विषय सूची
प्रस्तावना
भाग एक - उपदेश
1. पवित्र आत्मा परमेश्वर के वायदे के वचन के अनुसार कार्य करता है (प्रेरितों १:४-८)
2. क्या कोई व्यक्ति वास्तव में अपने प्रयासों से पवित्र आत्मा को खरीद सकता है (प्रेरितों के काम ८:१४-२४)
3. जब आपने यीशु पर विश्वास किया था तब क्या आपने पवित्र आत्मा को पाया था? (प्रेरितों के काम १९:१-३)
4. वे जिनका विश्वास यीशु के चेलों के विश्वास के समान है (प्रेरितों के काम ३:१९)
5. क्या आप पवित्र आत्मा के साथ संगती करना चाहते है? (१ यूहन्ना १:१-१०)
6. विश्वास करे की पवित्र आत्मा आपके अन्दर बसता है (मत्ती २५:१-१२)
7. खुबसूरत सुसमाचार जो आपको अनुमति देता है की पवित्र आत्मा आपके अन्दर बसे (यशायाह ९:६-७)
8. पवित्र आत्मा का जीवित पानी किसके द्वारा बहेता है? (यूहन्ना ७:३७-३८)
9. यीशु के बपतिस्मा का सुसमाचार जिसने हमें शुध्ध बनाया है (इफिसियों २:१४-२२)
10. आत्मा में चलना! (गलातियों ५:१६-२६, ६:६-१८)
11. आप के जीवन को पवित्र आत्मा से भरपूर रखना (इफिसियों ५:६-१८)
12. आप के जीवन को पवित्र आत्मा की भरपूरी में जीना (तीतुस ३:१-८)
13. पवित्र आत्मा के कार्यो और दान (यूहन्ना १६:५-११)
14. सच्चा पश्चाताप क्या है जो हमें पवित्र आत्मा पाने की ओर अगुवाई करता है? (प्रेरितों २:३८)
15. जब आप सत्य को जानोगे केवल तभी आप पवित्र आत्मा को पा सकते है और वह आपके अन्दर बस सकता है (यूहन्ना ८:३१-३६)
16. जिन्होंने पवित्र आत्मा पाया है उन सब के लिए कार्य (यशायाह ६१:१-११)
17. हमें पवित्र आत्मा में विश्वास और आशा होनी चाहिए (रोमियों ८:१६-२५)
18. सत्य जो पवित्र आत्मा को आप के अन्दर रखने के लिए आपकी अगुवाई करता है (यहोशू ४:२३)
19. खुबसूरत सुसमाचार जिसने मंदिर के परदे को फाड़ दिया (मत्ती २७:४५-५४)
20. जिन्होंने पवित्र आत्मा का अनुभव किया है वे दुसरे लोगों को पवित्र आत्मा पाने के लिए मार्ग दर्शन कर सकते है (यूहन्ना २०:२१-२३)
भाग दो - परिशिष्ट
1. उद्धार की गवाही
2. प्रश्नोत्तरी
मसीही धर्म में, सबसे ज्यादा चर्चित समस्या “पापों से उद्धार” और “पवित्र आत्मा का अंतर्निवास” है। हालाँकि, इस बात को जानते हुए की मसीही धर्म में यह दोनों बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, कुछ लोगों के पास इन दोनों के बारे में सटीक ज्ञान है। सबसे बुरी बात यह है की, हम बाइबल आधारित किसी भी लेख को नहीं पाते जो ऊपर दी गई समस्याओं के बारे में हमें स्पष्ट रूप से सिखाते हो। ऐसे कई मसीही लेखक है जो पवित्र आत्मा के वरदानो या आत्मा से भरे जीवन के बारे में लिखते है। लेकिन उनमें से कोई भी इस मुख्य प्रश्न को पूछने की हिम्मत नहीं करता की, “एक विश्वासी कैसे निश्चित तौर पर पवित्र आत्मा को पा सकता है?” क्यों? अचंबित कर देनेवाला सत्य यह है की वे इसके बारे में विस्तृत रूप से नहीं लिखते क्योंकि उनके पास इसके बारे में सटीक ज्ञान नहीं है। जैसे भविष्यवक्ता होशे ने कहा है, “मेरी प्रजा ज्ञान के अभाव के कारण नाश हो रही है”, इन दिनों, कुछ मसीही पवित्र आत्मा पाने की आशा में धार्मिक कट्टरवाद में नहीं है। वे ऐसा विश्वास करते है की वे आवेश और उन्माद की स्थिति में पहुँचकर पवित्र आत्मा को पा सकते है। लेकिन यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की उनके कहे जानेवाले विशवास ने मसीही धर्म को एक शमनवाद बना दिया है, और ऐसी कट्टरता शैतान की ओर से आती है।
लेखक रेव. पोल सी. जोंग ने सत्य की घोषणा करने की हिम्मत की। उन्होंने महत्वपूर्ण विषय को विस्तृत रूप से समझाया है, जो कई आत्मिक लेखको ने लम्बे समय से टाल दिया था। उन्होंने पहले “नया जन्म पाना” और “पवित्र आत्मा के अंतर्निवास” के मतलब को समझाया है और इन दोनों मूलभूत सिध्धांतो के बिच के अनिवार्य रिश्ते को समझाया है। फिर वह पवित्र आत्मा के सम्बंधित विवरण को पूरी रीति से समझाते है, “आत्मा को कैसे पहिचाने” से लेकर “आत्मा से भरपुर जीवन के मार्ग” तक। ज्यादा जानकारी के लिए, लेखक आपको इस वेब पेज पर पोस्ट की गई इस पुस्तक की विषय सूची की जांच करने की सलाह देते है।
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