पर गिरो, और टीलों से कि हमें ढाँप लो।’ क्योंकि जब वे हरे पेड़ के साथ ऐसा करते हैं, तो सूखे के साथ क्या कुछ न किया जाएगा?”
 

आज के पवित्रशास्त्र के पठन में, हम यीशु को कलवरी पर्वत पर क्रूस को ले जाते हुए देखते हैं। इस समय तक यीशु उनचालीस कोड़े खाकर थक चुका था। जब वह क्रूस का भार सहन नहीं कर सका, तो रोमी सैनिकों ने शमौन नाम के एक कुरेनी व्यक्ति को पकड़ लिया और उसे क्रूस उठाने के लिए मजबूर कर दिया। उस समय महिलाओं का एक समूह विलाप कर रहा था, जो यीशु को अपने अनुयायियों के रूप में मानते थे। इन रोती हुई स्त्रियों से यीशु ने कहा, “यरूशलेम की पुत्रियों, मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने लिये और अपने बालकों के लिये रोओ।” आज, मैं उस बात की गवाही देना चाहूँगा जो यीशु ने यहाँ महिलाओं से कही थी, क्योंकि यह हमारे लिए अब भी कई आत्मिक शिक्षाओं की आवश्यकता है। 
आज ऐसे कई ईसाई हैं जो क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु के लिए दया में अपने विश्वास का जीवन जी रहे हैं। जहाँ प्रभु ने आज के पवित्रशास्त्र के पठन में कहा, "मेरे लिए मत रोओ, परन्तु अपने और अपने बालकों के लिए रोओ," वह कह रहा था, "तुम मेरे लिए क्यों रो रहे हो? मेरे लिए इस तरह रोने की जरूरत नहीं है। मैं अभी क्रूस को गोलगोथा पर्वत पर ले जा रहा हूँ क्योंकि मैंने इस संसार के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। इसलिए मेरे लिए मत रोओ।”
 


इस संसार के धार्मिक लोगों द्वारा यीशु पर दया नहीं की जानी चाहिए


यीशु त्रिएक परमेश्वर है जिसने हमारी दैहिक आँखों के लिए दृश्यमान और अदृश्य सभी चीज़ों को बनाया है। जब त्रिएक परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की रचना की, तब यीशु वहां था। वह सृष्टिकर्ता है जिसने अपने वचन से इस ब्रह्मांड और इसमें सभी चीजों को बनाया है। और परमेश्वर पिता ने अपने पुत्र यीशु मसीह के द्वारा सभी पापियों को उनके पापों से बचाने के लिए उद्धार की योजना स्थापित की। यीशु ही उद्धारकर्ता है जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के सभी पापों को स्वीकार कर लिया। 
आज ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपने पापों से धुलने में समर्थ नहीं हुए हैं क्योंकि उन्होंने अभी भी अपने हृदय में यीशु के बपतिस्मा को स्वीकार नहीं किया है, जिसने इस संसार के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। प्रभु के बपतिस्मा में अरुचिकर, बहुत से लोग उद्धार के उस अनुग्रह की उपेक्षा कर रहे हैं जो उन्हें नया जन्म लेने में सक्षम बनाता है। ये लोग परमेश्वर के वचन के बजाय निकेन विश्वास-कथन में दर्शाए गए क्रूस के कष्ट को याद रखते हैं। हमें प्रभु पर दया नहीं करनी चाहिए, बल्कि यीशु के बपतिस्मा पर ध्यान देना चाहिए। हमें इस विश्वास के प्रति कहीं अधिक चौकस होना चाहिए कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को उठा लिया। हमें यह समझना चाहिए कि हम अपने पापों से कैसे धोए जाते हैं, यह यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से जो बपतिस्मा प्राप्त किया था उस पर और उसके क्रूस पर विश्वास के द्वारा प्राप्त किया जाता है। 
यीशु चाहता है कि हम उसके बपतिस्मा के कार्य में अपना विश्वास रखकर अब शुध्ध हो जाए और हमारे सारे पापों से नया जन्म प्राप्त करे। क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु के लिए खेद महसूस करते हुए, आज ईसाई यीशु पर तरस खाकर विश्वास करने के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रभु की नज़र में, ऐसे लोग घृणित धार्मिक अभ्यासियों से ज्यादा कुछ नहीं हैं। वे यीशु की पवित्रता, उसकी सर्वसामर्थाता और उसकी धार्मिकता को नहीं जानते। वे एक भीड़ में बदल रहे हैं, उद्धार के वचन की अवहेलना और उपहास कर रहे हैं कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया। 
 
 

“मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने और अपने बालकों के लिये रोओ”


जब प्रभु ने कहा, "मेरे लिए मत रोओ, परन्तु अपने और अपने बालकों के लिए रोओ" तो उसका क्या मतलब था? इसका अर्थ है कि प्रभु चाहता है कि हम उसके बपतिस्मा के कार्य को जानें और उस पर विश्वास करें, और इस प्रकार अपने परमेश्वर की महिमा करें। प्रभु यहाँ हमसे कह रहा है, “तुम्हारे हृदय और तुम्हारे बच्चों के हृदय पाप के दोषी हैं, और इसलिए उन पापों के लिए तुम्हारा और तुम्हारे बच्चों का न्याय किया जाएगा। जो बपतिस्मा मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से लिया था, उस पर विश्वास करके अपने सारे पापों को एक बार में हमेशा के लिए धो लो। मेरे बपतिस्मा के धर्मी कार्य पर विश्वास करो जिसके द्वारा मैंने तुम्हारे पापों को उठा लिया, और अब तुम्हारे सारे पापों से शुध्ध हो जाओ।” 
प्रभु कह रहा है, "यह विश्वास करके अपना उद्धार प्राप्त करो कि मैं तुम्हारे पापों का दण्ड सह रहा हूँ क्योंकि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर उन्हें एक बार और हमेशा के लिए कन्धे पर उठा लिया है।" इसलिए मुझ पर उस पीड़ा के लिए दया मत करो जो मैं क्रूस पर सह रहा हूँ, और न ही तुम्हें एक सांसारिक धार्मिक अभ्यासी होना चाहिए। बल्कि, वचन पर विश्वास करो कि मैंने अपने बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को उठा लिया, और इस विश्वास के द्वारा नया जन्म प्राप्त करो। क्योंकि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर तुम्हारे पापों का बोझ उठा लिया, इसलिए अब मैं क्रूस पर चढ़ाया जा रहा हूँ।” 
प्रभु हमें कह रहे हैं, "मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किए हुए बपतिस्मा और आपके पाप के दंड को सहन करने के लिए क्रूस पर चढ़ाए जाने की बात आपको ठीक से समझना और विश्वास करना चाहिए। मैं कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जिसके लिए आप खेद और दया महसूस कर सकें। मैं परमेश्वर का मेमना हूं जिसने अपने बपतिस्मा के द्वारा तुम्हारे सारे पापों को उठा लिया और धो दिया, और अब मैं तुम्हारे पापों का दंड उठाने के लिए क्रूस उठा रहा हूं। मेरे उद्धार के अनुग्रह पर विश्वास करके अब अपने हृदय में पापों की क्षमा प्राप्त करें, कि मैंने अपने बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए आपके पापों को उठाया और धो दिया और पापियों के दंड को सहन कर रहा हूं। मेरे काम पर विश्वास करके मुझे धन्यवाद दें। अब से यह जान लो कि मैं तुम्हें आज्ञा देता हूं, कि जो बपतिस्मा मैं ने लिया, और जो बलिदान मैं ने तुम्हारे लिये क्रूस पर दिया है उस पर विश्वास करके पापों की क्षमा पाओ।" यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू के बहाने को जानना और उस पर विश्वास करना और इस विश्वास के द्वारा यीशु मसीह की आराधना करना हमारे लिए नितांत अनिवार्य है।
प्रभु फिर से कहते हैं, ``मैं वह उद्धारकर्ता हूं जिसने अपने सेवक यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए तुम्हारे सारे पापों को उठा लिया। भले ही तुम्हारी आत्मा को तुम्हारे पापों के लिए नाश होना चाहिए, मैंने तुम्हें अपने बपतिस्मा और क्रूस पर अपनी मृत्यु के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए तुम्हारे सारे पापों और दोष से छुड़ाया है। मैं ही एकमात्र उद्धारकर्ता हूँ जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए आपके पापों को उठा लिया और धो दिया। अपने हृदय में स्वीकार करो और मेरी धार्मिकता, मेरी न्यायप्रियता, और मेरे उद्धार के कार्य में विश्वास करो जिसे मैंने अपने बपतिस्मा और क्रूस पर अपने लहू से पूरा किया है। इस विश्वास के द्वारा, अभी और हमेशा के लिए अपने सभी पापों से शुध्ध हो जाओ। और यह विश्वास करके अपना उद्धार प्राप्त करो कि मैंने जो बपतिस्मा लिया था उसके कारण मैंने तुम्हारे पापों के दंड को क्रूस पर उठा लिया।” 
प्रभु आगे कहते हैं, "मेरे लिए खेद मत करो। अपने गलत धार्मिक भ्रम से भागो। मुझ पर दया करने के बजाय, यह विश्वास करके अपने उद्धार तक पहुँचें कि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए आपके पापों और आपके वंशजों के पापों को उठा लिया। अब रोओ, यह जानकर कि तुम एक पापी हो जो तुम्हारे पूर्वजों से विरासत में मिले पापों के लिए दण्डित होने योग्य है। और पापों की क्षमा पर विश्वास करके उद्धार पाओ जिसे मैंने तुम्हारे छुटकारे के लिए तैयार किया है, क्योंकि तुम अपने पापों के लिए नरक में डाले जाने के लिए नियत हो, जब तक कि तुम पूरे हृदय से उस प्रायश्चित के बलिदान पर विश्वास नहीं करते जो मैंने तुम्हारे लिए चढ़ाया था। अब से, मेरे लिए मत रोओ, और इसके बजाय उस न्यायपूर्ण उद्धार पर विश्वास करके अपने उद्धार तक पहुंचो जिसे मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा और मेरे लहू के बहाए जाने के माध्यम से पूरा किया है। क्रूस पर मेरी मृत्यु से, जानो और विश्वास करो कि तुम्हें अपने हृदय में उस उद्धार को स्वीकार करना चाहिए जो मैंने तुम्हें दिया है, और इस उद्धार को प्राप्त करो।" 
प्रभु हमें उस वचन के गहरे अर्थ को समझने के लिए कह रहे हैं जो उन्होंने हमें नया जन्म प्राप्त करने के लिए दिया है, और अपने हृदय से उनके वचन पर विश्वास करने के लिए कह रहे हैं। जब हम विश्वास करते हैं कि प्रभु ने अपने बपतिस्मा और क्रूस के द्वारा हमें हमारे पापों और दण्ड से बचाया है, तब हम उनकी इच्छा के अनुसार विश्वास के द्वारा बचाए जाते हैं। 
 

अबी भी, बहुत सारे लोग क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर आँख बंद करके विश्वास करते है

ईसाई आज अपने विचारों के अनुसार एक अंधा धार्मिक जीवन जी रहे हैं। ऐसा अंधविश्वास नया जन्म पाया हुआ विश्वास नहीं है जो हमारे प्रभु चाहते हैं। हमें उस उचित उद्धार को समझना चाहिए जो प्रभु हमें प्राप्त करना चाहता है। ईसाई इन दिनों अपनी भावनाओं के आधार पर अंधविश्वास करते हैं, खुद से सोचते हैं, "यीशु ने क्रूस पर कितना कष्ट उठाया होगा!" परन्तु यह वह नहीं है जो प्रभु चाहता है; वह चाहता है कि हम उसकी धार्मिकता को जानने और उस पर विश्वास करने के द्वारा नया जन्म लें।
आज के ईसाई सिर्फ यीशु के क्रूस पर विश्वास करके बचने की कोशिश करते हैं। प्रभु के बपतिस्मा की धार्मिकता को जानने और उस पर विश्वास करने के बजाय, उनमें से बहुत से लोग आँख बंद करके केवल उस पीड़ा के बारे में सोचते हैं जिसे प्रभु ने सहा था। इसलिए, वे वास्तव में प्रभु पर दया कर रहे हैं, उस कठिनाई के लिए खेद महसूस कर रहे हैं जिसका यीशु ने सामना किया क्योंकि वे भी कठिन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं, और वे आँख बंद करके विश्वास करते हैं। धार्मिक भावना में उलझे हुए, हर दिन वे दोहराए जाने वाले, भावनात्मक रूप से संचालित धार्मिक जीवन जी रहे हैं। 
यदि वे इस तरह भावनात्मक रूप से आवेशित धार्मिक जीवन जीना जारी रखते हैं, तो अंत में उनके पास जो कुछ बचता है वह उनके पाप और खालीपन है। इसलिए, ऐसे धार्मिक लोगों को जल्द से जल्द यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु द्वारा प्राप्त किए गए बपतिस्मा के वचन की ओर लौटना चाहिए, उनके बपतिस्मा और लहू में विश्वास करके अपने पापों को उस पर डाल देना चाहिए, और इस तरह अपने पापों से मुक्त हो जाना चाहिए। इस प्रकार उन्हें बपतिस्मा के वचन में विश्वास के माध्यम से उद्धार तक पहुँचना चाहिए जो कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किया और उन सभी पापों से मुक्त होना चाहिए जो अब उनके दिलों में हैं, केवल तभी वे अपने सभी श्रापों और पापों के कष्टों से मुक्त हो सकते हैं। हमें बपतिस्मा में विश्वास के द्वारा सभी पापों से बचाया जाना चाहिए जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले और क्रूस पर उनके लहू से प्राप्त किया था। 
जो लोग यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा में और उसके लहू में विश्वास रखते हैं वे वही लोग है जो विश्वास के द्वारा अपने सारे पापों से धोए जा सकते हैं। जैसा कि वे प्रभु के बपतिस्मा और उसके लहू में विश्वास करते हैं, वे अब परमेश्वर की आत्मा का उपहार प्राप्त करने के योग्य हैं। आज के ईसाइयों के लिए अपने दिलों में पापों की क्षमा प्राप्त करने और पवित्र आत्मा का अंतरनिवास प्राप्त करने के लिए, उन्हें सबसे पहले परमेश्वर के न्यायपूर्ण वचन पर विश्वास करना चाहिए जो उन्हें प्रभु के बपतिस्मा के साथ उनके पापों से धोने में सक्षम बनाता है। इस प्रकार उन्हें अपने हृदय के पापों को विश्वास के द्वारा यीशु की देह पर पारित करना चाहिए। तब जो लोग यीशु को उद्धारकर्ता के रूप में मानते हैं, वे अपने पापों से मुक्त हो सकते हैं। इन ईसाइयों को उनके सभी पापों से मुक्त होने के लिए, उनके दिलों में उस बपतिस्मा में विश्वास होना चाहिए जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था। नहीं तो वे सब उन फरीसियों के समान हो जाएंगे जो प्रभु के विरुद्ध खड़े हुए थे। 
इसलिए हमें यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करना चाहिए, क्योंकि यही विश्वास है जो प्रभु को प्रसन्न करता है। हम सभी के अन्दर विश्वास होना चाहिए जो हमें पानी और आत्मा से नया जन्म लेने में सक्षम बनाता है जैसा कि प्रभु ने हमें बताया है। हम सभी को अपने पापों से नया जन्म लेने के लिए, हमें यह समझना चाहिए कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को धो दिया है, और हमारे ह्रदय में यह नया जन्म प्राप्त करनेवाला विश्वास होना चाहिए। फिर आप कैसे हैं? क्या अब आप पहचान गए हैं कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा आपके सारे पापों को हमेशा के लिए उठा लिया? परमेश्वर के वचन में अपना विश्वास रखकर इस तथ्य को स्वीकार करना हमारे लिए नितांत आवश्यक है। तभी हम प्रभु के सामने विश्वासी व्यक्ति बनते हैं। और हमें यह भी समझना चाहिए कि हमें संत बनाया गया है जिन पर हमारे प्रभु प्रसन्न है क्योंकि हम प्रभु प्रभु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके और हमारे पापों से धोए जाने की बात पर विश्वास करते है। 
हमें अब यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करना चाहिए, जिसने हमारे पापों के प्रायश्चित के लिए स्वयं को बलिदान कर दिया। बपतिस्मा के वचन पर विश्वास के द्वारा जो हमारे प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था, हमें अब अपने सारे पाप उसके ऊपर डाल देने चाहिए। हमें अपने प्रभु की धार्मिकता पर विश्वास करके उसका धन्यवाद और महिमा करनी चाहिए। 
आज, जो लोग यीशु की धार्मिकता पर विश्वास करने के द्वारा अपने सभी पापों से नया जन्म पाए हैं, वे ही हैं जिन्होंने इस तथ्य पर विश्वास करके अपने सभी पापों को उस पर डाल दिया है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किए हुए बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए उठा लिया। जिनके पास इस प्रकार का विश्वास है वे उनमें से हैं जिनका विश्वास परमेश्वर की इच्छा से जुड़ा हुआ है। हमें अपने विश्वास के साथ प्रभु का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने हमें उनके बपतिस्मा के माध्यम से नया जन्म प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया। इस तथ्य को देखते हुए कि यीशु ने स्वयं हमारे पापों को हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर उठा लिया, क्या हमें कृतज्ञतापूर्वक यह नहीं पहचानना चाहिए कि आज हमारे लिए उद्धार का यह सत्य कितना अद्भुत है, और क्या हमें इस पर अपने ह्रदय से विश्वास नहीं करना चाहिए? 
जब हमारे प्रभु को मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया गया था, तो मरने से ठीक पहले उन्होंने कहा था, "पूरा हुआ!" यीशु ने यह ठीक इसलिए कहा क्योंकि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए मानवजाति के पापों को उठा लिया था। इसका मतलब है कि हमारे प्रभु ने अब मानव जाति के सभी पापों के दंड को उठा लिया और समाप्त कर दिया, क्योंकि उन्होंने बपतिस्मा प्राप्त करने के द्वारा हमारे सभी पापों को अपनी देह पर उठा लिया था। इसलिए हमें यह विश्वास करके नया जन्म लेना चाहिए कि हमारे प्रभु का बपतिस्मा और लहू हमारे लिए उद्धार का वचन है। हमारा नयाजीवन प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू के बहाने से संभव हुआ है, और हम केवल विश्वास के द्वारा नया जन्म पाते हैं।
हमें अपने उद्धार को उसके बपतिस्मा और लहू से पूरा करने के लिए प्रभु का आभारी होना चाहिए। हम सभी को यह जानने और विश्वास करने के द्वारा विश्वास के माध्यम से नया जन्म लेना चाहिए कि प्रभु ने हमारे पापों को धोने के लिए जो बपतिस्मा लिया था और हमारे पापों के दंड को सहने के लिए क्रूस का दंड उठाया था, वह प्रभु की धार्मिकता है। तभी हम अपने प्रभु की धार्मिकता को बढ़ा सकते हैं, विश्वास के द्वारा उससे उद्धार प्राप्त कर सकते हैं, और हमेशा आभारी रह सकते हैं। 
 


जिन्होंने इतिहास से प्रभु के बपतिस्मा को हटा दिया


प्राचीन समय के दौरान, जब सम्राट कॉन्सटेंटाइन ने 325 ईस्वी में निकेन पंथ बनाया, तो उसने उद्धार के उस न्यायपूर्ण कार्य को छोड़ दिया जिसे यीशु मसीह ने इस पृथ्वी पर पापियों को उनके पापों से मुक्ति दिलाने के लिए किया था—अर्थात्, उसने निकेन पंथ से इस तथ्य को हटा दिया कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को अपने शरीर पर उठा लिया। इस चूक के साथ, कॉन्सटेंटाइन ने पूरी दुनिया में आज के ईसाइयों के लिए सत्य को जानना असंभव बना दिया। मेरा लक्ष्य यहां इस चूक को आपके और पूरी दुनिया के उन सभी लोगों के सामने उजागर करना है जो प्रभु में विश्वास करना चाहते हैं। कॉन्सटेंटाइन ने परमेश्वर के खिलाफ जो अपराध किया वह इतना भयानक है कि हमारे बीच कोई भी ऐसा नहीं होना चाहिए जो चुपचाप उसके अपराध में भाग लेता हो। यीशु के बपतिस्मा के कॉन्सटेंटाइन की चूक को उलटना हमारे लिए नितांत आवश्यक है, इसे उसके सही स्थान पर लौटाएँ, और इस पर उचित रूप से विश्वास करें। 
निकिया की पहली परिषद में जिसे रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन ने बुलाया था, उसने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से यीशु द्वारा प्राप्त बपतिस्मा के कार्य को "निकेन पंथ" से हटाकर अपने शरीर की वासना को पूरा करने की मांग की। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से यीशु ने जो बपतिस्मा प्राप्त किया था, उसे निकेन पंथ से हटाकर, कॉन्स्टेंटाइन ने न केवल दुनिया भर के ईसाइयों बल्कि पूरी मानव जाति की आँखों को ढँक दिया, ताकि वे इस सच्चाई को न जान सकें कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को सहा। ऐसा करने में, उन्होंने इस दुनिया में सबसे सार्वभौमिक धर्म बनाकर न केवल अपने स्वयं के राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त किया, बल्कि उन्हें परमेश्वर के दुश्मन द्वारा एक बहुत प्रभावी साधन के रूप में भी इस्तेमाल किया गया। संक्षेप में, उसने वह किया जो किसी मनुष्य को कभी नहीं करना चाहिए। वह निकेन पंथ से उस बपतिस्मा को निकालने वाला पहला व्यक्ति था जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किया था। निकेन पंथ के साथ, उसने वह सारी महिमा समाहित कर ली जो यीशु मसीह को मिलनी चाहिए थी। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसने उस महिमा को हड़प लिया जो परमेश्वर को मिलनी चाहिए थी, उसने ऐसा गंभीर पाप किया कि यह यीशु मसीह की महिमा को चुराने के समान था। 
हमारे लिए यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि अब हम एक ऐसे युग में हैं जब यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले और उसके लहू से प्राप्त बपतिस्मा में विश्वास करके हम सभी को हमारे पापों से धोया जा सकता है। अब वह युग आ गया है जब मनुष्य विश्वास के द्वारा अपने सारे पापों से धोए जा सकते हैं, यह विश्वास करने के द्वारा कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर मानवजाति के पापों को उठा लिया। अलग तरीके से कहें तो, हम सभी अब उस महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुँच गए हैं जहाँ हमें यीशु के बपतिस्मा की सच्चाई में अपना विश्वास रखकर अपने पापों से शुध्ध होना चाहिए। अब से, हमें यह समझना और विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को अपने शरीर पर अपने कंधों पर उठा लिया, उन्हें क्रूस पर ले गए, और हमारे बदले में हमारे पापों के दंड को उठा लिया। यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले और उसके लहू से प्राप्त बपतिस्मा में अपना विश्वास रखकर, हमें अभी और हमेशा के लिए अपने सच्चे उद्धार तक पहुँचना चाहिए। और हम सभी जिनके पास यह विश्वास है, उन्हें इस उद्धार को पूरे संसार में फैलाना चाहिए जिसे यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू से पूरा किया है। 
हमें यहाँ यह समझना चाहिए कि यीशु ही वह उद्धारकर्ता है जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया। क्योंकि यीशु यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के उठा पाया, और क्योंकि यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था और उसने क्रूस पर अपना लहू बहाया था, अब हम एक बार और हमेशा के लिए अपने सभी पापों से बचाए जा सकते हैं और इस विश्वास के साथ प्रभु का धन्यवाद करें। यह वह विश्वास है जो हमारे प्रभु को यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा की धार्मिकता को व्यर्थ नहीं करता है, और यही विश्वास हमारे प्रभु की महिमा करता है। हमारे प्रभु के बपतिस्मा और लहू में हमारे विश्वास के द्वारा, अब हम अपने सारे पापों से धुलने और नया जन्म प्राप्त करने के लिए सक्षम हैं। 
प्राचीनकाल में 325 ईस्वी सन् से जब निकेन पंथ प्रख्यापित किया गया था आज तक, सार्वभौमिक धर्म ईसाइयों को भ्रष्ट कर रहा है। क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि आज ईसाई केवल उस यीशु पर जोर देने और विश्वास करने लगे हैं जिसे मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया गया था। इसका मतलब यह है कि वे यीशु पर इस सच्चाई को बाहर करते हुए विश्वास करते है कि उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को उठाया, और इसलिए इसका अर्थ यह भी है कि वे केवल सांसारिक धर्म के अभ्यासी बन गए हैं। यदि हम ईसाई होने के नाते केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करते है, तो हम सम्राट कॉन्सटेंटाइन की तरह खुद को सांसारिक धार्मिक अभ्यासियों में बदल लेंगे।
हमें स्पष्ट रूप से पहचानना चाहिए कि यीशु का बपतिस्मा और उसके लहू का हमारे लिए न्याय किया जाना उद्धार का न्यायोचित कार्य था, और हमें अपने हृदय से इस पर विश्वास करना चाहिए। अब भी, कई ईसाई इस तथ्य से बेखबर हैं कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा यीशु ने हमारे पापों को उठाया, और इस अज्ञानता की स्थिति में वे केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर दया करते हैं और विश्वास करते हैं जिन्होंने अपना लहू बहाया और क्रूस पर मर गए, लेकिन हमें यहाँ यह समझने की आवश्यकता है कि इस प्रकार का विश्वास यीशु की धार्मिकता को नीचा दिखाने वाला और अपमान करने वाला है। मानव जाति को इस संसार के पापों से और सभी पापों की निंदा से बचाने के लिए, यीशु ने वास्तव में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से उनके पापों को उठा लिया, और यही कारण है कि वह जगत के उन पापों को उठाकर क्रूस पर चढ़ाए जाने के द्वारा पापों का दंड सह सका, इस प्रकार एक बार और हमेशा के लिए हमारे उद्धार को पूरा किया।
हालाँकि, मनुष्यों ने निकेन पंथ से बपतिस्मा की सच्चाई को छोड़ दिया कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को सहन किया और केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर जोर दिया। ऐसा करने में, उन्होंने बेहूदगी से यीशु को एक सांसारिक धर्म के संस्थापक के रूप में बदल दिया है। हमें अब यह समझना चाहिए कि यह कितना महत्वपूर्ण है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठा लिया, अपने बपतिस्मा के माध्यम से अब हमारे हृदय में जो पाप हैं उन्हें यीशु के ऊपर पारित करे, और इस विश्वास के साथ पाप से हमारे उद्धार के विश्वास को सत्यापित करें। यह जिम्मेदारी अब आप और मुझ पर है जो इस वर्तमान युग में जी रहे हैं कि हम यह विश्वास करने के द्वारा पापों से शुध्ध हो जाए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को स्वीकार किया है। दूसरे शब्दों में, अब हमें जो करना चाहिए, वह यह है कि हम प्रभु के बपतिस्मा और लहू की सच्चाई में अपना विश्वास रखकर उनकी उपस्थिति में आएँ। 
हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जब हमारे प्रभु का दूसरा आगमन निकट है। इस युग में, हमें परमेश्वर की महिमा में विश्वास करना चाहिए, जिसने यीशु के बपतिस्मा और क्रूस पर उसके लहू के द्वारा हमारे उद्धार को पूरा किया है। विश्वास के माध्यम से, हमें यीशु के बपतिस्मा को उन लोगों से पुनः प्राप्त करना चाहिए जिन्होंने इस बपतिस्मा को छोड़ दिया है जिसने मानव जाति के पापों को धो दिया है, और हमें इसे उसके सही स्थान पर पुनर्स्थापित करना चाहिए। हमें दूसरों का नेतृत्व करने के लिए मार्गदर्शक के रूप में अपनी भूमिका को भी पूरा करना चाहिए, ताकि वे भी, यीशु के उद्धार के न्यायपूर्ण कार्य में अपना विश्वास रखकर सही मायने में अपने पापों से धोए जा सकें, जिन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से अपने बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठा लिया। 
इस अंतिम समय में विश्वास के सच्चे सुधारक होने के नाते, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रभु के सामने सभी के सामने विश्वास की सच्चाई की गवाही देते हुए गवाह के रूप में रहें। ऐसा कार्य केवल उन धर्मी सेवकों के जीवन में किया जा सकता है जिन्हें यीशु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास के द्वारा बचाया गया है। प्रभु कह रहे हैं कि यह कुछ ऐसा है जो इस युग में केवल उन लोगों द्वारा किया जा सकता है जो मानते हैं कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से अपने शरीर पर इस संसार के पापों को उठाकर और अपना लहू बहाकर उनके पापों को धो दिया है और उन्हें बचाया है। हमें यह भी समझना चाहिए कि प्रभु चाहते हैं कि ऐसे और भी लोग हों जो यीशु के बपतिस्मा और लहू में अपना विश्वास रखकर इस सुसमाचार सत्य का प्रचार करें, और वह चाहते हैं कि जो लोग इन गवाहों से सुसमाचार सुनते हैं वे उनकी महिमा की स्तुति करे।
अब, जैसा कि हमने प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करके अपने हृदय में पापों की क्षमा प्राप्त की है, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने जीवन को उन लोगों को समर्पित करें जो इस संसार के धर्म में गिर गए हैं और न्यायी यीशु के पास वापस आ गए हैं, जो उन्हें पापों की क्षमा प्रदान कर रहा है। हमारे प्रभु ने कहा, "जो बहुतों को धर्मी बनाते हैं, वे सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे" (दानिय्येल 12:3)। हमें यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू पर अब हमारे उद्धार के रूप में विश्वास करना चाहिए, और हमें उनकी गवाही देनी चाहिए। इसलिए, आइए हम अपने विश्वास को प्रभु के सच्चे धर्मी बपतिस्मा और लहू में रखें, और आइए हम यीशु को महिमा दें। आइए हम याद रखें कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा हमें पवित्र किया है! और आइए हम विश्वास करते हुए प्रभु का धन्यवाद करें कि हम अपने पापों की सजा से मुक्त हो गए हैं क्योंकि यीशु को हमारे स्थान पर उनके लिए दोषी ठहराया गया था। विश्वास से विश्वास तक, आइए हम सब यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करें जो परमेश्वर की धार्मिकता का निर्माण करता है! आइए हम सब अब इस अंतिम समय में परमेश्वर के धर्मी उद्धार को फैलाने के लिए लगन से काम करें! आइए हम पूरी दुनिया में यीशु के बपतिस्मा और विश्वास के द्वारा क्रूस पर उसके लहू का प्रचार करें! आइए हम मसीह विरोधी के आने से पहले अब पूरी दुनिया में फैल जाएं, बपतिस्मा का वचन जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किया था लेकिन निकिया क्रीड से हटा दिया गया था! आइए हम इन अंतिम समयों में गवाह के रूप में जिएं, विश्वास के द्वारा पूरे संसार में यीशु के बपतिस्मा के वचन का प्रचार करें, और यह घोषणा करें कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। ऐसा करने में, हम धार्मिक लोगों का मार्गदर्शन करें जो हमारे प्रभु पर इतनी दया करते हैं, ताकि वे अपने सभी पापों से बच सकें। आइए हम उन्हें प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू के ज्ञान की ओर ले जाएँ, ताकि वे इस संसार के पापों से छुटकारा पा सकें।
हमें ऐसा क्यों करना चाहिए? ऐसा इसलिए है क्योंकि इतने सारे लोग सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर दया करने के लिए विश्वास करने का दावा करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे यीशु के दिल को तोड़ रहे हैं, क्योंकि वे उस पर इस तरह विश्वास करते हैं जैसे कोई सांसारिक धर्म में विश्वास करता हो। वे सिर्फ धार्मिक अभ्यासी हैं, अपने पापों के साथ जी रहे हैं जो उनके दिलों में बरकरार हैं। इसलिए हमें अब उन्हें यीशु की धार्मिकता का प्रचार करना चाहिए, उन्हें यह सिखाना चाहिए कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को उठाया, और उनका मार्गदर्शन करे ताकि वे यीशु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करने के द्वारा प्रभु की धार्मिकता की स्तुति करे।
अपने बपतिस्मे के द्वारा इस संसार के पापों को उठा कर, यीशु ने हममें से उन लोगों के लिए जो विश्वास करते हैं, हमारे सारे पापों को धो दिया है। इसलिए आइए हम सब यह विश्वास करके अपने उद्धार तक पहुँचें कि यीशु ही उद्धारकर्ता है जिसने बपतिस्मा लेकर मानवजाति के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया, इस संसार के सभी पापों को क्रूस तक ले गया, और क्रूस पर अपना लहू बहाकर हमारे पापों के लिए दण्डित हुआ। ऐसा इसलिए है क्योंकि यीशु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को अपने ऊपर ले लिया कि उसे क्रूस पर चढ़ाया गया और उसने अपना लहू बहाया, और वह हमारा निश्चित उद्धारकर्ता है जो हमारे स्थान पर क्रूस पर मर गया और फिर से मरे हुओं में से जी उठा।
इसलिए आइए हम सभी को अपने धर्मी प्रभु के बपतिस्मा और रक्त में विश्वास करने के लिए प्रेरित करें, और आइए हम धार्मिक लोगों को उनकी मूर्खता से प्रभु में विश्वास करने के लिए जागृत करें। उनका धार्मिक विश्वास अंततः मनुष्य की महिमा के साथ परमेश्वर की महिमा को बदलने पर जोर देता है। वे नहीं जानते कि अपने विचारों के अनुसार यीशु को अपना उद्धारकर्ता मानना हमारे प्रभु के विरुद्ध एक बड़ा पाप है। हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें वापिस लाए ताकि वे प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू में विश्वास में लौट सकें। हमें उन्हें उनके पापों से मुक्ति पाने में मदद करनी चाहिए। उन्हें भी, उनके पापों से छुटकारा मिल सकता है। उन्हें भी, उनके पापों से बचाना चाहिए।
 


जब प्रभु इस जगत में लौटते है, तो क्या आप केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करने के द्वारा उद्धार पाएंगे?


यीशु ने कहा, “मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने लिये और अपनी सन्तान के लिये रोओ।” यदि आज के ईसाई अब अपने पापों से बंधे हुए हैं क्योंकि वे उद्धार की धार्मिकता को नहीं जानते हैं जो कि यीशु के बपतिस्मा और क्रूस पर उसके लहू से जुड़ा हुआ है, तो वे परमेश्वर की दृष्टि में पापी हैं। यदि एक पापी दूसरे पापी को यीशु का उपदेश देता है, तो वे दोनों समान रूप से पापी हैं। आपको अपने पापों को यीशु के बपतिस्मा और लहू से धोना चाहिए और सभी पापों से बचाया जाना चाहिए। अन्यथा जब प्रभु लौटेंगे तो आप पापी बने रहेंगे, और इसलिए आपके पापों के लिए आपकी निंदा की जाएगी। आप अभी भी अपने पापों के लिए अनन्त निंदा की पीड़ा का सामना करेंगे। इसलिए प्रभु ने कहा, “मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने और अपनी संतानों के लिये रोओ।”
लूका 23:29 में लिखा है, "क्योंकि देखो, वे दिन आते हैं, जिनमें लोग कहेंगे, ‘धन्य हैं वे जो बाँझ हैं और वे गर्भ जो न जने और वे स्तन जिन्होंने दूध न पिलाया।“ यीशु ने यह क्यों कहा, और किससे कहा? सीधे शब्दों में कहें, तो यीशु ने यह बात उन लोगों से कही जो इस अंत समय में जी रहे हैं। इसका क्या मतलब है जब बाइबल कहती है कि धन्य हैं वे जो शरीर में कोई बच्चा पैदा नहीं कर सकते, जो गर्भ धारण करने पर भी जन्म नहीं दे सकते, और जिनके पास बच्चे को पालने के लिए पर्याप्त स्तन का दूध नहीं है? प्रभु हमें यहाँ बता रहे हैं कि वे दिन शीघ्र ही आ रहे हैं जब कोई भविष्य नहीं होगा। वह इस अंतिम समय में रहने वाले सभी पापियों से कह रहा है कि उन्हें यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करके अपने सभी पापों से धोना चाहिए, और फिर प्रभु के दूसरे आगमन की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
इसलिए, हम सभी को पहले अपने पापों से हमेशा के लिए धोना चाहिए और बपतिस्मा की धार्मिकता में अपने विश्वास को रखकर हमेशा के लिए बचाना चाहिए जो हमारे प्रभु ने इस संसार के पापों को उठाने के लिए प्राप्त किया, और फिर उनकी वापसी की प्रतीक्षा करें। प्रभु अब हम से कह रहा है, "विश्वास करो कि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर तुम्हारे पापों को उठा लिया, और इस विश्वास के द्वारा तुम्हारे पापों की क्षमा प्राप्त करो।"
प्रभु यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करने के द्वारा प्रत्येक मनुष्य से सभी पापों से बचने के लिए कह रहे हैं। यदि आप प्रभु के बपतिस्मा और क्रूस पर उसके लहू पर विश्वास नहीं करते हैं, और आप इस पापी अवस्था में एक बच्चे को जन्म देती हैं और इस बच्चे को पाल रही हैं, तो आपके और आपके बच्चे के साथ क्या होगा जब वह दिन आएगा जब परमेश्वर सभी पापियों को उनके पापों के लिए न्याय करेंगे? प्रभु हमें इस बारे में सोचने के लिए कह रहे हैं। और इसीलिए मैं आपसे आग्रह कर रहा हूं कि आप अपने हृदय से यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करके अपने पापों से शुध्ध हो जाए।
प्रभु द्वारा मानवजाति के लिए लाए गए उद्धार पर विश्वास करने के द्वारा आपको अपने सभी पापों से बचाया जाना चाहिए - अर्थात, यीशु के बपतिस्मा और हमारे पापों की सजा के लिए उसे क्रूस पर चढ़ाया और उसका लहू बहाया उस पर विश्वास करने के द्वारा। यदि आप अन्यथा प्रभु के बपतिस्मा में विश्वास नहीं करते हैं और अपने पापों के साथ एक पापी के रूप में रहना जारी रखते हैं जो अभी भी आपके दिल में बरकरार हैं, तो आप अंततः अपने पापों के लिए न्याय का सामना करेंगे। हम सभी को यहाँ पापों के न्याय की भयानक गंभीरता को समझने की आवश्यकता है जो हमारे प्रभु ऐसे लोगों को देंगे, यीशु के बपतिस्मा में अपना विश्वास रखने के द्वारा अपने पापों से शुध्ध हो जाए जो परमेश्वर की धार्मिकता का गठन करते हैं, और इस प्रकार उसके न्याय से बाख जाए।
एक पुरुष और एक स्त्री के लिए इस संसार में विवाह करना और एक बच्चे को जन्म देना क्या ही अद्भुत आशीष है? हालाँकि, यदि लोग पापी बने रहते हैं क्योंकि वे हमारे प्रभु द्वारा प्राप्त किए गए बपतिस्मा के वचन को न तो जानते हैं और न ही उस पर विश्वास करते हैं, और इसके लिए परमेश्वर द्वारा उनका न्याय किया जाता है, तो इससे अधिक दयनीय और क्या हो सकता है? क्योंकि उनके हृदयों को इस सच्चाई पर कोई विश्वास नहीं है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से हमें बचाया है, वे उस दिन अनकही पीड़ा का सामना करेंगे जब प्रभु सभी पापियों का उनके पापों के लिए न्याय करेगा। तब तक पछताने के लिए बहुत देर हो चुकी होगी; वे उस बपतिस्मा में विश्वास न करने के लिए खुद को धुतकार सकते हैं जो लौटने वाले प्रभु ने प्राप्त किया था, लेकिन यह पूरी तरह से व्यर्थ होगा। क्यों? क्योंकि उन्हें इस पृथ्वी पर रहते हुए अपने पापों की समस्या का समाधान करना चाहिए था। जिस दिन हमारा उद्धारकर्ता इस संसार में वापस आएगा वह दिन है जब इस संसार में रहने वाले सभी पापियों का उनके पापों के लिए न्याय किया जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे तब भी पापी बने रहेंगे, क्योंकि वे उस बपतिस्मा के वचन पर विश्वास नहीं करते जो प्रभु ने उनके पापों के धोने के रूप में ग्रहण किया था। वे अपने अविश्‍वास के कारण पाप के भागी हैं, और जब वे प्रभु के साम्हने खड़े होंगे, तब उन सब का उनके पापों के कारण न्याय किया जाएगा।
यही आज के ईसाइयों के साथ भी होगा। वे उन सभी पापों को संबोधित नहीं कर सकते जो उनके दिल में पश्चाताप की अपनी प्रार्थनाओं के साथ हैं, चाहे वे कितनी भी कोशिश कर लें, और परिणामस्वरूप वे अभी भी पापियों के रूप में जी रहे हैं। लेकिन, यह कितना अद्भुत होगा यदि ऐसे पापियों को बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करने के द्वारा एक बार हमेशा के लिए उनके पापों से धो दिया जाए जो कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था? प्रभु चाहता है कि ये लोग भी अपने पापों से बचाए जाएँ। इसका मतलब यह है कि जो लोग आज निकेन पंथ में डूबे हुए हैं, वे भी बपतिस्मा देने वाले यूहन्ना से प्राप्त यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू पर विश्वास करने के द्वारा अपने हृदय में पापों की माफ़ी प्राप्त कर सकते हैं। हालाँकि, यदि वे प्रभु के बपतिस्मा के वचन को अस्वीकार करना जारी रखते हैं और उस पर विश्वास करने से इंकार करते हैं, तो वह दिन देर-सबेर आ रहा है जब उन्हें पापियों के रूप में न्याय के प्रभु के सामने खड़ा होना पड़ेगा।
दुष्टों द्वारा बोया गया धार्मिक विश्वास का बीज उनके हृदय में बोया गया और पनप रहा है। यदि वे वास्तव में मुड़ना चाहते हैं और बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करना चाहते हैं जो प्रभु ने उन्हें दिया है, तो उन्हें प्रभु के पास लौटना चाहिए और अब उस वचन पर विश्वास करना चाहिए जो हमारे प्रभु ने कहा है (मत्ती 3:13-17)। उनका जीवन पहले से ही निकेन पंथ में पाए जाने वाले कई मानवीय विचारों से ओत-प्रोत है। इसलिए मैं जानता हूं कि उनके लिए प्रभु के पास आना मुश्किल है, क्योंकि धर्मशास्त्रीय सिद्धांत और धार्मिक विचार जो उन्होंने इस समय धारण किए हैं वे उनके रास्ते में खड़े हैं और उन्हें परमेश्वर के वचन से रोक रहे हैं। फिर भी, उन्हें केवल परमेश्वर के वचन को पहचानना चाहिए और मानवजाति के विचारों को दूर करने के लिए जो भी करना पड़े वह करना चाहिए। ऐसा होने के लिए, उन्हें अपने हृदय से यीशु के बपतिस्मा के वचन और उसके लहू पर विश्वास करना चाहिए, और इस प्रकार उन्हें अपने पापों से धोना चाहिए। यीशु की दया में अपना विश्वास रखने के द्वारा अब हमें अपने सभी पापों से बचाया जाना चाहिए, जो उसके बपतिस्मा और उसके लहू के बहाए जाने के द्वारा हमारा प्रायश्चित बन गया।
मैं यहाँ जो बात कह रहा हूँ वह यह है: यहाँ तक कि जो ईसाई केवल धार्मिक अभ्यासी बन गए हैं, वे भी यीशु के बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों से बचाए जा सकते हैं। सच्चे वचन में विश्वास करके जो आपको इस संसार के पापों से बचाता है—अर्थात्, प्रभु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करके—आप अपने हृदय में पापों की क्षमा प्राप्त करने और परमेश्वर के लोगों में से एक बनने के लिए आशीषित हो सकते हैं। आपको इस आशीर्वाद को अस्वीकार नहीं करना चाहिए। आपका शेष जीवन कितना अद्भुत होगा यदि आप इस दुनिया में एक ऐसे व्यक्ति के रूप में रहते हैं जिसने पापों की क्षमा को उस उद्धार पर विश्वास करने के द्वारा प्राप्त किया है जिसे यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू से पूरा किया है? जो लोग अब यीशु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करके अपने उद्धार के रूप में अपने सभी पापों से बचाए गए हैं, वे धन्यवाद के साथ अपने जीवन को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे, आभारी होंगे कि वे इस दुनिया में पैदा हुए थे।
हमें यहाँ यह समझने की आवश्यकता है कि जब प्रभु ने कहा कि जो स्त्रियाँ गर्भ धारण नहीं कर सकतीं, जन्म नहीं दे सकतीं, और दूध पिला नहीं सकतीं, वे उन पापियों से बात कर रहे थे जो यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू में विश्वास नहीं करते। क्योंकि हर कोई इस पृथ्वी पर एक पापी के रूप में पैदा हुआ है, हर किसी को उद्धार के न्यायपूर्ण वचन पर विश्वास करना चाहिए जो यह घोषणा करता है कि हमारे प्रभु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को उठाया और क्रूस पर अपना लहू बहाया, और इस विश्वास से हर कोई जगत के सभी पापों से शुध्ध हो सकता है।
आप और मैं इस संसार में पापियों के रूप में पैदा हुए थे, तो यह कितना अद्भुत होगा यदि हम अब यीशु के बपतिस्मा में विश्वास करने के द्वारा हमारे सारे पापों से बचाए गए हों? लेकिन, अगर हम कठोर हृदय से विश्वास करने से इंकार कर दें, तो प्रभु के सामने ऐसे पापियों का क्या होगा? मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि आप स्वयं इसके बारे में सोचेंगे, प्रभु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करेंगे, और इस प्रकार परमेश्वर के क्रोधपूर्ण न्याय से बचेंगे। आपको प्रभु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके अपने हृदयों को उसके पापों से धोना चाहिए, और आपको यह विश्वास करना चाहिए कि जब यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था, तब उसने हमेशा के लिए आपके पापों का दंड सह लिया। यीशु के बपतिस्मा और लहू में इस विश्वास के द्वारा, आपको अपने सारे पापों से छुटकारा मिलना चाहिए।
ईसाई आज तक इस दुनिया में पापियों के रूप में जी रहे हैं क्योंकि वे उस सच्चे वचन को नहीं जानते हैं जो निकिया पंथ से हटा दिया गया था, कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया। ऐसा इसलिए है क्योंकि आज तक, उनका मानना है कि यीशु केवल उस दंड के कारण ही उनका उद्धारकर्ता बना जो उसने क्रूस पर सहा था। यही कारण है कि अब आप उस सत्य को अस्वीकार कर रहे हैं जिसे यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा धारण किया और इस संसार के पापों को धो डाला। आपके इस विश्वास को अंधश्रद्धा कहा जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि आप केवल यीशु के क्रूस पर विश्वास करते हैं और अपने हृदय के पापों को बनाए रखते हुए जीना जारी रखते हैं, तो अंततः आपके लिए परमेश्वर के न्याय से बचना असंभव होगा जो सभी पापियों को दिया जाएगा। 
यीशु कह रहे हैं कि क्योंकि ईसाई आज यह नहीं जानते कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने उन्हें किस कारण से बपतिस्मा दिया, वे धार्मिक अभ्यासी बन गए हैं जिनका जीवन पाप में फंसा हुआ है। चूँकि ये लोग केवल यीशु के क्रूस पर अपने हृदय से विश्वास करते हैं, वे पापी बने हुए हैं जो अपने पापों को धोने में सक्षम नहीं हैं। अगर हम में से कुछ अभी भी यीशु के बपतिस्मा और लहू के महत्व से परिचित नहीं हैं और परिणामस्वरूप प्रभु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके अपने पापों से नहीं धो पाए हैं, तो मैं आशा और प्रार्थना करता हूँ कि वे अब सभी यीशु के उद्धार के कार्य में विश्वास करेंगे और बचाए जाएँगे। उन्हें फिर से विचार करना चाहिए और सोचना चाहिए कि यदि वे अपने पापों के न्याय से बचने में असमर्थ हैं तो उनका कष्ट कितना बड़ा होगा। और उन्हें यीशु की धार्मिकता पर विश्वास करने के द्वारा उद्धार प्राप्त करना चाहिए। यदि हम पापी के रूप में मरने के लिए इस संसार में अपना जीवन जारी रखते हैं क्योंकि हम उस उद्धार को पाने में असमर्थ हैं जो धर्मी प्रभु ने हमें अपने बपतिस्मा और लहू के द्वारा दिया है, तो इस संसार में कहीं भी कोई भी जीवन इससे अधिक मनहूस नहीं होगा।
जब परमेश्वर ने पहली बार मनुष्य को बनाया, तो वह शैतान के प्रलोभन में पड़ गया और पापी बन गया। हालाँकि, स्वर्ग और पृथ्वी को बनाने वाले प्रभु ने अपना वादा किया था कि वह मानव जाति को सभी पापों से बचाने के लिए मसीहा के रूप में आएंगे, और जब समय आया, तो वह अपना वायदा पूरा करने के लिए इस दुनिया में मरियम के शरीर के माध्यम से जन्म लेने के लिए पैदा हुए थे। यीशु मसीह ने तब इस दुनिया के पापों को एक बार और हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर उठाया, जो स्त्रियों से पैदा हुए लोगों में सबसे बड़ा था। और क्योंकि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को अपने ऊपर ले लिया, इसलिए उन्हें मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया गया और पापियों को देनेवाली पापों की सजा को सहना पड़ा। इस तरह, प्रभु ने बपतिस्मा लेकर मानवजाति के पापों को हमेशा के लिए धो दिया, और हमारे पापों के लिए उनकी निंदा की गई। इसका अर्थ है कि अब हम यीशु के बपतिस्मा, उसके क्रूस, और हमारे प्रभु की धार्मिकता पर विश्वास करने के द्वारा हमारे सभी पापों से बचाए जा सकते हैं जिन्होंने इस संसार के पापों को दूर कर दिया है।
 


वह घायल हुआ क्योंकि उसने अपने बपतिस्मा के द्वारा हमारे पापों का बोझ उठाया


यशायाह ५३:५ में लिखा हुआ है
“परन्तु वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के कारण कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी, कि उसके कोड़े खाने से हम लोग चंगे हो जाएँ।”
प्रभु ने हम सभी से कहा, “मैं वह उद्धारकर्ता हूं जिसने तुम्हारे लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को अपने कंधों पर उठाया, उन्हें क्रूस तक ले गया, और तुम्हारे पापों के दंड को उठाने के लिए तुम्हारे स्थान पर मर गया। मैं आपका उद्धारकर्ता हूं जिसने आपके पापों के प्रायश्चित के रूप में खुद को बलिदान कर दिया। मैंने अपने बपतिस्मा के द्वारा इस संसार में तुम्हारे सारे पापों को उठा लिया, इसलिए इस बपतिस्मा में अपने हृदय से विश्वास करो और अपने सारे पापों से शुध्ध हो जाओ।" प्रभु परमेश्वर का मेम्ना है जिसने संसार के पापों को उठा लिया। हमारे लिए यह विश्वास करना नितांत अनिवार्य है कि प्रभु ने अब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने और पापों की सजा को सहने के द्वारा हमें बचाया है।
इस कारण को समझते हुए कि क्यों प्रभु ने हमसे इतना प्रेम किया, हमें अपने विश्वास के साथ उनकी धार्मिकता के लिए उनका धन्यवाद करना चाहिए। मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा हमारे पापों को स्वीकार किया और क्रूस पर अपना लहू बहाया क्योंकि वह हमसे प्रेम करता था और हमें बचाना चाहता था। वह हमसे कह रहा है, “अब जानो कि मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता हूँ, और अपने हृदय से मेरे बपतिस्मा और लहू पर अपने उद्धार के रूप में विश्वास करो। तब तुम अपने पापों के धोने के साथ पवित्र आत्मा का दान पाओगे।”
हम सभी को अब वचन में अपना विश्वास रखने के द्वारा बचाया जाना चाहिए कि यीशु ने हमारे सभी पापों को सहन करने के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया था, और उसने वास्तव में इस संसार के सभी पापों को धो दिया है। यीशु जो हमें बता रहा है वह यह है: जब हम विश्वास करते हैं कि यीशु ही उद्धारकर्ता है जिसने अपने बपतिस्मा के द्वारा हमारे पापों को उठा लिया, हम इस संसार के सभी पापों से बचाए जा सकते हैं, और हम परमेश्वर के न्याय से भी छुटकारा पा सकते हैं। उसने कहा, “मैंने तुम्हारे सारे पापों को उठाने के लिए बपतिस्मा लिया, मैंने इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए अपने ऊपर ले लिया, और मैंने तुम्हारे पापों की मजदूरी को एक बार और हमेशा के लिए चुकाने के लिए क्रूस पर पापों के सारे दण्ड को उठा लिया। विश्वास करो कि मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता हूं।
यीशु हमें बता रहे हैं, "इसलिये तुम्हें विश्वास करना चाहिए कि जब मैं इस पृथ्वी पर था तब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से जो बपतिस्मा लिया था उसके द्वारा मैंने तुम्हारे पापों को उठा लिया, और तुम्हें यह विश्वास करके उद्धार प्राप्त करना चाहिए कि मैंने तुम्हें तुम्हारे सारे पापों से छुड़ा लिया है। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किए हुए बपतिस्मा के कार्य पर विश्वास करने के द्वारा अपने सारे पापों से धुल जाइए। तुम यह विश्वास करने के द्वारा अपने उद्धार तक पहुँचोगे कि मैंने तुम्हें तुम्हारे पापों से छुड़ाया है, उस बपतिस्मा के द्वारा जो मैंने तुम्हारे पापों को उठाने के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से लिया था और मेरे लहू के द्वारा।”
मनुष्य व्यक्तित्व तीन गुणों से बना है: बुद्धि, भावना और इच्छा। प्रभु हमसे कह रहा है, “जब तुम मुझ पर अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करते हो, तो तुम्हें व्यक्तिगत रूप से विश्वास करना चाहिए। ऐसा करने के लिए, सबसे पहले तुम्हें यह जानना होगा कि मैं तुम्हारा सृष्टिकर्ता और परमेश्वर हूँ। अपने शरीर पर तुम्हारे पापों को उठाने के लिए, मुझे मनुष्य के शरीर में देहधारण करना पड़ा। और मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर, जो इस संसार में स्त्रियों से जन्म लेने वालों में सबसे महान है, इस संसार के पापों को हमेशा के लिए अपने ऊपर ले लिया। तुम्हें मेरे बपतिस्मा को अपने हृदय से जानना और उस पर विश्वास करना चाहिए” (मत्ती 11:11; 3:13-17)। नए नियम के वचन से, हमें उस बपतिस्मा को समझना और उस पर विश्वास करना चाहिए जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त किया था और वह मृत्यु जिसे उसने क्रूस पर सहा था, और इस प्रकार हमारे सच्चे उद्धार तक पहुँचना चाहिए।
 

तुम क्या सोचते हो की मैं कौन हूँ?

प्रभु हमसे पूछ रहा है, "तुम क्या सोचते हो कि मैं कौन हूँ?" वह हमें उस उद्धार के बारे में भी बता रहा है जो उसने हमें दिया है, यह कहते हुए, “मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से एक बार और हमेशा के लिए तुम्हारे पापों को उठाने के लिए बपतिस्मा लिया, मैंने इस संसार के पापों को उठा लिया, क्रूस पर मर गया, और मृतकों में से फिर से जी उठा। मैं आपका उद्धारकर्ता यीशु मसीह हूं। मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता परमेश्वर हूँ। इसलिए पूरे मन से विश्वास करो कि मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता यीशु मसीह हूं। मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा तुम्हारे पापों को एक बार और हमेशा के लिए उठा लिया, और तुम्हें मेरी इस सेवकाई में विश्वास करने के द्वारा अपने सारे पापों से धोना चाहिए।
और अब से, तुम्हें अपना शेष जीवन विश्वास के लोगों के रूप में व्यतीत करना चाहिए। मैंने यह संभव किया है कि तुम अपने पापों से धोए जाओ, क्योंकि मैंने अपने बपतिस्मा के द्वारा तुम्हारे सारे पापों को उठा लिया। आपको यह समझना चाहिए कि मैंने अब आपके उद्धार को एक बार और हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने और मेरे लहू से पूरा कर दिया है। क्योंकि मैंने उद्धार का न्यायपूर्ण कार्य किया, जिसके द्वारा मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को उठाया और अपना लहू बहाया, अब आप विश्वास के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए अपने सभी पापों से बचाए जा सकते हैं।
इसलिए मुझ पर तरस खाकर मत रोओ, और न ही मुझ पर दया करके विश्वास करो। मैं तुमसे कह रहा हूँ, तुम्हें अभी मेरे बपतिस्मा और लहू के कार्य पर विश्वास करना चाहिए, और इस विश्वास के साथ मुझे धन्यवाद देना चाहिए। जान लें कि यदि आप मेरे न्यायपूर्ण कार्य में विश्वास नहीं करते हैं और मुझ पर दया करते हैं, तो आप हमेशा के लिए पापों की क्षमा प्राप्त करने में असमर्थ रहेंगे। अपने सभी पापों की माफ़ी इस विश्वास के साथ प्राप्त करें कि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा और अपने लहू के बहाए जाने के द्वारा इस संसार के सभी पापों को एक बार और हमेशा के लिए मिटा दिया है। मेरे काम को व्यर्थ न करना, जिसके द्वारा मैं ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस जगत के पापों का बोझ उठा लिया। मेरे बपतिस्मा के द्वारा तुम्हारे पापों को उठा कर और क्रूस पर अपना लहू बहाकर, मैंने तुम्हारे सारे पापों को धो दिया और उनके दण्ड को सह लिया।
अब मेरे उद्धार के धर्मी कार्य पर विश्वास करो और अपने सारे पापों से धुल जाओ। यही वह उद्धार है जो मैं तुम्हारे लिए चाहता हूँ। तुम्हें इस संसार के पापों से छुड़ाने के लिए, मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार हमेशा के लिए तुम्हारे पापों को उठा लिया; तुम्हारे स्थान पर तुम्हारे सारे पापों का दण्ड सहने के लिए, मैं क्रूस पर चढ़ाया गया, अपना लहू बहाया, और क्रूस पर मरा; और मैं मरे हुओं में से फिर से जी उठा। अपने पूरे मन से विश्वास करो कि मैंने तुम्हें पूरी तरह से बचा लिया है।
अब मेरे धर्मी और न्यायपूर्ण उद्धार के कार्य में विश्वास करने के लिए, यह विश्वास करो कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से मैंने जो बपतिस्मा प्राप्त किया वह वो कार्य है जिसे मैंने तुम्हारे पापों को सहन करने के लिए किया। और विश्वास करो कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के बाद जो लहू मैंने क्रूस पर बहाया था, उसने तुम्हारे पापों की मजदूरी को दंड से चुका दिया, क्योंकि मैं ने तुम्हारे सारे पापों का दण्ड उठा लिया। यदि आप उद्धार के इस सत्य पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आप हमेशा के लिए अपने पापों से बचाए नहीं जाएंगे। इस संसार के अंतिम दिनों में, मैं पापियों के न्यायी के रूप में लौटूंगा और अविश्वासियों की निंदा करूंगा। उस समय, मैं उन लोगों के पापों का न्याय करूँगा जो मेरे उद्धार के धर्मी कार्य में विश्वास नहीं करते हैं, और मैं उन्हें उनके पापों के लिए भयानक दण्ड दूँगा।
मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा इस संसार में एक बार हमेशा के लिए तुम्हारे सारे पापों को उठा लिया, और मैंने तुम्हारे पापों के दंड के लिए क्रूस पर अपना लहू बहाया। इस सत्य पर विश्वास करके अपना उद्धार प्राप्त करें। मैं आपको सलाह देता हूं कि उद्धार के इस कार्य में विश्वास करके अब आप अपने सभी पापों से बच जाएं। मैं एक दिन उन लोगों का न्याय करने के लिए वापस आऊंगा जो यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठाने के द्वारा किए गए उद्धार के कार्य में विश्वास नहीं करते हैं। इसलिए, यदि तुम जानते और विश्वास करते हो, कि जो बपतिस्मा मैं ने तुम्हारे पापों को उठाने के लिये लिया, वह वो बपतिस्मा है, जिस से अब तुम्हारे पाप धुल गए हैं, तो तुम अपने सब पापों से उद्धार पाओगे।”
इन अंतिम समयों में, प्रभु चाहते हैं कि जिनके हृदय पापों के दोषी हैं, वे प्रभु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करके बचाए जाएँ। चाहे कोई भी हो, हर किसी को यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू पर विश्वास करके पापों की क्षमा प्राप्त करनी चाहिए, क्योंकि कोई भी जो प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास नहीं करता, उसके न्यायोचित न्याय से बच नहीं पाएगा।
लूका 23:30 में लिखा है, "उस समय वे पहाड़ों से कहने लगेंगे कि हम पर गिरो, और टीलों से कि हमें ढाँप लो!" प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास नहीं करनेवाले पापियों पर प्रभु जो दंड डालेगा वह इतना कठोर होगा। प्रभु द्वारा दिया गया पापों का यह न्याय सभी पापियों के खिलाफ एक न्याय है, जो उनके लिए पूरी तरह से भयानक होगा।
सब लोग धर्मी प्रभु के न्याय के साम्हने खड़े होंगे। जिन लोगों को उस समय अपने हृदय के पापों के कारण परमेश्वर के न्याय का सामना करना होगा, वे परमेश्वर के न्याय को सहन करने में सक्षम नहीं होंगे। इसलिए, प्रभु द्वारा किए गए पापों के न्याय से दूर रहने के लिए, हमें विश्वास करना चाहिए कि हमारा प्रभु उद्धारकर्ता है जिसने बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को उठाया और हमारे स्थान पर क्रूस पर चढ़ाए जाने के द्वारा हमारे पापों के दंड को सहा। प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू में विश्वास के द्वारा उद्धार अब हम सभी को चाहिए।
प्रभु द्वारा ग्रहण किए गए बपतिस्मा और उनके लहू में विश्वास अब हमारे लिए बिल्कुल अनिवार्य है। क्योंकि प्रभु ने अब यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा हमारे सभी पापों को मिटा दिया है, यह इस तथ्य को जानने और विश्वास करने से है कि हम अपने उद्धार तक पहुँचते हैं और अपने हृदयों में पापों की क्षमा प्राप्त करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्वयं प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने और अपने लहू से हमारे पापों को सहन करके एक बार हमेशा के लिए उद्धार के न्यायपूर्ण कार्य को पूरा किया।
इस युग में परमेश्वर के सेवक जो प्रभु के बपतिस्मा को जानते हैं और उस पर विश्वास करते हैं, पूरी दुनिया में प्रभु के इस बपतिस्मा और उनके लहू का अथक प्रचार कर रहे हैं। यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर और अपना लहू बहाकर इस संसार के सभी पापों को एक बार और हमेशा के लिए दूर कर दिया है। हमें अपने हृदय से यह विश्वास करने के द्वारा उद्धार प्राप्त करना चाहिए कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा और अपने लहू के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए हमारे सारे पापों को दूर कर दिया है। अब इस युग में, प्रत्येक मनुष्य को प्रभु के बपतिस्मा और लहू के ज्ञान की आवश्यकता है। विश्वास के जीवन के माध्यम से उन लोगों के नेतृत्व में जो आप से पहले बचाए गए थे, प्रभु सच्चे उद्धार के बपतिस्मा और लहू की गवाही दे रहे हैं। हम सभी को अब यह समझना चाहिए कि हमें प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू के वचन में विश्वास की आवश्यकता है। हम सभी को विश्वास करना चाहिए कि पुनर्जन्म का तत्व जो प्रभु ने हमें दिया है वह बपतिस्मा और लहू का वचन है।
हम सभी को यह ज्ञान होना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के वचन के द्वारा हमारे सारे पापों को अपने शरीर पर स्वीकार कर लिया। हमें प्रभु के दूसरे आगमन के समय तक यीशु के बपतिस्मा और उनके लहू में इस विश्वास की गवाही देनी चाहिए। अब भी, बहुत से लोग पापियों के रूप में एक धार्मिक जीवन जी रहे हैं क्योंकि वे प्रभु के बपतिस्मा और लहू को नहीं जानते हैं, और यद्यपि वे इस अवस्था में प्रभु को प्राप्त करने का इरादा रखते हैं, वे इस तरह से उनके न्याय से बच नहीं सकते। इसलिए उन्हें उस उद्धार को स्वीकार करना चाहिए जिसे प्रभु अब इस संसार में रहने वाले सभी धार्मिक लोगों को प्रदान कर रहे हैं। जिस प्रकार अब हम बचाए गए हैं और अपने हृदयों को परमेश्वर की कलीसिया के साथ एक कर दिया है उस बपतिस्मा पर विश्वास करने के द्वारा जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले और उसके लहू से प्राप्त किया था, उसी प्रकार उन्हें भी यीशु के बपतिस्मा में विश्वास करना चाहिए।
हमें विश्वास से जीना चाहिए, यह विश्वास करते हुए कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर मानव जाति के सभी पापों को अपने ऊपर ले लिया, क्रूस पर अपना लहू बहाया, और हमारे बदले में हमारे पापों की सजा को उठाया। सभी मनुष्यों को उनके हर पाप से बचाने के लिए, उन्हें प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू के बहाए जाने की सच्चाई को जानना चाहिए। उन्हें विश्वास के लोग बनना चाहिए, यह जानकर और विश्वास करते हुए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार हमेशा के लिए अपने सारे पापों को उठा लिया और पापों दे दंड को सहा। अब जब आप जान गए हैं कि यीशु ने आपके पापों को उठाने के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया था, तो मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि आप इस पर विश्वास करें, यह पहचानते हुए कि अब आपके हृदय के पापों से धोने का मौका है। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए हुए बपतिस्मा और उसके लहू पर अपना विश्वास रखने के द्वारा आपको उन सभी पापों से बचाया जाना चाहिए जो आपके हृदय में हैं।
यदि आप और मैं अपने हृदय से उस बपतिस्मा में जो हमारे प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से लिया था और उसके लहू पर विश्वास करते है, तो हम अपने प्रभु से पापों की अनन्त क्षमा प्राप्त करेंगे। ठीक इसी क्षण, यदि आप उद्धार के वचन पर विश्वास करके अपने हृदय में पापों की क्षमा को स्वीकार करते हैं कि प्रभु ने अपने बपतिस्मा और लहू से एक बार और हमेशा के लिए आपके सारे पापों को धो दिया है, तो सच्चा उद्धार आपके हृदय में आ जाएगा। यदि अब आप प्रभु के बपतिस्मा और उसके लहू बहाए जाने में विश्वास के द्वारा अपने सभी पापों से बचाए गए हैं और उसके वचन पर भरोसा करके जीते हैं, तो प्रभु के वापस आने पर उसे ग्रहण करने के लिए आपके पास कोई कमी नहीं होगी। यदि आप अभी सभी पापों से बचना चाहते हैं, तो प्रभु के बपतिस्मा और उनके लहू के बहाने में अपना विश्वास रखने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
आप सभी इस तथ्य पर विश्वास करने के द्वारा परमेश्वर के क्रोध से बच सकते हैं कि यीशु ने इस पृथ्वी पर आने पर यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से मानवजाति के प्रत्येक पाप को अपने शरीर पर स्वीकार किया। हमें यह भी समझने की आवश्यकता है कि यदि हम यीशु के बपतिस्मा और क्रूस पर उसके न्यायपूर्ण लहू के बहाए जाने में इस तरह पूरे हृदय से विश्वास करते हैं, तो हम न केवल अपने हृदयों में पापों की क्षमा प्राप्त कर सकते हैं बल्कि उसके राज्य के विस्तार के लिए प्रभु के उपकरणों के रूप में भी उपयोग किए जा सकते हैं।
हमें अपने आप को यीशु के बपतिस्मा के कार्य को अस्वीकार करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए, जो कि पापों की क्षमा का अनुग्रह है जो प्रभु ने हमें दिया है। इसके बजाय हमें अपने हृदय से उद्धार के सत्य को जानना और उस पर विश्वास करना चाहिए, कि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया और हमें संसार के पापों से बचाने के लिए क्रूस पर अपना लहू बहाया। तीन साल बीत जाने के बाद जब से यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के कार्य के माध्यम से मानव जाति के सभी पापों को एक बार उठा लिया, उसे पिलातुस की अदालत ने मौत की सजा सुनाई, क्रूस पर अपना लहू बहाया, और उसने मरने से ठीक पहले अंतिम शब्द में यह कहा: "पूरा हुआ!" हमें अपने उद्धार के रूप में यीशु की न्यायसंगतता पर विश्वास करना चाहिए, क्योंकि प्रभु ने अपने बपतिस्मा और लहू से पूरी मानवजाति को इस संसार के पापों से छुड़ाने के लिए एक बार और हमेशा के लिए उद्धार का कार्य पूरा किया, और उन्होंने उनके पापों की सारी समस्या को दूर कर दिया है।
 


वे जो अब केवल निकेन पंथ में विश्वास करने के द्वारा उद्धार प्राप्त करने का प्रयास कर रहे है


अधिकांश ईसाई आज कहते हैं कि वे निकेन पंथ के आधार पर सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानते हैं। अपने उद्धार की पूर्णता के लिए, वे इस अपेक्षा पर अत्यधिक भरोसा कर रहे हैं कि जब तक वे इस संसार को छोड़ेंगे तब तक उनकी आत्माएँ पवित्र हो जाएँगी। इस तरह के धार्मिक विश्वास वाले ईसाई सोचते हैं कि उनके दिल को पूरी तरह से पाप रहित बनाने से पहले उन्हें और अधिक समय की आवश्यकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब वे अपने शरीर को देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि शरीर और आत्मा दोनों में पवित्र होने में बहुत समय लगेगा। 
हालांकि क्या उनकी आस्था और विचार वास्तव में सही हैं? आइए हम इस प्रश्न पर एक बार फिर से उस बपतिस्मा के वचन की ओर मुड़ें जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था। जब तक किसी व्यक्ति को उस बपतिस्मा में जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से लिया था और उसके लहू पर विश्वास है, तब तक इस व्यक्ति को अपने पापों से धोए जाने में अधिक समय नहीं लगता। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया (मत्ती 3:13-17)। यह इसलिए भी है क्योंकि प्रभु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए मानव जाति के सभी पापों को उठा लिया, क्रूस पर गए और अपने शरीर को हमारे प्रायश्चित के रूप में अर्पण किया। यह संभव था क्योंकि प्रभु यीशु के पास यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को ग्रहण करने की सामर्थ थी।
प्रभु ने इस संसार में सब कुछ अपने वचन से बनाया है। उसके पास यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए सहन करने की शक्ति थी। और प्रभु के पास उस बपतिस्मा पर विश्वास करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के हर पाप को एक ही बार में धोने की शक्ति थी जिसके द्वारा उसने इस संसार के पापों को उठा लिया। आप और मैं प्रभु के सामने समान रूप से पापी थे, लेकिन क्योंकि यीशु ने मानव जाति के सभी पापों को अपने ऊपर ले लिया और यरदन नदी में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर उन्हें साफ़ किया, अब हम यीशु के इस बपतिस्मा पर विश्वास करने के द्वारा अपने पापों से शुद्ध होने में सक्षम हैं।
अब, जो हमें यहाँ स्पष्ट रूप से समझना चाहिए वह यह है कि यीशु उन सभी को पापों का न्याय देगा जो विश्वास नहीं करते कि उसने उनके पापों को उठा लिया और उन्हें अपने बपतिस्मा और लहू से धो दिया। ऐसा इसलिए है क्योंकि जबकि प्रभु हमारा उद्धारकर्ता है, वह न्यायी भी है जो इस तथ्य पर विश्वास नहीं करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के सभी पापों की निंदा करेगा। यीशु ही वह है जिसे हमारे सभी पापों के लिए क्रूस पर दंड दिया गया था, और इस दंड के साथ उसने हमारे सारे न्याय को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया है। इसलिए, अब यह संभव हो गया है कि हम सभी को उद्धार के सत्य पर विश्वास करके हर दंडनीय पाप से छुटकारा मिल जाए कि प्रभु ने हमारे पापों के लिए बपतिस्मा लिया और दंड सहा।
प्रभु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा हमारे पापों को कन्धे पर उठाकर और क्रूस पर उनकी निंदा को सहकर हम अपने विश्वासियों को बचाया है। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के कारण, वह हमारे सारे पापों को उठाने और उन्हें धोने में सक्षम था। चूँकि हमारे प्रभु ने अपने बपतिस्मा और अपने लहू से उनके दण्ड के द्वारा हमारे सारे पापों को उठा लिया, अब से, जो कोई भी यीशु के धर्मी कार्य में विश्वास करता है, वह अपने पापों से एक बार और हमेशा के लिए शुध्ध सकता है और पापों की हर निंदा से भी छुटकारा पा सकता है।
पिता परमेश्वर उन लोगों को ढूंढ़ रहा है जो उसके पापों को धोकर उसके हृदय को प्रसन्न करेंगे, और उस बपतिस्मा में जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से लिया और उसके लहू में अपना विश्वास रखेंगे। जिस प्रकार बाइबल में अब्राहम प्रभु परमेश्वर के वचन पर विश्वास करने के द्वारा हमारे विश्वास का पिता बन गया, नए नियम के युग में, हम भी, परमेश्वर की दृष्टि में उस वचन पर विश्वास करके अब्राहम की तरह विश्वास के लोग बन सकते हैं, कि यीशु यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर और अपना लहू बहाकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया, और इस प्रकार एक बार और हमेशा के लिए हमारे सभी पापों को धो दिया। संक्षेप में, क्योंकि हम प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करते हैं, अब हम अपने हृदय के हर पाप को एक बार और हमेशा के लिए धो सकते हैं और साफ कर सकते हैं।
हालांकि, दुख की बात है कि हम देखते हैं कि ईसाई समुदायों में कई धर्मशास्त्री अभी भी यीशु के बपतिस्मा के रहस्य को नहीं जानते हैं, और इसके परिणामस्वरूप वे अपने स्वयं के बनाए धर्मशास्त्रीय सिद्धांतों में गिर रहे हैं। विशेष रूप से, पूर्वनियति और बिना शर्त चुनाव का सिद्धांत कई ईसाइयों को भ्रमित कर रहा है। क्या आप में से कोई है जो वास्तव में जानता है कि वह प्रभु के चुने हुए लोगों में से एक है या नहीं? मुझे यकीन है कि बहुत से धार्मिक लोग इस सवाल से जूझ रहे हैं, सोच रहे हैं कि वे कैसे पता लगा सकते हैं कि उन्हें चुना गया है या नहीं। भले ही प्रभु का दूसरा आगमन आसन्न है, वे केवल अपने पापों और धर्मशास्त्रीय सिद्धांतों के कारण गहरे संकट में पड़ रहे हैं।
यहां आपको यह समझना चाहिए कि धर्मशास्त्रियों द्वारा उगले गए कई सिद्धांत हमारे अनगिनत पापों को दूर नहीं कर सकते। धार्मिक सिद्धांत किसी भी ऐसे व्यक्ति को कोई लाभ नहीं देते हैं जो अब पापी है। जो लोग धर्मशास्त्र में सिखाए गए ईसाई सिद्धांतों में विश्वास करते हैं वे अभी भी केवल क्रूस पर चढ़ाए गए प्रभु में विश्वास करते हैं, और इसलिए वे उन पापों से बच नहीं सकते हैं जो अभी उनका सामना कर रहे हैं। अंततः वे जिस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं, वह यह है कि अपनी पूरी भक्ति के साथ पश्चाताप की प्रार्थना करने, अपनी कलीसियाओं के लिए स्वेच्छा से अपनी सेवा देने, और केवल प्रभु की प्रतीक्षा करने के अलावा वे कुछ भी नहीं कर सकते हैं। ये कैसी दयनीय आत्माएँ हैं! वे केवल एक धार्मिक जीवन जीने के लिए स्वयं को समर्पित कर रहे हैं, भले ही फिर वे अपने पापों से मुक्त होने में असमर्थ हैं।
इन दिनों पादरी चाहते हैं कि उनकी मण्डली धार्मिक सिद्धांतों में विश्वास करे और एक धार्मिक जीवन व्यतीत करे। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके पास सिखाने के लिए और कुछ नहीं होगा यदि उनके अनुयायियों को उस उद्धार को जानने और उस पर विश्वास करने के द्वारा पापरहित बनाया जाता है जिसे प्रभु ने अपने बपतिस्मा और लहू से पूरा किया है। 1 यूहन्ना 2:27 में बाइबल कहती है, “परन्तु तुम्हारा वह अभिषेक जो उसकी ओर से किया गया, तुम में बना रहता है; और तुम्हें इसका प्रयोजन नहीं कि कोई तुम्हें सिखाए, वरन् जैसे वह अभिषेक जो उसकी ओर से किया गया तुम्हें सब बातें सिखाता है, और यह सच्‍चा है और झूठा नहीं; और जैसा उसने तुम्हें सिखाया है वैसे ही तुम उसमें बने रहते हो।” यह वचन परमेश्वर की उन सन्तानों के लिए बोला गया है जो यीशु में विश्वास के द्वारा बचाए गए हैं, यह विश्वास करके कि उसने अपने बपतिस्मा और क्रूस पर अपने लहू के द्वारा उन्हें छुटकारा दिया है। दूसरे शब्दों में, यह किसी ऐसे व्यक्ति को संबोधित नहीं है जो केवल धार्मिक सिद्धांतों में विश्वास करता है।
हमारे प्रभु कोई भी ऐसा धार्मिक जीवन नहीं चाहते हैं जो धार्मिक सिद्धांतों पर विश्वास करके संचालित हो। यहां आपको यह समझने की जरूरत है कि जो लोग धर्मशास्त्र में पढ़ाए जाने वाले ईसाई सिद्धांतों में विश्वास करते हैं, उन्होंने आज अपने विश्वास को गलत कदम पर उठाना शुरू कर दिया है। पहले दिन से ही उन्होंने क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करना शुरू कर दिया, वे यह समझने में विफल रहे कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को स्वीकार किया, और इसीलिए वे धार्मिक जीवन में गिर गए। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक सांसारिक ईसाई धर्म पर भरोसा करते हैं और विश्वास करते हैं इसलिए वे अंततः अपने पापों से धोए जाने में असमर्थ हो गए। वे अपने उद्धारकर्ता के रूप में सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करने और उसका पालन करते है, जो कि प्राचीन समय में प्रख्यापित निकेन पंथ में पाए जाने वाले विश्वास के लेखों में से एक है। इसलिए उन्होंने खुद को परमेश्वर के न्याय की प्रतीक्षा करने वाले धार्मिक अभ्यासियों में बदल दिया है, क्योंकि वे अपने दिल में हमेशा पापी बने रहते हैं, भले ही वे यीशु पर विश्वास करने का दावा करते हैं जिन्होंने अपने उद्धारकर्ता के रूप में क्रूस पर अपना लहू बहाया।
ऐसा विनाशकारी परिणाम निकेन पंथ में पाए जाने वाले विश्वास के अंगीकार के कारण आया। इस पंथ के कारण, ईसाई अपने सभी पापों से नया जन्म लेने में असमर्थ रहे हैं और 1,700 से अधिक वर्षों तक पापियों के रूप में रहे। इसलिए, जब हम पहली बार यीशु पर अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करते हैं, तो यह पूरी तरह से अनिवार्य है कि हम इस तथ्य के ज्ञान से शुरू करें कि यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया, और हमें इस पर विश्वास करना चाहिए और फिर से जन्म लेना चाहिए। दूसरे शब्दों में कहें तो हमें विश्वास से शुरू करना चाहिए और विश्वास पर समाप्त होना चाहिए। हमें इस तरह से विश्वास के साथ शुरू करना चाहिए क्योंकि यदि हम जानते हैं और विश्वास करते हैं, उसी क्षण से हम पहले यीशु पर हमारे उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करते हैं, कि उसने बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया, तो हम अपने सभी पापों को उसे पारित कर सकते है। हम तब प्रभु का धन्यवाद कर सकते हैं, यह जानते हुए कि यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था और हमारे प्रायश्चित के रूप में क्रूस के दंड को सहा क्योंकि उसने हमारे पापों को अपने कंधों पर उठाया था। तब हमारे पास सभी पापों से नया जन्म लेने के लिए पुनर्जन्म का विश्वास होगा।
हालाँकि, प्राचीन समय में प्रख्यापित निकेन पंथ ने सिखाया कि प्रारंभिक चर्च के प्रेरितों के लिए केवल यीशु का क्रूस ही विश्वास का मानक था, और क्योंकि यह पंथ सदियों से आज तक ईसाइयों के लिए पारित किया गया है, लोग आज यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू को नहिओ जानते है और उसके बजाए सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में पहचानते और विश्वास करते है। यही कारण है कि वे केवल धार्मिक लोग बन गए हैं। यहां आपके लिए यह समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि सत्य के ज्ञान के साथ यीशु पर विश्वास करना की उसने बपतिस्मा लेने के द्वारा इस दुनिया के पापों को उठाया और सिर्फ उसके क्रूस के ज्ञान के साथ यीशु में विश्वास करने के बीच एक बड़ा अंतर है।
इस अंतर को समझते हुए, आपको अपने धार्मिक जीवन से बचना चाहिए और उद्धार के सत्य पर विश्वास करके नया जन्म लेना चाहिए कि यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए हमारे पापों को उठा लिया। इन अंतिम समयों में जब दुनिया का विनाश निकट है, हमें यीशु के बपतिस्मा और लहू को अपने उद्धार के रूप में विश्वास करना चाहिए, विश्वास के लोग बनना चाहिए, और प्रभु का धन्यवाद करते हुए अपना जीवन जीना चाहिए। जब तक हम यीशु के बपतिस्मा और उनके लहू को नहीं जानेंगे, न तो आपकी आत्मा और न ही मेरी आत्मा फिर से जन्म ले सकती है। 
उन लोगों के लिए भी जो अब यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानने का दावा कर रहे हैं, यदि वे यीशु के बपतिस्मा के अर्थ को जाने बिना विश्वास करते हैं, तो वे सांसारिक धार्मिक अभ्यासियों में बदल गए हैं। इसलिए, अब जब अंत समय हमारे पास आ रहा है, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम यीशु के बपतिस्मा के रहस्य को समझें, उस पर विश्वास करें, और विश्वास के नया जन्म पाए हुए लोग बनें। जब यीशु के बपतिस्मा में इस संसार के पापों को धोने और मिटाने की शक्ति है, तो हमें स्वयं को केवल धार्मिक अभ्यासियों के रूप में नहीं बदलना चाहिए।
आज, ईसाई समुदायों के सभी धार्मिक लोगों का विश्वास निकेन पंथ में निहित है। भले ही यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के पापों को उठा कर हमारे पापों को धो दिया है, फिर भी वे इस यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में नहीं मानते हैं। इसलिए, क्योंकि ईसाई आज निकेन पंथ पर स्थापित क्रूस के सिद्धांत पर भरोसा करके अपने विश्वास के जीवन का नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने खुद को मूर्ख धार्मिक अभ्यासियों में बदल लिया है, इस पापी अवस्था में प्रभु के सामने खड़े होने के लिए लगातार पापियों के रूप में जी रहे हैं। अंततः वे यीशु के बपतिस्मा के माध्यम से विश्वास के द्वारा अपने पापों को यीशु के शरीर पर पारित करने में स्वयं को अक्षम कर रहे हैं। आज अपने पापों की समस्या को दूर करने में असमर्थ, ऐसे धार्मिक विश्वास रखने वाले न्याय के प्रभु के साथ आमने-सामने आने के लिए दुर्भाग्य से अभिशप्त हैं।
इस मामले की सच्चाई यह है कि ईसाइयों ने आज तक 1,700 से अधिक वर्षों से निकेन पंथ में विश्वास किया है। उन्होंने अब तक यह विश्वास किया है कि यीशु ने केवल क्रूस पर चढ़कर उन्हें उनके पापों से बचाया है। यही कारण है कि वे अपने हृदयों को उनके पापों से मुक्त नहीं कर सके, चाहे वे इसके लिए कितना ही तरसे। हो सकता है कि वे पश्चाताप की प्रार्थनाओं से अपने दिल के लिए कुछ पल भर के लिए आराम पाएं, लेकिन समय आने पर उन्हें एहसास होगा कि ऐसी सभी प्रार्थनाएं व्यर्थ हैं। जिन धार्मिक सिद्धांतों पर वे भरोसा करते हैं, वे उन्हें उनके पापों से पूरी तरह से नया जन्म लेने में मदद करने में विफल रहे हैं। अन्य बातों के अलावा वे उस संप्रदाय पर भरोसा करते हैं जिससे वे संबंधित हैं। हालाँकि, ये संप्रदाय भी उन्हें पाप से छुड़ाने में असमर्थ हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे जिस पर भरोसा कर रहे हैं वह अंत में सिर्फ एक मानव निर्मित धार्मिक संगठन है।
हमारे पापों से उद्धार पूरी तरह से उद्धार के वचन में पाया जाता है जो यीशु द्वारा प्राप्त किए गए बपतिस्मा और उसके द्वारा बहाए गए लहू से परिपूर्ण है जब वह इस संसार में आया था। हालाँकि, उन गवाहों से मिले बिना जो पहले से ही प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करके अपने पापों से नया जन्म ले चुके हैं, बहुत से लोग अपने आप अपने पापों से बचने में असमर्थ हैं। नया जन्म पाए गवाह बपतिस्मा के कार्य में विश्वास करते हैं, यह विश्वास करते हुए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया। हमें यहाँ यह समझने की आवश्यकता है कि हम इस सच्चाई को जानते हैं या नहीं कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से हमारे पापों को उठा लिया और उसके लहू के परिणाम में बहुत बड़ा अंतर है।
नए नियम की शुरुआत में, प्रभु कह रहे हैं कि यीशु ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा की और इस तरह इस दुनिया के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। मत्ती 3:13-17 में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के सारे पापों को अपने कंधों पर उठा लिया।
हालाँकि, अधिकांश ईसाइयों ने आज केवल यीशु के क्रूस पर विश्वास करके अपने विश्वास के जीवन की शुरुआत की। इसके अलावा, वे इस तथ्य से भी अवगत नहीं हैं कि उनके विश्वास की समस्या उसी क्षण से शुरू हो गई थी जब उन्होंने यह जाने बिना एक धार्मिक जीवन जीना शुरू कर दिया था कि यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू से उनके पापों को उठाया और दूर किया। यदि आप मानते हैं कि निकेन पंथ में दिखाए गए क्रूस पर चढ़ाए जाने से ही यीशु आपका उद्धारकर्ता बन गया, तो क्या आपके पास भविष्य में आपके द्वारा किए गए सभी पापों को धोने का कोई वैकल्पिक उपाय है? आप और मैं अपने सभी पापों को केवल इसलिए धुल सकते हैं क्योंकि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा उन्हें हमेशा के लिए उठा लिया है।
हालाँकि, आपको अपने पापों को धोने की कोशिश करने में परेशानी हो रही है क्योंकि शुरू से ही आपने यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में उसके बपतिस्मा को जाने बिना विश्वास किया है। आपका यह विश्वास दर्शाता है कि आप अपनी आत्मा के साथ जी रहे हैं जो आपसे झूठ बोल रहे हैं। यह इस बात का सबूत है कि आप निकेन पंथ को आँख बंद करके स्वीकार और विश्वास करके धर्म के एक सांसारिक अभ्यासी बन गए हैं।
यदि आपके विश्वास के पूर्ववर्तियों ने, पहले से ही झूठों द्वारा धोखा दिए जाने के बाद, अपने उद्धार के रूप में केवल क्रूस पर विश्वास किया और उसका पालन किया, तो इसका केवल यह अर्थ हो सकता है कि आप भी अपने विश्वास के पूर्ववर्तियों की तरह इस धर्म में अपना विश्वास रख रहे हैं और इसका पालन कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, हम देखते हैं कि आज यूरोप में चर्च पूरी तरह से ढह गए हैं। हम उनके विश्वास के पतन का कारण कहां ढूंढ सकते हैं? हम इसका पता इस तथ्य में लगा सकते हैं कि उन्होंने निकेन पंथ की शिक्षाओं के अनुसार सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में माना है। जबकि क्रूस उपयुक्त हो सकता है यदि आप विश्वास करने के लिए केवल एक धर्म की तलाश कर रहे हो, यह आपके लिए आपके पापों से नया जन्म लेने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पानी और आत्मा से नया जन्म लेने के लिए, आपके पास यीशु के बपतिस्मा और लहू का वचन होना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि परमेश्वर ने निर्धारित किया है कि जो लोग यीशु पर विश्वास करते हैं वे उसके बपतिस्मा और लहू के माध्यम से नया जन्म लेंगे।
इसलिए, यदि लोग केवल यीशु के क्रूस पर चढ़ने को अपने उद्धार के रूप में मानते हैं, तो इस बिंदु से उनके पास इस संसार में रहने के दौरान किए गए पापों को विश्वास से संबोधित करने का कोई तरीका नहीं है। क्रूस वह जगह है जहां प्रभु ने हमारे स्थान पर पापों की सजा को उठाया, इसलिए यदि हम हर बार पाप करने के लिए क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु के बारे में सोचते हुए अपने पापों को संबोधित करने का प्रयास करते हैं, तो हम इस तरह के विश्वास के साथ संभवतः क्या हल कर सकते हैं? इसके विपरीत, हर बार जब हम पाप करते हैं तो हम यीशु के कंधों पर और अधिक पापों का ढेर लगा रहे होते हैं। जब ऐसा होता है, तो यीशु के क्रूस पर विश्वास करने वालों के समान मन की शांति पाने के बजाय, हमारे हृदय और भी अधिक बोझिल हो जाएंगे। अपने प्रभु के करीब आने के बजाय, हम उससे और दूर होते चले जाएँगे।
इसके अलावा, जब भी हमारी कमजोरियाँ यीशु के सामने उजागर होंगी, हम अपने मन में दोषी महसूस करेंगे, और यदि यह स्थिति बनी रही, तो हमें यीशु के पास आने और अपना चेहरा प्रकट करने में भी शर्म आएगी। इस तरह, यदि हम सिर्फ क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करते हैं, तो हम हर बार पाप करने पर बार-बार पश्चाताप की प्रार्थना करेंगे, और यह चक्र अंतहीन रूप से चलता रहेगा, और एक दिन हमें पता चलता है कि हम वास्तव में यीशु का उपहास उड़ा रहे हैं। धार्मिक जीवन जीने का यही अर्थ है। अब समय आ गया है कि हम यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करके अपने पापों और न्याय को समाप्त करें। आप और मैं अब तक बार-बार इस तरह के विश्वास का अभ्यास करते आ रहे हैं। अब समय आ गया है कि हम इस तरह के धार्मिक जीवन को समाप्त करें, और यह समझे कि हमें पापों से फिर से जन्म लेने के लिए यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू पर विश्वास करने की आवश्यकता है।
 

नया जन्म प्राप्त करने के लिए आपको क्या चाहिए

आपको यहां पर समझना चाहिए कि नया जन्म लेने के लिए आपको प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास करना नितांत आवश्यक है। यीशु यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले की खोज में गया और उससे बपतिस्मा लेकर एक ही बार में हमेशा के लिए मानवजाति के पापों को अपने ऊपर ले लिया। यीशु के इस बपतिस्मा और उसके द्वारा बहाए गए लहू को न जानते हुए, बहुत से लोगों ने अब तक क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपना उद्धारकर्ता माना है, यह सब निकेन पंथ के अनुसार है। यही कारण है कि वे यीशु में विश्वास करने के बावजूद अपने पापों से मुक्त नहीं हो पाए हैं, और इसके बजाय वे सांसारिक धर्म के अभ्यासी के रूप में जी रहे हैं। परमेश्वर से दूर हुए और अपनी पापी अवस्था में विश्वास का जीवन जीने की कोशिश करते हुए, वे आज तक 1,700 से अधिक वर्षों से कायम हैं।
हालांकि, इन अंतिम समयों में जब शैतान बेकाबू हो रहा है, वे अपने धार्मिक जीवन को त्यागने के लिए बाध्य हैं, क्योंकि वे अब अपने विश्वास पर भरोसा करके उसका सामना नहीं कर सकते। किसी के द्वारा आयोजित किसी भी धार्मिक विश्वास में असीमित शक्ति नहीं होती है। इसलिए, एक बार जब लोग चरम सीमा पर पहुँच जाते हैं जहाँ उन्हें अपने धार्मिक जीवन को छोड़ देना चाहिए, तो वे छोड़ देंगे। जब वे बाहरी रूप से या आंतरिक रूप से पाप के द्वारा दबाए जाते हैं, तो उनके पास अपने हृदयों को बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। 
अंत समय में, मसीह विरोधी प्रकट होगा और लोगों से यीशु को नकारने की मांग करेगा। तब उनकी मांग को खारिज करना असंभव होगा। इसलिए, प्रभु के बपतिस्मा और लहू में अपना भरोसा रखते हुए, हमें यह विश्वास करके नया जन्म लेना चाहिए कि प्रभु जिसने दुनिया के हमारे पापों को धो दिया है, वह हमारा उद्धारकर्ता है। यीशु ने अपने बपतिस्मा और लहू के द्वारा हम अपने विश्वासियों को बचाया है, और मैं विश्वास करता हूँ कि अब समय आ गया है कि उद्धार के इस सत्य का प्रचार सभी को किया जाए। इसलिए, आइए हम सब उस बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करें जिसके द्वारा प्रभु ने हमारे पापों को और उसके लहू के वचन को सह लिया, आइए हम अब इस विश्वास के द्वारा अपने सारे पापों से धोए जाएँ, और आइए जब प्रभु वापिस आता है तब वह हमें अपने लोगों के रूप में ग्रहण करने पाए।
 


क्या आपका विश्वास अब उस बपतिस्मा में रखा गया है जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था?


यीशु के बपतिस्मा और उसके लहू में विश्वास के बिना, आप अपने पापों से नहीं धोए जा सकते। क्या ऐसा नहीं है? क्या अब आप जानते हैं और विश्वास करते हैं कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए आपके पापों को उठा लिया है? आपको यह विश्वास करके अपने सभी पापों से बचाया जाना चाहिए कि यीशु ही वह उद्धारकर्ता है जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठा लिया, जैसा कि मत्ती 3:13-17 में लिखा है। यीशु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके, आप अपने पापों को हमेशा के लिए धो सकते हैं।
आपका विश्वास और मेरा विश्वास निकेन पंथ पर आधारित था जिसे 325 ईस्वी में धार्मिक लोगों द्वारा प्रख्यापित किया गया था। निकेन पंथ कहता है कि यीशु ने क्रूस पर चढ़ाए जाने और उनका दंड भुगतने के द्वारा आपको पापों से बचाया है। तदनुसार, आपके कलीसिया के अगुवों ने भी आपको सिखाया है कि यीशु ने क्रूस पर जो दण्ड सहा वही उद्धार है। वे इस सच्चाई को सिखाने में सक्षम नहीं हो पाए हैं कि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया और विश्वासियों के पापों को धो दिया। जिन लोगों ने 325 ई. में निकेन पंथ को बनाया, उन्होंने इस पंथ से यीशु के बपतिस्मा के वचन को छोड़ दिया, और ऐसा करने में, उन्होंने एक सांसारिक धर्म बनाकर अपने स्वयं के उद्देश्यों को प्राप्त करने की मांग की, जिसके अनुयायी यीशु को उद्धारकर्ता के रूप में मानते हैं, लेकिन अभी भी अपने पापों की माफ़ी पाने में असमर्थ हैं।
इस तरह, उन्होंने लोगों को बाइबल में लिखे यीशु के बपतिस्मा पर विश्वास करने से रोककर और केवल क्रूस पर उनके दंड पर विश्वास करके अपनी वासना को पूरा करने की कोशिश की। और बेतुके ढंग से, वे आपको एक अस्थिर स्थिति में डाल देते हैं, जहाँ आप केवल क्रूस के वचन पर विश्वास करते हैं लेकिन हमेशा के लिए पापों से धोने में असमर्थ होते हैं।
इसलिए, अब हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुँच गए हैं जहाँ हमें परमेश्वर के लिखित वचन की ओर मुड़ना चाहिए, यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से यीशु द्वारा प्राप्त किए गए बपतिस्मा के गहन अर्थ की जाँच करें, और यीशु को हमारे उद्धारकर्ता के रूप में फिर से विश्वास करें। मत्ती 3:13-17 में, बाइबल कहती है और हमें वह सत्य दिखाती है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया। हम यीशु को यह कहते हुए देख सकते हैं कि उसने यर्दन नदी में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस दुनिया में मानव जाति के सभी पापों को हमेशा के लिए धो दिया है। 
नए नियम में, यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेने और दुनिया के पापों को उठाने के द्वारा यीशु ने जो कार्य किया, वह उनके सार्वजनिक जीवन के पहले रिकॉर्ड के रूप में प्रकट हुआ। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा यीशु के इस संसार के पापों को उठा लेने के तीन साल बाद तक यीशु का क्रूस पर चढ़ाया जाना और मृत्यु प्रकट नहीं होती है। क्या आप अब समझते हैं कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से जो बपतिस्मा लिया था, वह वो साधन है जिसके द्वारा उसने आपके और मेरे पापों को उठा लिया और उन्हें हमेशा के लिए धो दिया? हमें एक बार फिर से यीशु के बपतिस्मा के वचन की पुष्टि करनी चाहिए और विश्वास करना चाहिए कि उसने वास्तव में बपतिस्मा लेकर हमारे पापों को अपने कंधों पर उठा लिया। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने जो बपतिस्मा लिया था, उसका वचन अब आपको और मुझे उद्धार का सत्य सिखा रहा है कि यीशु ने इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए अपने शरीर पर स्वीकार कर लिया।
इसलिए, हम सभी को इस तथ्य पर विश्वास होना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए मानव जाति के पापों को धो दिया है। और इस विश्वास के द्वारा हमें अपने पापों से धोना चाहिए। हमें यह समझना और विश्वास करना चाहिए कि इस दुनिया के सभी पाप यीशु के शरीर पर उसके बपतिस्मा के माध्यम से पारित किए गए थे, जैसा कि पवित्रशास्त्र के दोनों नियमों में लिखा गया है। सभी मनुष्यों को अब अपने सभी पापों से बचाने के लिए, उन्हें प्रभु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास होना चाहिए, विश्वास करना चाहिए कि उन्होंने अपने बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठाया, और पवित्र आत्मा की गवाही से पुष्टि करें कि यह विश्वास वह सत्य है जो अब हमारे लिए वास्तविक उद्धार लाता है। यह भी जानते हुए कि यह विश्वास ही सत्य है जो इस युग में विश्वास के सच्चे सुधार का शुभारंभ कर सकता है, हमें यह विश्वास करना चाहिए कि हम इस सुधार के पथप्रदर्शक हैं।
325 ई. से अब तक, ईसाई धर्म को निकेन पंथ के प्रवर्तकों द्वारा धोखा दिया गया है जिन्होंने इस सत्य को छोड़ दिया कि यीशु ने आपके और मेरे पापों को उठा लिया और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले द्वारा बपतिस्मा लेने के द्वारा उन्हें धो दिया। इन लोगों और शैतान ने हमारी आत्माओं को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। ईसाइयों को आज यह समझना चाहिए कि इस क्षण भी उन्हें मानव निर्मित निकेन पंथ के अनुयायियों द्वारा धोखा दिया जा रहा है। इसलिए, इस वर्तमान युग में अब विश्वास के सच्चे सुधार को शुरू करने के लिए, प्रभु के बपतिस्मा और लहू के वचन में विश्वास बिल्कुल अनिवार्य है। मैं यह उन लोगों के लिए कह रहा हूँ जो अभी भी यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास नहीं करते हैं और परिणामस्वरूप अपने पापों से धुलते नहीं हैं।
अब इस युग में भी, जो लोग निकेन पंथ में विश्वास करते हैं, वे अपने पापों से धुलने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि वे उस बपतिस्मा के वचन की सच्चाई को नहीं जानते हैं जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था। अपने धार्मिक अगुवों द्वारा धोखा खाकर, ऐसे मसीही अपने समय, धन और आत्मा के लिए शिकार बन रहे हैं। तो आइए अब हम अपने धार्मिक जीवन को रोक दें, यीशु के बपतिस्मा और लहू में अपना विश्वास रखकर एक बार हमेशा के लिए बचा लिया जाए, और प्रभु के राज्य तक पहुँचने के लिए स्वर्ग से ऊपर उड़े। हम सभी को यह समझना चाहिए कि यह वर्तमान युग ऐसा है जिसे विश्वास के सच्चे सुधार की आवश्यकता है, और मैं आपको यह भी बता रहा हूं कि हमें आज के ईसाई धर्म को उस बपतिस्मा के वचन में अपने विश्वास के साथ सुधारना चाहिए जो हमारे प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था।
झूठे धर्म से दूर सच्चा सुधार इस वर्तमान युग के लिए नितांत आवश्यक है। मैं आपसे 21वीं सदी में इस सत्य में हमारे विश्वास के साथ इस सुधार को शुरू करने में शामिल होने के लिए कह रहा हूं कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को उठाया। ऐसा करने के लिए, हमें स्वयं अपने हृदयों में पापों की क्षमा प्राप्त करनी चाहिए और यीशु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके नया जन्म लेना चाहिए, और ऐसे लोग हैं जो केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु में विश्वास करने वालों के लिए इस युग में विश्वास के सच्चे सुधार की शुरुआत कर सकते हैं।
अनुमान है कि आज इस पृथ्वी ग्रह पर लगभग 1 अरब ईसाई हैं। हालाँकि, इनमें से अधिकांश ईसाई पापियों के रूप में जी रहे हैं क्योंकि वे इस सच्चाई को नहीं जानते हैं कि यदि वे संयुक्त रूप से यीशु के बपतिस्मा और लहू दोनों के वचन पर विश्वास करते हैं तो उन्हें उनके पापों से धोया जा सकता है। वे पापी बने हुए हैं क्योंकि वे इस सच्चाई से बेखबर हैं कि यीशु ने बपतिस्मा लेकर इस संसार के सारे पाप एक बार हमेशा के लिए उठा लिए। यहाँ आपको जो विचार करने की आवश्यकता है वह यह है: यदि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा आपके पापों को हमेशा के लिए दूर नहीं किया होता, तो वे अब कहाँ होते? हमें यीशु के बपतिस्मा में अपने विश्वास के कारण अपनी आत्मा को चमकते हुए देखने की आवश्यकता है। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा हमारे पाप यीशु पर पारित हुए। केवल एक तथ्य को जानना और विश्वास करना कि यीशु के बपतिस्मा के माध्यम से हमारे पाप उसके पास चले गए, हमारे हृदय के लिए फिर से सांस लेने के लिए पर्याप्त है
यह कार्डिएक अरेस्ट में मरीज को कृत्रिम वेंटिलेशन प्रदान करने और उसकी सांस बहाल करने जैसा है। जब आप और मैं यीशु को उद्धारकर्ता के रूप में मानते हैं, तो इस तथ्य में विश्वास कि यीशु मसीह ने आपके और मेरे पापों को एक बार और हमेशा के लिए सहन करने के लिए बपतिस्मा लिया था, हमारे दिलों को सभी पापों से बचाने और नई ताकत पाने के लिए पर्याप्त है। इस तरह हमें एहसास होता है कि प्रभु ने हमसे क्यों कहा कि मानव जाति को पानी और आत्मा से फिर से जन्म लेना चाहिए।
 

व्यक्ति को पानी और आत्मा से नया जन्म प्राप्त करना चाहिए

आइए याद करें कि यूहन्ना अध्याय 3 में प्रभु ने क्या कहा था, कि कोई व्यक्ति परमेश्वर के राज्य में तभी प्रवेश कर सकता है जब वह पानी और आत्मा से फिर से जन्म लेता है। जिस "पानी" के बारे में यीशु ने यहाँ बात की वह उसके बपतिस्मा के वचन को दर्शाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यीशु ने 30 वर्ष की आयु में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लिया था और इस बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। इसका अर्थ है कि हम यीशु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करने के द्वारा इस संसार के सभी पापों से धोए जा सकते हैं। यह "हाथ रखने" के कारण है जिसे परमेश्वर ने पुराने नियम के युग में स्थापित किया था। पुराने नियम के युग के दौरान, बलिदान प्रणाली के अनुसार, पापियों को अपने बलिदान के पशु के सिर पर हाथ रखकर अपने पापों को उस पर पारित करना था और इस बलिदान पशु को याजकों को सौंप देना था, और याजकों को उसका लहू परमेश्वर को अर्पण करना था (लैव्यव्यवस्था 4:1-5)।
नए नियम के युग में, यीशु ने इसी तरह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया, और इसलिए वह स्वयं को संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रायश्चित बना सका। हम यीशु के बपतिस्मा पर विश्वास करने के द्वारा इस संसार के सभी पापों से बचाए गए हैं जिन्होंने इन पापों को उठा लिया। जब प्रभु ने निकुदेमस से कहा कि उसे "पानी और आत्मा से नया जन्म लेना चाहिए," वह इस तथ्य के बारे में बोल रहा था कि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया था, और वह हमें यहाँ बता रहा है कि यह बपतिस्मा परमेश्वर का सुसमाचार है जो उसके विश्वासियों को नया जन्म लेने में सक्षम बनाता है, क्योंकि यह वह कार्य है जिसके द्वारा यीशु ने मानवजाति के पापों को उठा लिया।
प्रभु हमें बता रहे हैं कि अपने बपतिस्मा के माध्यम से हमारे सभी पापों को उठा कर, उन्होंने विश्वासियों को नए सिरे से जन्म लेने का आशीर्वाद दिया है। कि परमेश्वर ने हमें पानी और आत्मा से नया जन्म लेने का आशीर्वाद दिया है, इसका अर्थ है कि यीशु ने इस संसार के पापों को उठा लिया और उन्हें अपने बपतिस्मा से धो दिया। इसके बाद यीशु ने 33 वर्ष की आयु में क्रूस पर चढ़कर और अपना लहू बहाकर हमारे स्थान पर हमारे पापों के दण्ड को सहा। इसे प्रायश्चित का बलिदान कहा जाता है। अब से, आपको और मुझे प्रभु पर विश्वास करना चाहिए जिसने अपने बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को उठाया, उन्हें कंधे पर उठाते हुए क्रूस पर चढ़ाया गया, क्रूस पर मर गया, और फिर से मरे हुओं में से जी उठा; और इस विश्वास से हमें उद्धार तक पहुंचना चाहिए। हमें अब यह जानकर और विश्वास करके कि हमारे पापों के प्रायश्चित के लिए खुद को तैयार करने वाला प्रभु हमारा उद्धारकर्ता है, हमें अपने सभी पापों से उद्धार मिलना चाहिए। हमें अब और यीशु के लिए खेद महसूस नहीं करना चाहिए, और इसके बजाय हमें उनके बपतिस्मा और लहू को अपने उद्धार के रूप में विश्वास करना चाहिए।
यदि आपने आज तक केवल यीशु के क्रूस पर भरोसा किया है और उस पर विश्वास किया है, तो आपको अब इस तथ्य पर विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के सभी पापों को उठा कर हमें हमारे पापों से बचाया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप यीशु के बपतिस्मा के इस सत्य को नहीं जानते थे कि आप अपने जीवन में परमेश्वर के प्रेम के लिए हमेशा भूखे रहे। इसलिए, आपको अब विश्वास करना चाहिए कि प्रभु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए आपके पापों को उठा लिया, और इस विश्वास के साथ पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिए आपकी आत्मा के लिए विश्वास का सुधार शुरू करें।
यदि आप और मैं पहले से ही जानते थे कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया होता, तो हम अपने पापों से इतने अधिक पीड़ित नहीं होते। यदि आप शुरू से जानते थे कि यीशु के बपतिस्मा के कारण आपके हृदय में जो पाप थे, वे गायब हो गए हैं, तो आपका हृदय बिना पाप के धर्मी बन गया होगा, आपने प्रभु में अपने विश्वास के द्वारा पापों की हमेशा की माफ़ी प्राप्त की होती, और आप आनंद में रहते।
अब तक, आपने एक ईसाई के रूप में अपने विश्वास के जीवन में यीशु के क्रूस के अलावा और कुछ नहीं जाना है। दूसरे तरीके से कहें तो, 325 ईस्वी सन् में प्रख्यापित निकेन पंथ विश्वास का लेख है जिसने आपको एक ईसाई के रूप में केवल यीशु के क्रूस पर विश्वास करने के लिए प्रेरित किया। यह कहा जा सकता है कि आप और मैं इस पूरे समय से एक धार्मिक जीवन जी रहे हैं, उस धर्म के जाल में फँसे हुए हैं जो सिर्फ क्रूस में विश्वास करता है। यदि आप और मैं इस तथ्य को जान पाते कि इस संसार के पाप यीशु के बपतिस्मा से धुल गए, जिसने उन्हें हमेशा के लिए उठा लिया, तो हमारे पास पापों से नया जन्म लेने का विश्वास हो सकता था। हालाँकि, हमने इस समय अपने पापों के लिए दुःख उठाया है, और यह सब इसलिए है क्योंकि हम उस बपतिस्मा के वचन को नहीं जानते थे जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था। आखिरकार, ऐसा इसलिए है क्योंकि जिस धर्म ने हमें धोखा दिया वह मनुष्य द्वारा बनाया गया था।
मनुष्यों को अपने पापों से अपने हृदयों को धोने के लिए, उन्हें यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने लिए हुए बपतिस्मा और उसके लहू इन पापों से बचाया जाना चाहिए। यदि हम अब यीशु के बपतिस्मा के कारण को समझते हैं, तो हम इस संसार के धर्म को मानने के लिए तैयार नहीं होंगे। आपको यहां यह समझना चाहिए कि जिन लोगों ने इस दुनिया में निकेन पंथ को जन्म दिया है, वे शुरू से ही आपकी आत्मा को धोखा देने और आपको एक सांसारिक धार्मिक अभ्यासी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे अपनी वासना को पूरा करने के लिए आपका शिकार कर सकें। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, आपको और मुझे इस बात का एहसास होना चाहिए। यह आप और मैं हैं जिन्हें इस दुनिया के धर्म ने धोखा दिया है, इतना कष्ट सहा है, और अपना इतना समय, अपना पैसा और अपना जीवन बर्बाद किया है। ईसाइयों ने आज यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करने का दावा करते हुए एक सांसारिक धार्मिक जीवन व्यतीत किया है, जो अपने पापों से फिर से जन्म लेने में असमर्थ हैं।
हम इस तरह एक धार्मिक जीवन में फँसे हुए हैं, यह इस बात का प्रमाण है कि हम झूठे लोगों द्वारा धोखा दिया गया है, इस तथ्य से बेखबर कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया। जो लोग इस संसार के धर्म से धोखा खाते हैं वे दोषी हृदय के साथ पापी के रूप में जी रहे हैं, भले ही वे यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानने का दावा करते हैं।
हमें जो स्पष्ट रूप से समझना चाहिए और विश्वास करना चाहिए वह यह है: यदि हम उस बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करते हैं जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से हम पापियों के लिए प्राप्त किया था, तो अब हम अपने सभी पापों से एक बार और हमेशा के लिए धोए जा सकते हैं। यदि, इसके विपरीत, कोई यीशु के क्रूस पर चढ़ने को अपना उद्धार मानता है, तो ऐसे लोगों के पास स्वयं को पापी कहने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। हमें यह समझना चाहिए कि ये लोग पापी बने रहने के अलावा कुछ नहीं कर सकते क्योंकि वे यीशु के बपतिस्मा को नहीं जानते हैं। 
श्रेष्ठगीत 8:6 में लिखा है, "क्योंकि प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है।" यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से व्यक्तिगत रूप से बपतिस्मा लेकर हमारे पापों को उठा कर, यीशु ने हम मानवजाति को अपना अनुग्रह दिया है। प्रभु का यह बपतिस्मा हमें दिखाता है कि वह हमसे कितना प्रेम करता है। एक बार और हमेशा के लिए हमारे पापों को उठाने के लिए, यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया, क्रूस पर चढ़ाया गया, अपना लहू बहाया और क्रूस पर मर गया, और फिर से मरे हुओं में से जी उठा; और प्रभु ने इस तथ्य पर विश्वास करने के द्वारा हमें धर्मी बनने में सक्षम बनाया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यीशु ने हमें इस तरह से इतना प्यार किया कि वह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर हमेशा के लिए हमारे पापों का बोझ उठाते हुए अपने धर्मी कार्य को अंजाम दे सके।
यीशु ने अपने पिता परमेश्वर की इच्छा का पालन किया और खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया कि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को उठाया, क्रूस पर चढ़ाया गया, और अपना लहू बहाया। अपने बपतिस्मा और लहू के द्वारा, यीशु ने अपने पिता की इच्छा का पालन किया। उसने पिता की इच्छा का पालन करते हुए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से अपना बपतिस्मा प्राप्त किया, और वह उद्धारकर्ता है जिसने मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाए जाने के द्वारा मानवजाति को पापों से छुड़ाया है। यीशु ने पानी और आत्मा के द्वारा पापियों को अधर्म से छुड़ाने के लिए अपना उद्धार का कार्य किया, और अब हम यीशु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास के द्वारा इस संसार के सभी पापों से बचने के लिए उसके अनुग्रह को धारण करने में सक्षम हैं। जैसा कि हम जानते हैं, यदि यीशु मसीह ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर मानवजाति के पापों को नहीं उठाया होता, और इस प्रकार उद्धार के इस कार्य को नहीं किया होता, तो हम सभी अब अपने पापों के लिए नरक में डाले जाने और उनके दंड का सामना करने के लिए अभिशप्त होंगे।
यदि प्रभु ने इस संसार में आने पर प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से मानव जाति के सभी पापों को नहीं उठाया होता, तो हमें न तो हमारे पापों की क्षमा प्राप्त होती और न ही पवित्र आत्मा को हमारे हृदयों में लाने के लिए परमेश्वर की आशीष प्राप्त होती। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए मानव जाति के पापों को अपने ऊपर ले लिया, जिससे हम विश्वास के द्वारा पापों की क्षमा का अनुग्रह प्राप्त करने में सक्षम हुए। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा, यीशु ने हमारे लिए इस संसार के पापों को उठा लिया। और प्रभु हमारे लिए क्रूस पर चढ़ाया गया। इसीलिए, यीशु के इस धर्मी कार्य के लिए धन्यवाद, हम अपने पापों से शुद्ध होने में सक्षम हुए और यह विश्वास करके उद्धार का अनुग्रह प्राप्त किया कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठाया और क्रूस पर चढ़ाया गया। इसलिए, हमें विश्वास करना चाहिए कि जब वह अपने बपतिस्मा के द्वारा मानवजाति के पापों का बोझ उठाने के बाद क्रूस पर चढ़ाया गया था तब यीशु ने कहा, "पूरा हुआ!"
 


यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठाया


हमें पवित्रशास्त्र के दोनों नियमों में लिखे गए यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से यीशु द्वारा प्राप्त किए गए बपतिस्मा की सच्चाई पर विश्वास करके पापों की माफ़ी प्राप्त करनी चाहिए। अन्यथा, हम उन लोगों के समान होंगे जो परमेश्वर के वचन की परवाह किए बिना अपने स्वयं के बनाए हुए धर्म में विश्वास करते हैं। यीशु ने जो बपतिस्मा लिया था उसका सत्य मत्ती 3:13-17 में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है। इस परिच्छेद में लिखा है कि यीशु ने बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया और हमारे पापों को अपनी देह पर उठा लिया। इसके बावजूद, आज ईसाई अपने दिल से अपने उद्धारकर्ता के रूप में निकेन पंथ में दिखाए गए क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करते हैं, और यही कारण है कि वे परमेश्वर के सामने धार्मिक अभ्यासी बन गए हैं। चूंकि निकेन पंथ के निर्माताओं ने ईसाई धर्म को एक सांसारिक धर्म में बदल दिया, इसलिए हमें वचन से प्रारम्भिक कलीसिया के विश्वास को पुनर्प्राप्त करने की आवश्यकता है जिसने इस संसार के पापों को उठाने वाले प्रभु की कृपा का प्रचार किया।
यीशु ने बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को अपने ऊपर ले लिया वह हमारे पापों को अपने शरीर पर उठाना था। हमारा प्रभु हमें इस तथ्य को अपने वचन के माध्यम से बता रहा है, और जो वह कह रहा है हमें उसे सुनना चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए। पुराने नियम के युग में, बलिदान किए जाने वाले जानवर जैसे निर्दोष भेड़, बकरियाँ, या बैल याजकों या पापियों के हाथ रखने के द्वारा पापों को स्वीकार करते थे और प्रायश्चित करने के लिए बलिदान किए जाते थे। हमें विश्वास करना चाहिए कि नए नियम के युग में, यीशु हमारा हमेशा के लिए प्रायश्चित बन गया क्योंकि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से हाथ रखने के द्वारा ही बपतिस्मा लिया था।
पुराने नियम में, एक पापी को अपने पापों को बलि के पशु के सिर पर हाथ रखकर पारित करना होता था। उसी तरह, यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर पूरे संसार में सभी के पापों को अपने शरीर पर उठा लिया, और इसीलिए उसे क्रूस पर जाना पड़ा। जैसा कि हम इस युग में अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं, यदि हम वास्तव में यीशु को हमारे उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करना चाहते हैं, तो हमें पहले उसके बपतिस्मा पर विश्वास करके अपने पापों को उसके शरीर पर पारित करना चाहिए। हालाँकि, आज के ईसाई अपने पापों को यीशु पर पारित करने में असफल रहे हैं, क्योंकि वे सभी मानते हैं कि निकेन पंथ में दिखाया गया क्रूस ही उनके उद्धार का गठन करता है।
फिर तुम्हारे बारे में क्या? क्या आपने अपने पाप यीशु को सौंपे हैं? क्या कोई ऐसा समय था जब आपने यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के वचन पर अपना विश्वास रखकर अपने सारे पापों को उस पर पारित किया था? यदि आपने अपने पापों को क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर डालने की कोशिश की, तो क्या यह भी संभव था? पापों की क्षमा केवल उस बपतिस्मा के वचन के माध्यम से संभव है जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था, यह जानने और विश्वास करने से कि इस संसार के पाप उसके बपतिस्मा के माध्यम से यीशु के शरीर में चले गए थे। इसलिए, आपको यह देखने के लिए अब अपने हृदय की जांच करने की आवश्यकता है कि क्या आपके पास यह वचन है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा इस संसार के पापों को स्वीकार किया। हम अक्सर देखते हैं कि जब लोग आज यीशु पर विश्वास करते हैं, तो उनमें से बहुत से बपतिस्मा के वचन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था।
हमें यह समझना और विश्वास करना चाहिए कि हमारे सभी पाप यीशु के शरीर पर पारित हो गए थे जब उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया। हमें इस बारे में सोचने की आवश्यकता है कि हमारा उद्धार कैसे पूरा होगा यदि हम इस सत्य को जाने बिना यीशु पर विश्वास करें कि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार हमेशा के लिए हमारे पापों को स्वीकार कर लिया। दूसरे शब्दों में, तब हम किस वचन से अपने उद्धार का विश्वास पाएंगे?
बाइबल में, मत्ती 3:13-17 में उद्धार का सत्य स्पष्ट रूप से लिखा गया है। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से यीशु ने जो बपतिस्मा प्राप्त किया, वह पापों को धोने का सत्य है, लेकिन यह सत्य 325 ईस्वी सन् से लेकर 2022 ई. तक निकेन पंथ के कारण प्रत्येक ईसाई से पूरी तरह से छिपा हुआ है, जैसे कि यह पवित्रशास्त्र के वचन से गायब हो गया हो। यही कारण है कि ईसाई आज तक पापियों के रूप में रहते हैं, क्योंकि 1,700 से अधिक वर्षों से उन्होंने इस सच्चाई को जाने बिना ही यीशु को उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास किया है कि उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस दुनिया के पापों को हमेशा के लिए उठा लिया।
ये लोग झूठ बोल रहे हैं, उनके शिक्षकों ने उन्हें यह कहकर धोखा दिया, "तुम एक ईसाई पापी हो।" यह तब भी हुआ जब हम सब यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके अपने सारे पापों को धो सकते हैं। इस क्षण में भी, बहुत से ईसाई अभी भी यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से अपने पापों को यीशु तक पहुँचाने में असमर्थ हैं। ऐसा क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से जो बपतिस्मा लिया था, वह निकेन विश्वास-कथन से बाहर रखा गया था। परिणामस्वरूप, उनके लिए स्वयं यह समझने का कोई तरीका नहीं था कि उनके पाप यीशु के शरीर पर पारित हो गए थे।
क्योंकि आज के ईसाई जो यीशु में विश्वास करने का दावा करते हैं, यीशु के बपतिस्मा में विश्वास करने के द्वारा अपने सभी पापों को यीशु के शरीर पर पारित करना अभी बाकी है, उनके पास हमेशा पापी बने रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। भले ही उन्होंने इस समय यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में माना है, उनके पाप अभी भी उनके दिलों में बने हुए हैं, क्योंकि वे केवल इतना जानते हैं कि यीशु ने क्रूस पर अपना लहू बहाया, जबकि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से उन्हें जो बपतिस्मा मिला वह कार्य उनके हृदय में नहीं है।
इसलिए, आपको जानना और विश्वास करना चाहिए कि इस दुनिया के सभी पाप यीशु को एक बार और हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से पारित किए गए थे। अधिकांश ईसाई इन दिनों यह भी महसूस नहीं करते हैं कि वे सभी पापियों के रूप में जी रहे हैं क्योंकि वे नहीं जानते हैं कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के कारण उनके पाप यीशु के शरीर में चले गए थे। वे यह भी नहीं जानते कि अब उनके पाप धुल सकते हैं। परिणामस्वरूप, उनके पास हमेशा पापी बने रहने और इस पापमय अवस्था में इस संसार में अपने जीवन को जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
अनगिनत लोग आज इस तथ्य को नहीं जानते हैं कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया। मैं इस उद्धार के वचन का प्रचार इस उम्मीद में कर रहा हूं कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, आप सच्चाई को जान जाएंगे, ताकि आप यीशु के बपतिस्मा में विश्वास करके अपने पाप उसके ऊपर डाल सकें। मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि लोग यह महसूस करें कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के सभी पापों को उठा लिया, क्योंकि अगर वे इस समझ तक पहुँच जाते हैं, तो वे अपने पापों को एक बार और हमेशा के लिए धो सकते हैं।
हालाँकि, क्योंकि बहुत से लोग अभी भी यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा को जाने बिना यीशु पर विश्वास करने का दावा कर रहे हैं, वे बपतिस्मा के वचन में विश्वास के साथ अपने पापों को धो नहीं सकते हैं जो उनके लिए पानी से नया जन्म लेना संभव बनाता है। वे अब पापियों के रूप में जी रहे हैं क्योंकि वे इस तथ्य से बेखबर हैं कि उनके सारे पाप यीशु को एक बार और हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से पारित कर दिए गए थे। भले ही परमेश्वर उन्हें प्रभु के बपतिस्मा के वचन में विश्वासियों के माध्यम से पापों की क्षमा और पवित्र आत्मा के उपहार की पेशकश कर रहे हैं, वे उसे पाने में असमर्थ हैं। वे पापियों के रूप में जी रहे हैं क्योंकि उन्हें परमेश्वर के पापों की क्षमा के धन्य वचन पर विश्वास नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनका मानना है कि जैसा कि निकेन पंथ में दिखाया गया है, बस क्रूस पर चढ़ाया गया यीशु ही उनका उद्धारकर्ता है। वे आज तक अपने पापों में फसे हुए हैं क्योंकि वे उस बपतिस्मा के वचन को नहीं जानते हैं जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था। यदि वे इस तरह के विश्वास को हठपूर्वक रखने पर जोर देते हैं, तो वे उस विश्वास के बिना जीएंगे जो उन्हें उनके पापों से बचाता है जब तक कि प्रभु इस पृथ्वी पर वापस नहीं आएंगे।
आपको और मुझे यह समझना और विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को एक बार और हमेशा के लिए स्वीकार कर लिया, आपके और मेरे पापों को हमेशा के लिए उठा लिया, और उन्हें धो दिया। तब आप आनन्दित होंगे, क्योंकि इस विश्वास के द्वारा अब आप अपने पापों से हमेशा के लिए धोए जा सकते हैं। जो लोग क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर आज तक अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करते हैं, उन्हें अब से विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को अपने ऊपर ले लिया और इस प्रकार अपने विश्वासियों को सभी पापों से बचाया।
यद्यपि आप विश्वास कर सकते हैं कि क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु ने आपको हमेशा के लिए आपके सारे पापों से बचा लिया है, बाइबल वास्तव में ऐसा नहीं कहती है। बाइबल कहती है कि यीशु ने हमारे सारे पापों को उठा लिया और यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर उन्हें हमेशा के लिए दूर कर दिया। इसलिए, जो लोग उस बपतिस्मा को नहीं समझते हैं जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था, उनके पाप अभी और हमेशा उनके हृदय में रहते हैं भले ही वे यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानते हों। ऐसे लोग अपनी आत्मा को पाप के अन्धकार में फँसा कर जी रहे हैं।
इस तरह, भले ही वे क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानते हैं, फिर भी उनके पाप अभी भी उनके दिलों में हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे क्रूस पर सिर्फ लहू पर अपना विश्वास रखने के द्वारा अपने पापों को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। इसीलिए, इस विश्वास के फल के रूप में, उनके पाप अभी भी उनके दिलों में बरकरार हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वे नहीं जानते थे कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया, और इसलिए वे अपने हृदय से भी इस पर विश्वास नहीं कर सकते थे। जो लोग अब केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर विश्वास करते हैं, वे यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में मानने के बावजूद अभी भी पापी के रूप में एक दोषी हृदय के साथ जी रहे हैं, क्योंकि वे इस तथ्य को नहीं जानते हैं कि उन्होंने बपतिस्मा लेकर इस दुनिया के पापों को हमेशा के लिए अपने ऊपर ले लिया।
यीशु हमसे सच बोल रहा है, हमें बता रहा है कि उसने इस पूरे संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए यर्दन नदी में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के कार्य के माध्यम से गोलगोथा में क्रूस पर ले जाने से पहले उठाया। गोलगोथा पहाड़ पर जाते हुए यीशु ने यरूशलेम की उन स्त्रियों से जो उसके पीछे पीछे रो रही थीं, कहा, “मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने और अपने बच्चों के लिये रोओ।” उद्धार के उस कार्य को करने के लिए जो इस पृथ्वी पर मानवजाति के पापों को मिटा देगा, हमारे प्रभु ने 30 वर्ष की आयु में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया। और इस जगत के पापों को अपने कन्धों पर उठाते हुए जब उन्हें क्रूस पर चढ़ाया गया और उसका लहू बहाया गया, इस प्रकार हमारे उद्धारकर्ता प्रभु के रूप में एक बार और हमेशा के लिए मानव जाति के पापों के दंड को सहा।
क्या अब आप समझ गए हो कि जब प्रभु ने यरूशलेम की स्त्रियों से कहा, “मेरे लिये मत रोओ, परन्तु अपने और अपने बच्चों के लिये रोओ” तब उनका क्या मतलब था? प्रभु हमें यहाँ बता रहे हैं कि हम सभी को पाप धोने के सत्य के रूप में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा पर विश्वास करके अपने हृदय के पापों को धोना चाहिए। मनुष्य के शरीर में अवतरित होने के लिए, यीशु ने मरियम के शरीर के माध्यम से इस धरती पर जन्म लिया। इस दुनिया में रहने वाले सभी पापियों को उनके सभी पापों से बचाने के लिए, यीशु ने 30 साल की उम्र में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के कार्य के माध्यम से एक बार हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया। इसलिए वह क्रूस पर अपने आप को बलिदान कर पायता।
इसलिए, अब से, हमें क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु के लिए और रोना नहीं चाहिए, बल्कि इस बात के लिए रोना चाहिए कि हमने अपने पापों को धोया नहीं है जो अब हमारे हृदय में हैं। और हमें पापों की इस माफ़ी को यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त यीशु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करने के द्वारा प्राप्त करना चाहिए। हमें यह जानना और विश्वास करना चाहिए कि परमेश्वर की उस धार्मिकता के लिए धन्यवाद जिसे यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को अपने ऊपर उठाकर पूरा किया, हमारे सभी हृदय के पाप अब धुल गए हैं।
जब वह इस पृथ्वी पर आया तो यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के कार्य के द्वारा, यीशु ने मानव जाति के सभी पापों को हमेशा के लिए अपने ऊपर ले लिया और उन्हें हमेशा के लिए धो दिया। और प्रभु ने हमसे कहा, "अपने हृदय में स्वीकार करो कि मैंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से मानव जाति को संसार के पापों से बचाने के लिए बपतिस्मा लिया है।" प्रभु हमसे कह रहे हैं, ``अपने मन से यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त हुए बपतिस्मा पर विश्वास करो और अपने सारे पापों से धुल जाओ,`` और हमें इससे परमेश्वर की गहरी इच्छा का एहसास होना चाहिए।
 

न्याय के दिन के आने से पहले प्रभु मनुष्यजाति से विश्वास के द्वारा सच्चे उद्धार तक पहुँचने के लिए कह रहे हैं

लूका 23:31 कहता है, "क्योंकि जब वे हरे पेड़ के साथ ऐसा करते हैं, तो सूखे के साथ क्या कुछ न किया जाएगा?” यीशु हमें बता रहा है कि वह दिन आ रहा है जब वह इस संसार में वापस आएगा, और इस दिन का सामना करने से पहले हमें पापों की क्षमा प्राप्त करनी चाहिए। जब प्रभु का दूसरा आगमन हमारे निकट आता है, तो मसीह विरोधी इस संसार में प्रकट होगा। उस समय, इस ग्रह पृथ्वी पर रहने वाले लोगों का विश्वास उन लोगों में प्रकट होगा जो पूरी तरह से विश्वास करते हैं और जो विश्वास नहीं करते हैं। जब यह समय आएगा, तो उनके विश्वास की गुणवत्ता ही तय करेगी कि वे स्वर्ग जाएंगे या नर्क में। तब सात तुरहियों और सात कटोरों की विपत्तियाँ आरम्भ होंगी। आकाश से ओले गिरेंगे, आग वनों को उजाड़ देगी, भूकम्प आएंगे, रोग बढ़ेंगे, और समुद्र लहूलुहान और साद जाएगा। इस अंतिम दुनिया में, लोग सामान्य रूप से जीने में सक्षम नहीं होंगे जैसा कि वे अब कर रहे हैं, और केवल यीशु का बपतिस्मा और लहू, जिसने हमें प्रभु के प्रेम से बचाया है, हमारे विश्वास की आशा होगी।
महा क्लेशों के दौरान, हमारे प्रभु ने पहले ही इस पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को बपतिस्मा के सुसमाचार में विश्वास करने की अनुमति दे दी है। उस समय, मसीह विरोधी प्रकट होगा और शहादत के लिए धर्मियों के विश्वास का परीक्षण करेगा। इसलिए, अब, हमें पूरे हृदय से उस कार्य पर विश्वास करना चाहिए जो हमारे प्रभु ने पहले ही हमें इस संसार के पापों से बचाने के लिए किया है—अर्थात्, उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर हमारे पापों को उठा लिया—और उस विश्वास को तैयार करना चाहिए जो हमें हमारे पापों को धोकर प्रभु के राज्य में प्रवेश करने के लिए सक्षम करेगा।
यदि, उस समय भी, आप अभी भी एक पापी बने हुए हैं क्योंकि आप पापों के धोने में विश्वास करने से इनकार करते हैं जो प्रभु ने आपको अपने बपतिस्मा और लहू के द्वारा दिया है, तो आप परमेश्वर के न्यायपूर्ण दंड का सामना करेंगे। इसलिए, इस युग और समय में जिनके हृदय में कोई पाप है, उन्हें बपतिस्मा के वचन पर विश्वास करके अपने पापों से धोना चाहिए जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था और इस विश्वास से वापिस लौटने वाले प्रभु की प्रतीक्षा करें। हमें विश्वास करना चाहिए कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए गए बपतिस्मा के माध्यम से हमारे सारे पाप यीशु पर डाल दिए गए थे। इस प्रकार हमें प्रभु के प्रेम में विश्वास करके अपने सभी पापों से धोना चाहिए।
यदि आप इस पृथ्वी पर अब एक पापी हैं क्योंकि आप यीशु के बपतिस्मा के कार्य में विश्वास नहीं करते हैं, तो आप अभी भी परमेश्वर के न्याय के दिन एक पापी होंगे और इस तरह आपको दंड दिया जाएगा। जब मसीह-विरोधी के दिन आएंगे, तो ऐसे लोग शैतान के विश्वासयोग्य सेवक बन जाएंगे और उसके साथ नरक में डाले जाएंगे। इसलिए, यीशु के यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा प्राप्त करने और क्रूस के लहू के द्वारा परिपूर्ण कार्य में विश्वास करने के द्वारा मनुष्य को अपने हृदय के पापों से धोना चाहिए। अन्यथा वे शैतान के सेवकों के रूप में रहेंगे और पापों के अवांछित न्याय का सामना करेंगे।
यहाँ हमें जो स्पष्ट रूप से समझना चाहिए वह यह है कि यीशु का क्रूस पर चढ़ना और मरना इसलिए संभव हुआ क्योंकि उसे यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने बपतिस्मा दिया था। यदि हम इस तथ्य पर विश्वास कर लें तो हम उस धार्मिक जीवन से मुक्त हो जाएंगे जो हम इस समय से जी रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यीशु ने बपतिस्मा लिया था ताकि उसे मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया जा सके।
 


यीशु के बपतिस्मा का कार्य मनुष्यजाति के पापों को उठाना था


यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा, यीशु ने इस संसार के सारे पापों को एक बार और हमेशा के लिए अपनी देह पर उठा लिया। यही कारण है कि यीशु को क्रूस पर चढ़ाया जा सका और सारी मानव जाति के पापों के लिए हमारे स्थान पर मर गया। दूसरे शब्दों में, यीशु की क्रूस पर मृत्यु इसलिए संभव हुई क्योंकि उसने क्रूस पर चढ़ाए जाने और मृत्यु के लिए अपना लहू बहाए जाने से पहले यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से अपना बपतिस्मा प्राप्त किया था।
जब हम यूहन्ना 1:29 की ओर मुड़ते हैं, तो हम यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को यह कहते हुए देखते हैं, "देखो! परमेश्वर का मेमना जो जगत के पाप उठा ले जाता है!” यीशु को क्रूस पर अपने काम को पूरा करने के लिए, सबसे पहले उसे बपतिस्मा लेना था और इस दुनिया के सभी पापों को हमेशा के लिए अपने शरीर पर उठाना था। जब यीशु इस पृथ्वी पर आया, तो वह मानवजाति के प्रायश्चित के रूप में स्वयं को बलिदान कर सकता था क्योंकि उसे इस संसार के पापों का बोझ उठाने के दौरान क्रूस पर चढ़ाया गया था जिसे उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर उठाया था। अब हमें जो स्पष्ट रूप से जानना चाहिए वह यह है कि यदि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठाने के लिए इस धर्मी कार्य को नहीं किया होता, तो मानव जाति के पापों का धोना एक बार और हमेशा के लिए पूरा नहीं होता, और दुनिया के पाप अभी भी बने रहते।
यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा, हमारे प्रभु ने मानवजाति के सारे पापों को एक ही बार उठा लिया और उन्हें हमेशा के लिए धो दिया। अब हमारे लिए यह समझना नितांत आवश्यक है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से जो बपतिस्मा प्राप्त किया था, उसमें अपना विश्वास रखकर हम अपने हृदय के पापों को धो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रभु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से हमारे पापों को अपने कंधों पर उठा लिया कि उन्होंने हमारे स्थान पर अपने शरीर को अर्पण चढ़ाने और क्रूस पर चढ़ाने के द्वारा पापों के दण्ड को सह लिया। यह कार्य स्वेच्छा से प्राप्त बपतिस्मा और इस संसार के पापों से हमें छुड़ाने के लिए बहाए गए लहू से पूरा हुआ। दूसरे शब्दों में, परमेश्वर उद्धारकर्ता है जिसने स्वयं को उनका प्रायश्चित बनाकर पापियों को पापों से छुड़ाया है।
हमें अब इस तथ्य को समझना चाहिए कि हमारे प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार हमेशा के लिए मानव जाति के पापों को उठा लिया, और हमें अपने इस विश्वास से बचाया जाना चाहिए। हमें अब अपने दिल से प्रभु के प्रेम पर विश्वास करना चाहिए, ताकि हम इस प्रेम के लिए खुशी में उनका धन्यवाद कर सकें। हमें अपने प्रभु की धार्मिकता पर विश्वास करना चाहिए और अपने पापों से धोने के लिए अब उसका अनुग्रह प्राप्त करना चाहिए। हमें इस बात का एहसास होना चाहिए कि क्यों हमारे प्रभु यीशु मसीह को मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया गया था, और हमें यह जानना और विश्वास करना चाहिए कि यर्दन नदी में यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पाप यीशु को सोंपे गए थे।
क्या अब आप समझते हैं और विश्वास करते हैं कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को अपने ऊपर ले लिया? और क्या आपका हृदय आपके उद्धार के रूप में यीशु के बपतिस्मा और लहू में विश्वास रखता है? हमें अपने हृदय से यह विश्वास करना चाहिए कि प्रभु का बपतिस्मा, उनके लहू का बहाया जाना, और क्रूस पर उनकी मृत्यु, ये सब हमारे उद्धार के लिए थे। यीशु ने हम से इतना प्रेम किया कि उसने अपने बपतिस्मा के द्वारा इस संसार के सारे पापों को उठा लिया और हमारे लिए मरने के लिए स्वयं को बलिदान कर दिया, और इस प्रकार उसने हमें, अपने विश्वासियों को बचाया है। बपतिस्मा के कार्य के साथ जो प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था जब वह इस संसार में था, प्रभु ने हमारे सारे पापों को अपने कन्धों पर उठा लिया और उन्हें धो दिया। और क्रूस पर चढ़ाए जाने और अपना लहू बहाकर, प्रभु ने स्वयं अपनी मृत्यु के द्वारा हमारे स्थान पर पापों के सभी दंडों को सह लिया। हमें इस तथ्य को समझना चाहिए और इसे अपने हृदय में महसूस करना चाहिए, इस पर स्वेच्छा से विश्वास करना चाहिए, और अपने सभी पापों से बचाया जाना चाहिए। आइए हम इस तथ्य को कभी न भूलें!
क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से जो बपतिस्मा लिया था, उसके कार्य में विश्वास के द्वारा आप और मैं अपने सारे पापों से धोए जा सकते हैं। यदि आप अब अपने दिल से विश्वास करते हैं कि प्रभु ने अपने बपतिस्मा के माध्यम से हमारे पापों को स्वीकार किया और इन पापों की निंदा को सहा, तो आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो यीशु को उद्धारकर्ता के रूप में ठीक से जानते और मानते हैं, और अब आपके पास आपके सभी पापों से उद्धार तक पहुँचने का विश्वास है।
कुछ लोगों के पास इस दुनिया में जीवन के लिए एक स्पष्ट उद्देश्य होता है, इसे सोच-समझकर किसी ऐसी चीज़ पर सेट करते हैं जिसे वे संजोते हैं, और उनमें से कुछ इसके लिए अपना जीवन भी न्यौछावर कर देते हैं। यदि मात्र मनुष्य भी इसके लिए सक्षम हैं, तो हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह कितने अधिक उद्देश्यपूर्ण होंगे? इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी पापियों को संसार के पापों से छुड़ाने के लिए, यीशु ने बपतिस्मा लेकर उन्हें हमेशा के लिए कंधे पर उठा लिया, और उन्होंने अपनी मृत्यु के साथ मानवजाति के उद्धार के कार्य को पूरा किया। हालाँकि, यदि आपका विश्वास इस तथ्य को छोड़ देता है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया, तो आपके लिए अपने पापों को धोने का कोई रास्ता नहीं होगा। तब आप किस प्रकार के न्याय का सामना करेंगे? प्रभु के लिखित वचन के अनुसार, प्रत्येक पापी को आग की झील में डाला जाएगा।
यही कारण है कि हमारे प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से इस संसार के पापों को स्वीकार करने और उन्हें अपनी देह पर धारण करने के लिए बपतिस्मा लिया। हालाँकि, यदि लोग प्रभु के बपतिस्मा के वचन पर विश्वास नहीं करते हैं, तो उन्हें स्वयं अपने पापों की कीमत चुकानी होगी। प्रभु चाहते हैं कि हममें से जो पहले से ही पापों की माफ़ी प्राप्त कर चुके हैं, वे इन लोगों को उद्धार के सत्य का प्रचार करें। यदि आप अभी भी प्रभु के उद्धार के कार्य में विश्वास नहीं करते हैं, कि उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया, और यदि आप अभी भी क्रूस पर उनके लहू पर विश्वास करके पापों की माफ़ी प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं , फिर मैं तुमसे विनती करता हूँ कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से जो बपतिस्मा लिया था उसकी सच्चाई को फिर से सुनो और उस पर विश्वास करो।
प्रभु कहता है कि कुछ लोग अपने पापों के लिए न्याय के दिन का सामना करेंगे। क्या होगा यदि, न्याय के दिन, कोई व्यक्ति जो अब पापी है, परमेश्वर के सामने पापी के रूप में अभी भी खड़ा है? परमेश्वर ऐसे लोगों से कहेगा, "जिस दूत को मैंने बनाया था वह मेरे अधिकार को चुनौती देने के लिए श्रापित था। तू जिसे मैंने बनाया है, तू मेरे सामने एक पापी के रूप में खड़ा है, क्योंकि तूने उस काम पर विश्वास नहीं किया जो मैंने इस दुनिया के पापों को उठाने के लिए किया था, जो कि मैंने मनुष्यजाति के प्रतिनिधि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से लिया था। तुमने मेरे बपतिस्मे के कार्य में अपने खुद से विश्वास नहीं किया, न ही तुमने मेरी धार्मिकता पर विश्वास किया, और इसके बजाय तुम मेरे विरुद्ध खड़े हो गए। देख, तू अथाह कुंड में डाला जाएगा!” एक दिन, हम सब प्रभु को हर पापी का न्याय करते देखेंगे।
जब हम अभी भी इस संसार में जी रहे हैं, हमारे हृदयों को यह विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर इस संसार के पापों को उठा लिया। अनगिनत लोगों को अब तक हमेशा के लिए उनके पापों से धो दिया गया होता, यदि वे केवल यह जानते कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा यीशु ने मानव जाति के पापों को अपने कंधों पर उठा लिया। अफसोस की बात है, हालांकि, इस दुनिया में अभी भी बहुत से धार्मिक लोग हैं जो अपने दिल में इस सच्चाई को स्वीकार नहीं करते हैं कि प्रभु ने इस दुनिया के सभी पापों को हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के वचन के माध्यम से उठा लिया। ये लोग परमेश्वर के सामने अपने पापों के लिए हर दंड की माँग कर रहे हैं, और उन्हें यह समझना चाहिए कि जब अंतिम दिन आएगा, तो वे वास्तव में परमेश्वर के न्याय का सामना करेंगे। इसलिए, आज सभी मनुष्यों को हमारे परमेश्वर के सामने जागना चाहिए, वचन को याद रखना चाहिए कि उन्हें पानी और आत्मा से फिर से जन्म लेना चाहिए, और प्रभु के बपतिस्मा और लहू को अपने उद्धार के रूप में मानना चाहिए।
जो लोग आज के धर्मशास्त्र में सिखाए गए क्रूस के धर्म के सिद्धांतों पर विश्वास करते हैं, वे अभी भी सोचते हैं कि वे अपने पापों से केवल क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु पर अपने दिल से विश्वास करके खुशी से बचाए गए हैं। कभी-कभी वे क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु के लिए खेद महसूस करते हैं और उसके लिए रोते हैं। उनमें से कुछ का कहना है कि जब वे सुबह-सुबह प्रार्थना करते हैं, तो वे क्रूस पर चढ़ाए गए यीशु द्वारा सहन की गई पीड़ा के बारे में सोचते हैं और हमेशा प्रभु के लिए रोते हैं। वे यह भी कहते हैं कि जब भी वे पाप करते हैं, तो वे पश्चाताप की अपनी स्वयं की प्रार्थनाओं पर भरोसा करके, प्रत्येक प्रार्थना सभा और आराधना सभा में भाग लेने के द्वारा क्रूस पर चढ़ाए गए प्रभु की उपस्थिति में आते हैं, जिसके बारे में वे सोच सकते हैं। यदि यह यीशु पर सांसारिक, मानव निर्मित धर्म की तरह विश्वास नहीं कर रहा है, तो और क्या हो सकता है? प्रभु द्वारा क्रूस पर बहाए गए कीमती लहू के बारे में सोचते हुए, वे रोते हैं और अपनी प्रार्थना में पश्चाताप करते हुए कहते हैं, “हे प्रभु, भले ही आपने मेरे लिए अपना लहू बहाया, मैंने फिर पाप किया है। कृपया मेरे पापों को क्षमा करें।
हालाँकि, उन्हें यह समझना चाहिए कि प्रभु ऐसा धार्मिक विश्वास वाले लोगों से सबसे अधिक घृणा करते हैं; उन्हें मुड़ना चाहिए और उन्हें विश्वास करना चाहिए कि यीशु का बपतिस्मा और क्रूस पर उनका बलिदान, जो परमेश्वर की धार्मिकता का निर्माण करते हैं, उनका उद्धार है। उन्हें यह सांझना चाहिए कि जिस तरह यीशु ने जब वह इस पृथ्वी पर था तब धार्मिक, फरीसियों और झूठे भविष्यद्वक्ताओं से घृणा की, उसी तरह वह उन लोगों से भी घृणा करता है जो आज अपने धर्म से अपने पापों को धोने की कोशिश करते हैं।
आज, प्रभु उन लोगों से प्रसन्न होते हैं जो उनके बपतिस्मा और उनके लहू के बहाए जाने को अपना उद्धार मानते हैं। वह उन लोगों के द्वारा आनन्दित होता है जो विश्वास करते हैं कि जब वह इस संसार में आया, तो वह मानवजाति के प्रतिनिधि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले की खोज में गया, और अपने बपतिस्मा के कार्य के माध्यम से मानवजाति के सभी पापों को अपने शरीर पर उठा लिया; और वह उन लोगों से प्रसन्न होता है जो यह विश्वास करते हैं कि उसका क्रूस पर चढ़ना उनके पापों की मजदूरी चुकाने के लिए था। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रभु स्वयं बपतिस्मा लेकर मानवजाति के पापों को हमेशा के लिए दूर करने के लिए इस पृथ्वी पर आए थे। यही कारण है कि प्रभु उन लोगों के द्वारा आनन्दित होते हैं जिन्हें यह विश्वास है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इस संसार के पापों को उठाया और उन्हें यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा से धो दिया।
जिस कारण से प्रभु ने इस पृथ्वी पर आकर बपतिस्मा लिया था, वह पवित्रशास्त्र के दोनों नियमों में और विशेष रूप से मत्ती 3:13-16 में लिखा गया है। आइए उस पर मुड़ें जो यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से कहा जब उसने यरदन नदी में बपतिस्मा लेने की इच्छा की। उसने कहा, “इस प्रकार यह उचित है कि हम सब धार्मिकता को पूरा करें।” शब्द "इस प्रकार" यहाँ ग्रीक में "ουτως" (hutos) है, जिसका अर्थ है "इस तरह", जबकि वाक्यांश "सभी धार्मिकता" "πασαν δικαιοσυνην" (पासन दिक्-आह-योस-ऊ-नयन) है। जिसका अर्थ है सबसे निष्पक्ष राज्य जिसमें कोई दोष नहीं है। इसलिए, जब यीशु ने कहा, "हमें इसी रीती से सब धार्मिकता को पूरा करना उचित है," तो वह कह रहा था कि वह अपने उद्धार के कार्य को सबसे न्यायपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से पूरा करेगा—अर्थात्, बपतिस्मा लेकर। दूसरे शब्दों में, यीशु के लिए यह उचित था कि वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त होने वाले बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के सभी पापों को उठाए।
संक्षेप में, क्योंकि यीशु ने इस दुनिया में हर पापी के सभी पापों को अपने कंधों पर उठा लिया और क्रूस पर चढ़कर और अपना लहू बहाकर हमारे पापों के दंड को सहा, अब हम इस पर विश्वास करके अपने पापों से बचाए जा सकते हैं, यीशु के बलिदान और मृत्यु के लिए धन्यवाद। हम विश्वासियों के लिए, हमारा उद्धार संभव हो गया है क्योंकि प्रभु ने स्वयं इस संसार के पापों को एक बार और हमेशा के लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किए हुए बपतिस्मा के माध्यम से उठा लिया, और उन्हें सभी पापियों के अधर्मों के लिए उनके स्थान पर क्रूस पर यीशु का लहू बहाकर दंडित किया गया। इसलिए, केवल यही उचित है कि यीशु मसीह हमें संसार के पापों से छुड़ाने के लिए उद्धारकर्ता होगा। यही कारण है कि प्रभु अब हमसे कह रहे हैं कि हम उसके बपतिस्मा के साथ उस लहू पर जो उन्होंने बहाया और मृत्यु को क्रूस पर सहा, विश्वास करके हमारे सभी पापों से बच जाएं, क्योंकि उनका बपतिस्मा उद्धार का सत्य है जिसने हमारे पापों को धो दिया है। .
प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के कार्य के द्वारा हमारे सारे पापों को अपने शरीर पर स्वीकार कर लिया। प्रभु की "धार्मिकता" यह तथ्य है कि उन्होंने मानवजाति के सभी पापों को एक बार और हमेशा के लिए दूर करके और हमारे स्थान पर क्रूस पर हमारे पापों का दंड भुगत कर अपना उद्धार का कार्य पूरा किया। और जो इस बात पर विश्वास करेगा, वह उद्धार पाएगा। यह इसलिए है क्योंकि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले के द्वारा बपतिस्मा लेने के द्वारा मानवजाति के पापों को उठा लिया कि उसने हमारे लिए क्रूस पर पापों के दण्ड को सहा। हमें विश्वास करना चाहिए कि यीशु उन सभी का उद्धारकर्ता है जो इस संसार में अपने 33 वर्षों के जीवन के माध्यम से किए गए कार्य में विश्वास करते हैं - अर्थात, उद्धार के कार्य में जिसे उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा और क्रूस पर उसकी मृत्यु के साथ पूरा किया।
इसलिए, जब हम अब अपने उद्धारकर्ता के रूप में प्रभु में विश्वास करते हैं, तो हमें सबसे पहले यह विश्वास करना चाहिए कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से हमारे पापों को उठाया, और फिर विश्वास करें कि जब उसे क्रूस पर चढ़ाया गया तो उसे हमारे पापों के लिए दंडित किया गया और उसकी निंदा की गई। इसलिए, केवल उस लहू को देखने के बजाय जो यीशु ने क्रूस पर चढ़ाए जाने पर बहाया था, हमें यह समझना चाहिए और विश्वास करना चाहिए कि उसने हमारे पापों की पीड़ा और दंड को न्यायोचित रीती से सहन किया क्योंकि उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया था।
हमें कभी भी यीशु मसीह पर इसलिए विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि हम उनके लिए खेद महसूस करते हैं, जैसे कि उन्हें हमारी दया की आवश्यकता है। वास्तव में, जब भी आप प्रभु पर उस दुःख के लिए दया करते हैं जो उन्होंने क्रूस पर सहा, तो वे नाराज हो जाते हैं। खेद महसूस करने के बजाय, हमें धन्यवाद के साथ प्रभु के उद्धार को स्वीकार करने में प्रसन्न होना चाहिए, यह विश्वास करते हुए कि उनका बपतिस्मा और क्रूस पर उनका कष्ट वे बलिदान थे जिन्हें प्रभु ने हमें हमारे पापों से छुड़ाने के लिए दिया था। इसका मतलब यह है कि हमें अपने सभी पापों को अब उस बपतिस्मा पर विश्वास करने के द्वारा यीशु को देना चाहिए जो उसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त किया था, और यह विश्वास करना चाहिए कि उसकी मृत्यु हमारे पापों की सजा के लिए थी। प्रभु चाहता है कि हम उसकी धार्मिकता को जानें और उस पर अपने हृदय से विश्वास करें।
हमारे प्रभु ने हमसे कहा, “सदा आनन्दित रहो। निरन्तर प्रार्थना में लगे रहो। हर बात में धन्यवाद करो; क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्‍वर की यही इच्छा है।" (1 थिस्सलुनीकियों 5:16-18)। यीशु के लिए धन्यवाद, अब हम विश्वास के साथ कृतज्ञता के साथ जीने में सक्षम हैं, क्योंकि प्रभु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से एक बार और हमेशा के लिए इस दुनिया के पापों को उठा लिया और हममें से जो अब इस तथ्य पर विश्वास करते हैं, उसने हमारे सारे पापों को मिटा दिया है। अब हमें प्रभु की वापसी के दिन की प्रतीक्षा करते हुए अपने जीवन को जारी रखना है, और हम उसके साथ अनंत जीवन का आनंद लेने के लिए परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करेंगे।
इन दिनों लोगों का परमेश्वर के लिखित वचन की तुलना में धर्मशास्त्रियों द्वारा प्रतिपादित धार्मिक सिद्धांतों में अधिक विश्वास है। हम उनकी तरह भटक न जाएँ। इसके बजाय आइए हम परमेश्वर के वचन पर विश्वास करें जो हमें सिखाता है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेकर मानव जाति के पापों को उठाया और क्रूस पर चढ़ाया गया; आइए हम इस यीशु पर अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करें; आइए हम प्रभु के वचन की ओर लौटें; और हम विश्वास के लोग बनें। यह जानते हुए कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लेने के द्वारा प्रभु ने हमारे सारे पापों को उठा लिया है, आइए हम विश्वास से इसका प्रचार करें। आइए हम विश्वास करे कि वह हमारा चरवाहा है, प्रभु का धन्यवाद करें। आइए हम सभी को अपने हृदय के सभी पापों को धोने का विश्वास हो, ताकि हम अब अपने प्रभु का धन्यवाद और स्तुति कर सकें।
चूँकि हमारे यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के द्वारा एक बार और हमेशा के लिए इस संसार के पापों को उठा लिया, हमारे सारे पाप अब यीशु पर डाल दिए गए हैं। इस सुसमाचार में हमारे विश्वास के कारण, हम हमेशा आनन्दित हो सकते हैं, क्योंकि हम यीशु के बपतिस्मा, क्रूस पर उनकी मृत्यु और उनके पुनरुत्थान के द्वारा बचाए गए हैं। यह हमें ऐसा विश्वास देने के लिए है कि प्रभु इस पृथ्वी पर शरीर में देह धारण करके आए, उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से हमेशा के लिए हमारे पापों को अपने कन्धे पर उठा लिया, और क्रूस पर हमारे पापों के दंड को सहा। तो आइए हम इस प्रभु पर अपने उद्धारकर्ता के रूप में विश्वास करें और अपने विश्वास के साथ उनका धन्यवाद करें।
हम उद्धार के कार्य में अपने विश्वास को रखकर प्रभु के धन्यवादित और आनन्दित हो सकते हैं जिसे यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से प्राप्त बपतिस्मा के माध्यम से इस संसार के पापों को उठा कर किया। इसलिए, अब से, हम प्रभु और परमेश्वर की कलीसिया के साथ उनकी धार्मिकता पर भरोसा करके अपने विश्वास के जीवन का नेतृत्व करने में सक्षम हैं। उद्धार के कार्य में हमारे विश्वास के लिए धन्यवाद जो यीशु ने बपतिस्मा के वचन से जो उन्होंने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से लिया था और अपने क्रूस के द्वारा किया, हम हर समय आनन्दित होते हैं और हमेशा प्रभु के प्रति आभारी रहते हैं।
यह इसलिए है क्योंकि प्रभु ने हमारे लिए यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से बपतिस्मा लिया था कि उसने इस संसार के पापों को हमेशा के लिए अपने कंधों पर उठा लिया और उन्हें क्रूस तक ले गया। इस कार्य के साथ, हमारे प्रभु ने हमारे पापों के दंड को सहा, और यह हमारे लिए उनके प्रेम की पूर्णता है। यह यीशु का उद्धार का कार्य है जो प्रभु के अत्यधिक महान प्रेम में नियोजित और पूरा हुआ है जो पापियों को इस संसार के पापों से बचाता है। इस बात को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए कि प्रभु ने हमारे पापों को उठा लिया, जैसे कि यह केवल स्वाभाविक बात थी। यह उद्धार का कार्य था जिसे परमेश्वर ने अपनी धार्मिकता को पूरा करने के लिए किया क्योंकि वह हमसे प्रेम करता था। अब हम अपने विश्वास के साथ अपने प्रभु का धन्यवाद करते है जो कि परमेश्वर ने हमें दिया है। स्वर्ग में हमें इतना कीमती उद्धार और महिमामय जीवन देने के लिए मैं अपने प्रभु का धन्यवाद और स्तुति करता हूं। हाल्लेलूयाह!