कोरोना वाइरस के युग में हमारे लिए परमेश्वर की पत्रियाँ
Rev. Paul C. Jong
विषय सूची
१. हम इस संसार के नहीं, बल्कि स्वर्ग के है (प्रकाशितवाक्य ४) २. जब अंत निकट है तब इस युग में परमेश्वर के लोगों से बोले गए परमेश्वर के वचन (यशायाह ४२:१०-१७) ३. परमेश्वर हमारे द्वारा अपनी महिमा प्रकट करता है (यशायाह ४४:२१-२३) ४. पानी और आत्मा का सुसमाचार जिस पर प्रारंभिक कलीसिया युग के प्रेरित विश्वास करते थे और प्रचार करते थे (गलातियों २:१-६) ५. मैं अपनी महिमा खुदी हुई मूरतों को न दूँगा (यशायाह ४२:८) ६. आपका विश्वास ही इस युग के सुधार की शुरुआत कर सकता है (गलातियों १:१-१२) ७. यीशु मसीह ने हमें महिमा के वस्त्र पहिनाए है (मरकुस २:१-१२) ८. आइए हम परमेश्वर के विरोधी के विरुध्ध खड़े होकर अपने विश्वास को जीवित रखे (यहेजकेल २८:११-१९) ९. आशीषित जीवन जो परमेश्वर में दृढ रहता है (यहेजकेल ४७:१-१२)
हम जो पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वास करते है उन्हें कोरोना वायरस महामारी के समय में क्या करना चाहिए? पापी नहीं जानते कि यीशु मसीह इस पृथ्वी पर वापस आएगा। परन्तु हम धर्मी लोग वर्त्तमान युग के चिन्हों से इस बात को भली भांति जानते हैं। दुनिया तेजी से जबरदस्त बदलावों से गुजर रही है। हालाँकि, जब दुश्मन दुनिया पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करेंगे वह समय अभी भी दूर है। ऐसा होने के लिए, व्यावहारिक रूप से इस दुनिया के हर कानून को पलटना होगा। ऐसे असामान्य समय में रहते हुए, पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वासियों को महामारी से कैसे निपटना चाहिए?