1. हम उन लोगों में से नहीं है जो अपने पापों की वजह से विनाश की ओर जाते है (यूहन्ना १३:१-११) 2. पवित्र स्थान के परदे और खम्भे (निर्गमन २६:३१-३७) 3. वे जो परमपवित्र स्थान में प्रवेश कर सकते है (निर्गमन २६:३१-३३) 4. पर्दा जो फट गया (मत्ती २७:५०-५३) 5. मिलापवाले तम्बू के प्रत्येक तख्ते के लिए दो चाँदी की कुर्सियां और दो चूलें हो (निर्गमन २६:१५-३७) 6. साक्षीपत्र के संदूक के अन्दर छिपा हुआ आत्मिक रहस्य (निर्गमन २५:१०-२२) 7. दयासन पर दिया गया पाप की माफ़ी का अर्पण (निर्गमन २५:१०-२२) 8. भेंट की रोटी की मेज (निर्गमन ३७:१०-१६) 9. सोने की दीवट (निर्गमन २५:३१-४०) 10. धूप वेदी (निर्गमन ३०:१-१०) 11. महायाजक जो प्रायश्चित के दिन अर्पण चढ़ाता था (लैव्यव्यवस्था १६:१-३४) 12. मिलापवाले तम्बू के आवरण में छिपे हुए चार रहस्य (निर्गमन २६:१-१४) 13. पाठकों की समीक्षाएं
हम मिलापवाले तम्बू में छिपे सत्य को कैसे ढूंढ सकते है? केवल पानी और आत्मा का सुसमाचार जानने के द्वारा, मिलापवाले तम्बू का सही मतलब हम ठीक से जान पाते है और इस प्रश्न के उत्तर को जान सकते है। हकीकत में, नीले, बैंजनी और लाल रंग का कपड़ा और बटी हुई सनी का कपड़ा जो मिलापवाले तम्बू के आँगन के द्वार में प्रगट होता है वह हमें नए नियम में यीशु मसीह के कार्य को दिखाते है जिसने मनुष्यजाति को बचाया था। इस तरह, पुराने नियम के मिलापवाले तम्बू के वचन और नए नियम के वचन बटी हुई सनी के कपड़े के जैसे आपस में मिलते जुलते है। लेकिन, दुर्भाग्यसे, मसीहियत में सत्य की खोज करनेवाले सारे लोगों से यह सत्य लम्बे समय तब छिपा हुआ था। इस पृथ्वी पर आने के बाद, यीशु मसीह ने यूहन्ना से बपतिस्मा लिया उअर क्रूस पर अपना लहू बहाया। पानी और आत्मा के सुसमाचार को समझे और विश्वास किए बिना, हम में से कोई भी मिलापवाले तम्बू में प्रगट हुए सत्य को नहीं ढूंढ सकता। अब हमें मिलापवाले तम्बू के इस सत्य को सीखना चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए। हम सभी को मिलापवाले तम्बू के आँगन के द्वार पर के नीले, बैजनी, और लाल कपड़े और बटी जी सनी के कपड़े को समझना चाहिए और विश्वास करना चाहिए।