कोविड-19 और आंतरराष्ट्रीय डाक सेवा में रुकावट की वजह से हमने कुछ समय के लिए 'निःशुल्क मुद्रित किताबों की सेवकाई' को निलंबित किया हुआ है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए हम इस समय आपको किताबें भेजने में असमर्थ है।
प्रार्थना करे कि यह महामारी जल्द ही खत्म हो जाए और डाक सेवा फिर से शुरू हो जाए।
मिलापवाले तम्बू का पहला आवरण नीले, बैंजनी, और लाल और बटी हुई सनी के कपड़े को बुन कर करूब की आकृति में बनाया था। यह प्रगट करता है की मसीहा नीले, बैंजनी और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से आएगा और इस तरह उस पर विश्वास करने वाले सारे लोगों को उनके पाप और दोष से बचाएगा।
मिलापवाले तम्बू का दूसरा आवरण बकरी के बाल से बना हुआ था। यह हमें बताता है की आनेवाला मसीहा लोगों को उनके पाप और इन पाप के दोष से छूडाकर उनका न्याय करेगा।
मिलापवाले तम्बू का तीसरा आवरण लाल रंग से रंगी मेंढे की खाल से बना हुआ था। यह प्रगट करता है की मसीहा इस पृथ्वी पर आएगा, बपतिस्मा लेने के द्वारा जगत के पापों को अपने ऊपर उठाएगा, और इस तरह अपने लोगों के लिए बलिदान का अर्पण बनेगा।
मिलापवाले तम्बू का चौथा आवरण सुई की खाल से बना हुआ था। सुई की खाल हमें यीशु मसीह का चित्र दिखाती है जिसने हमें जगत के सारे पापों से बचाने के लिए खुद को मनुष्य के स्टार पर नम्र कीर दिया।